अयोध्या/लखनऊ : अयोध्या में आने वाले दिनों—24 और 25 नवंबर को बड़ी धार्मिक हलचल देखने को मिलने वाली हैै। यहां शिवसेना ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए पूरा जोर लगा दिया है, और इसीलिए शिव सेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता व सांसद संजय राउत आज अयोध्या पहुंच गए हैं। उनके साथ महाराष्ट्र सरकार के मंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के अनुसार 24 नवंबर को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अयोध्या पहुंच रहे हैं। इस दौरान शिवसेना प्रमुख संतों का आशीर्वाद लेंगे तथा सरयू किनारे स्थित नया घाट पर आरती में सम्मिलित होंगे। 25 तारीख को श्री राम लला का दर्शन, प्रेस वार्ता और फिर जनसंवाद करने के बाद मुंबई वापस चले जाएंगे।
शिव सेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद संजय रावत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि 25 सालों के बाद देश में केंद्र और राज्य दोनों में राम भक्तों की सरकार आई है तो मंदिर निश्चित रूप से बनना चाहिए था। लेकिन केंद्र में साढे 4 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक मंदिर नहीं बना जिसके कारण शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे जी को सरकार को अपना वादा याद दिलाने के लिए अयोध्या आना पड़ रहा है। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए संजय राऊत ने कहा कि शिवसेना के कार्यक्रम से विश्व हिंदू परिषद की धर्मसभा में कोई अड़चन पैदा नहीं होगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि शिवसेना के लोग अपने तय कार्यक्रम के अनुसार संयमित और अनुशासित रहते हुए और कानून-व्यवस्था का पालन करते हुए श्री रामलला का मंदिर बनाने के लिए अपनी बात कहेंगे।
24 नवंबर को लक्ष्मण किला में आशीर्वाद एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया है, जिसकी अध्यक्षता महन्थ श्री नृत्य गोपालदास जी करेंगे। संजय राउत ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी का शिवसेना पूरा सहयोग करेगी और कोई भी ऐसा कार्य अथवा कार्यक्रम नहीं करेगी जिससे कानून व्यवस्था की स्थिति में कोई समस्या पैदा हो। क्योंकि उत्तर प्रदेश एक बड़ा राज्य है और इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी बहुत बड़ी है।
(आलोक शुक्ल)