जगदानंद ने रविशंकर से क्यों कहा : धमकाना बंद करो नहीं तो सजा पाओगे
पटना : रविशंकर प्रसाद द्वारा किसानों को लेकर दिए गए बयान पर राजद के प्रदेश जगदानंद सिंह ने रविशंकर प्रसाद को चेतावनी देते हुए कहा कि वे किसानों को धमकाना बंद करें। जगदानंद ने कहा कि रविशंकर किसानों को चुनौती देना बंद करो नहीं तो सजा पा जाओगे। तुम्हारी क्या हैसियत जो किसानों को चुनौती दोगे।
राजद नेता ने कहा कि मैं तुम्हे चुनौती देता हूँ। धमकाना बंद करो नहीं तो सजा पाओगे। साथ ही उन्होंने कहा कि आप उन किसानों को धमका रहे, जिन्हें अंग्रेज भी धमका नहीं पाए थे। बिहार में नील की खेती बंद हुई थी।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष के बयान का समर्थन करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि जगदानंद सिंह ने बिल्कुल सही कहा, भाजपा व रविशंकर प्रसाद अंग्रेजों की तरह किसानों के साथ व्यवहार कर रही है। अंग्रेजों की तरह भाजपा किसान आंदोलन को दबाने के लिए चाबुक का इस्तेमाल कर केस की धमकी दे रही। लेकिन, न तो किसान चुप होंगे और न ही हम।
वहीं, जगदानंद के बयान से भाजपा काफी गुस्से में है। जगदानंद के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता संजय टाइगर ने कहा कि मानसिक संतुलन खो चुके हैं जगदानंद सिंह। मानसिक रूप से कुंठित व पीड़ित आदमी ही इस तरह से बयान दे सकता है। तेजस्वी के अधीन काम करने को उनकी पीड़ा दिख रही है।
भाजपा नेता ने कहा कि रविशंकर प्रसाद कानून के जानकार हैं। किसान आंदोलन के नाम पर हंगामा कर रहे देश विरोधी ताकतों पर कानूनी कार्रवाई की बात उन्होंने की है, पीड़ा जगदानंद सिंह को क्यों हो रही?
भाजपा प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा की तेजस्वी के पैरों के नीचे काम करने वाले जगदानंद मानसिक रूप से बीमार हो गए हैं। जगदानंद पहले लालू के समकक्ष माने जाते थे। अब तेजस्वी की चाकरी कर रहे हैं। रविशंकर प्रसाद उनसे ज्यादा पढ़े-लिखे हैं, जानकार हैं विद्वान हैं। उनके बारे में इस तरह का बयान उनकी मानसिक बीमारी को दिखाता है।