पटना : शराबबंदी के बावजूद प्रदेश में अवैध तरीके से मिल रही शराब को लेकर लोजपा ने नीतीश कुमार निशाना साधा है। भाजपा से लोजपा में गए रामेश्वर चौरसिया ने नीतीश पर निशाना निशाना साधते हुए कहा कि सरकार को वही कानून लाना चाहिए, जो लागू करने में सक्षम हो। बिहार में तो शराबबंदी बस नाम का हुआ है। शराब के खेल में सरकार के ही लोग मिले हुए हैं, तथ्य उठाकर देखें तो कई पुलिसकर्मी इस कार्य में संलिप्त पाए गए हैं।
लोजपा नेता ने कहा कि शराबबंदी के नाम पर बिहार को लगभग 20 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है। पडोसी राज्य से शराब की तस्करी हो रही है, वहां की सरकारें खुश है। क्योंकि, बिहार का पैसा वहां जा रहा है, जिससे वहां की जनता खुश है। रामेश्वर चौरसिया ने कहा कि बिहार में शराबंदी होने के कारण पड़ोसी राज्य खुश और फायदे में है।
लोजपा नेता ने कहा कि सरकार को प्रैक्टिकल होकर कोई काम करना चाहिए। पहले तो नीतीश कुमार ने तो पंचायत में शराब की दुकान खुलवा दी, जो कि देश में कहीं नहीं है। उस समय हमलोग इसका विरोध किये थे, लेकिन उन्होंने इस चीज को समझा नहीं। उसी का नतीजा है कि आज के समय में स्कूल के बच्चे से लेकर बेरोजगार नौजवान शराब का सेवन कर रहे हैं। इस कारण आज बिहार में 100 रूपये की शराब 300 रूपये में मिल रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार का एक इकबाल होता है, सरकार चाह लेगी तो शराब का एक बोतल भी इधर से उधर नहीं हो सकता, लेकिन मुख्यमंत्री प्रैक्टिकल होकर काम करना ही नहीं चाहते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने पत्थर को लेकर कहा कि पत्थर का रोजगार बंद है, लेकिन सरकारी महकमे के लोग अवैध तरीके से मरे हुए पहाड़ को तोड़कर पत्थर बना रहे हैं। इस काम को लीगल दिखाने के लिए पड़ोसी से राज्य से पत्थर मंगाया जा रहा है और टैक्स दिया जा रहा है। यानी हर तरह से रेवेन्यू दूसरे राज्यों में जा रहा है।
रामेश्वर चौरसिया ने कहा कि सरकार हर चीज को नियंत्रित कर सकती है, लेकिन यह सरकार किस तरीके से काम रही है वो समझ से पड़े है। सरकार सही नीति बनाकर काम करे, अन्यथा लोग रोते बिलखते रहेंगे।