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07 दिसंबर : नवादा की मुख्य खबरें

गौशाला के मृत होने से सड़क पर आवारा पशुओं को हो रही परेशानी

नवादा : जिले का एकमात्र गौशाला होने का गौरव प्राप्त वारिसलीगंज का श्री गौशाला प्रबंधन की लापरवाही से जीर्ण शीर्ण हो चुका है। जिस कारण बाजार की सड़कों पर छुट्टा घूमने वाले आवारा पशुओं को इस ठंढ भरी रात में परेशानी बढ़ गई है। करीब एक दर्जन छोटे बड़े पशु जिसमें अधिकांश गाय शामिल हैं वारिसलीगंज बाजार की सड़कों समेत देहाती इलाके में दिन- रात भ्रमण करते देखा जाता है। इन पशुओं की देखभाल करने वाला कोई नहीं है। जिस कारण दिनभर इधर उधर विचरण करने के बाद ठंढ भरी रात में पशु खुले आसमान के नीचे गुजर बसर करता है। इन पशुओं के चारे की कोई व्यवस्था नहीं होती है। फलतः सड़को के किनारे फल सब्जी मंडी में विचरण कर कूड़े कचड़े के ढेरों में अपने भोजन की तलाश करता है।

इस दौरान बाजार के घरों से कूड़े में फेंका गया बासी भोजन खाने के चक्कर में कई बार पॉलीथिन के बैग को साथ निगल जाता है। जिससे उसकी असमय मौत हो जाती है। बाजार के लोगो का कहना है कि वारिसलीगंज के गौशाला जब चालू था तब बृद्ध विकलांग जानवरों को लोग वहीं पहुंचा देते थे। जिसके भोजन आदि का प्रबंध गौशाला प्रबंधकारिणी समिति करती थी। लेकिन गौशाला की कुव्यवस्था के कारण दर्जनों पशु शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में आवारा की तरह घूमते मिलते हैं।

किसानों के खेतों में खड़ी फसलों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। हलांकि तीन बर्ष पूर्व तत्कालीन नवादा सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने वारिसलीगंज गौशाला का जीर्णोद्धार कर पुनर्जीवित करते हुए दो दुधारू गाय देने की घोषणा किया था। जो सिर्फ घोषणा तक ही सिमट कर रह गई है। गौशाला के पदेन अध्यक्ष एसडीएम होते हैं। जिनका भी ध्यान गौशाला के विकास पर नहीं है। गौशाला के सचिव देवकीनंदन कमलिया है जो अब बृद्ध हो चुके हैं। बाबजुद प्रबंधकारिणी समिति की बैठक बुलाकर किसी युवा सचिव का चुनाव करवाना उचित नहीं समझ रहे हैं। फलतः जिले का एकमात्र गौशाला आज अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को विवश है।

प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन के सदस्यों ने निकाला कैंडल मार्च

नवादा : प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेल्फेयर के तत्वावधान में नगर में कैंडल मार्च निकाला गया। जिलाध्यक्ष प्रो विजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में निकाले गये कैंडल मार्च की समाप्ति के साथ ही अगले आन्दोलन की चेतावनी दी है । इसके तहत नौ दिसम्बर को समाहरणालय पर धरना देने की घोषणा की है संघ के सदस्यों का मानना है कि कोरोना काल में विगत दस माह से स्कूल बन्द है। सारी गतिविधियां चल रही है । यहां तक कि चुनाव हुए, हजारों हजार की भीड़ में सभाएं हुई, चुनाव सफल हुए। पर्व त्यौहार में बाजार भीड़ से भरी पड़ी है सभी जगह बच्चों से भरा पड़ा है। चुनाव में हेलीकॉप्टर देखने सबसे ज्यादा बच्चे जाते थे। बाजार भी बच्चों से भरे पड़े हुए हैं। सभी लोग भीड़ में जाने वाले लोग अपने घर में जाकर बच्चों के संपर्क में तो जाते ही हैं, फिर बच्चे को बचा कहां पाते ?

सरकार समझ बैठी है कि सबसे ज्यादा कोरोना स्कूल में ही है। सच सा प्रतीत होता है कि सरकार प्राइवेट स्कूलों को बंद कराना चाहती है।सच यह भी है की आज शिक्षा की आत्मा प्राइवेट स्कूल है। प्राइवेट स्कूल देश की जान है। प्राइवेट स्कूल देश की शान है।एक कल्याणकारी योजना है आरटीई (शिक्षा का अधिकार का कानून) जिसके तहत गरीब बच्चों का प्रत्येक प्राइवेट स्कूल के प्रथम वर्ग में 25% सीट आरक्षित है। इसके तहत गरीब बच्चों को पढ़ाने के बदले में सरकार प्रतिपूर्ति राशि देती है , लेकिन विगत 4 साल से प्रतिपूर्ति राशि भी बकाया चल रहा है। सरकार इसका भुगतान नहीं कर रही है।

इस कोरोना काल में यदि सरकार इसका भुगतान अविलंब करें तो स्कूलों के जख्मों पर मरहम जैसा राहत प्रतीत हो जाता। विगत 10 माह से स्कूल बंद है , इसमें काम करने वाले शिक्षक एवं शिक्षा कर्मी की हालत खराब है । भूख से मरने की स्थिति पैदा हो गई है सबों का जीवन यापन काफी मुश्किल में पड़ गया है। केंद्र सरकार 20 लाख करोड़ का राहत पैकेज पूरे देश को दिया जिसमें प्राइवेट स्कूल को कहीं जगह नहीं मिला। उस पर उस पैकेज में प्राइवेट स्कूल का नाम कहीं नहीं है। क्या प्राइवेट स्कूल में काम करने वाले को अपना भरण-पोषण की जरूरत नहीं है? क्या प्राइवेट स्कूल के बच्चे पढ़ने लायक नहीं है? उन्हें भूख नहीं लगती? इसके बाद बिहार सरकार की संवेदना भी मर चुकी है

सरकार में काबिज होने के लिए चुनाव तो करा लिया लेकिन प्राइवेट स्कूल में काम करने वाले लोगों की कोई चिंता नहीं है। सरकार की संवेदनहीनता के खिलाफ पूरे भारत में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन आंदोलन कर रहा है जिसका नाम है “शिक्षा बचाओ स्कूल खोलो ,आरटीई का भुगतान करो”। पूरे नवादा के स्कूल संचालकों व शिक्षकों ने नवादा के मुख्य सड़क पर कैंडल मार्च निकाल कर सरकार को जगाने का काम कर रहा है। यदि सरकार नहीं सुनती है तो आंदोलन की अगली कड़ी में दिनांक 9 दिसंबर को समाहरणालय गेट पर एक दिवसीय सत्याग्रह की योजना है।

सरकार यदि नहीं सुनती है तो इसके आगे आमरण अनशन करने की भी योजना है। सरकार स्कूल खोलने का आदेश दे। आरटीई का बकाया राशि का भुगतान करे, अन्यथा आमरण अनशन जारी रहेगा और यह कार्यक्रम पूरे बिहार ही नहीं पूरे भारत में होगा। कैंडल मार्च में धर्मेंद्र प्रसाद सिंह, श्रीनिवास, मनोज कुमार मिश्रा, सर्वेश कुमार, पंकज कुमार, मोहम्मद मुस्तकीम अंसारी, मोहम्मद शमशेर आलम, रंजीत कुमार, अशोक कुमार, आरपी साहू, प्रमोद कुमार, राकेश रंजन, डीपी वर्मा, आदि कुल 6 सौ से अधिक संचालकों ने भाग लिए।

रजाईन पइन का कायाकल्प के लिए जुटे सैकड़ों महिला-पुरूष किसान

– एक साथ साथ पांच स्थानों पर ढाई सौ किसानों ने शुरू किया श्रमदान
– महिला किसान भी निभा रही भागीदारी

नवादा : आहर-पइन बचाओ अभियान के तहत किसानों के लिए जीवनदायी कहे जाने वाला रोह प्रखंड क्षेत्र के रजाईन पइन के कायाकल्प के लिए पांच स्थानों पर श्रमदान का काम शुरू हुआ। करीब ढाई सौ महिला-पुरुष किसान श्रमदान में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। श्रमदान स्थल आदमपुर के पास स्थानीय मुखिया सुनीता देवी, समाजसेवी अजय कुशवाहा, मड़रा में पूर्व मुखिया ओमप्रकाश कुशवाहा, डेलुआ सहित पांच स्थानों पर नारियल फोड़ श्रमदान शुरू किया गया। मौके पर आहर-पइन बचाओ अभियान के राष्ट्रीय संयोजक एमपी सिन्हा ने कहा कि किसान अगर तन-मन से मेहनत करें तो मिट्टी को सोना बनते देर नहीं लगेगी।

कहा कि रोह प्रखंड के रजाईन पइन के जीर्णोद्धार के लिए श्रमदान में उमड़ी महिला-पुरूष किसानों का भीड़ यह साबित कर रहा है कि यह पइन फिर से किसानों के लिए जीवनदायी साबित होगा। और क्षेत्र में परंपरागत जल स्त्रोतों का विकास होगा। इस श्रमदान में प्रवासी लोगों की भूमिका काफी अहम है। वे लोग बड़ी उत्साह के साथ श्रमदान में लगे हैं। इस मौके पर लोगों से कोरोना से बचाव के लिए हरसंभव गाइड लाइन का पालन करने के अलावा शरीर को स्वस्थ रखने के बारे में विस्तार से बताया गया। मौके पर महेंद्र राउत, उदय सिंह, विनय कुमार आदि उपस्थित थे। बता दें आहर-पइन बचाओ अभियान के साथ बीएमजेड-डब्लूएचएच व प्रयोग संस्था के बैनर तले रजाईन पइन के जीर्णोद्धार का प्रयास किया जा रहा है। रजाईन पइन 52 गांवों की खेतों की सिचाई का माध्यम है ।

एक ही रात दो दुकानों में चोरी, जांच में जुटी पुलिस

नवादा : जिले के रजौली अनुमंडल मुख्यालय बाजार के संगत मोड़ के पास दो दुकानों में अज्ञात चोरों द्वारा हजारों रुपये नगद व सामानों की चोरी कर ली गई। जिनमें एक आलू व्यवसायी व दूसरा मील व्यवसायी हैं। पुलिस को सूचना दिए जाने के बाद एसआइ संजय कुमार सिन्हा द्वारा मामले की जांच की गई है। चोरी की घटना को लेकर दोनों दुकानदारों द्वारा संयुक्त रुप से रजौली थाने को आवेदन देकर मामले में जांच कर कार्रवाई करने की मांग की गई है।

संगत मोड़, पोस्ट ऑफिस के निकट के आलू व्यवसायी रविद्र कुमार उर्फ मुखिया जी ने बताया कि अज्ञात चोरों द्वारा शनिवार की रात में उसके दुकान में चोरी की घटना को अंजाम दिया गया है। दुकान में रखे गल्ला को तोड़ कर 2000 नगद व 27 हजार रुपये के चांदी के सिक्के चोरों ने उड़ा लिए वहीं सुशील मील में चोरों ने 5000 के सामान की चोरी की है।

गौरतलब है कि संगत मोड़ व इसके आसपास शराब बेचने वाले दर्जनों युवक सुबह से लेकर शाम तक ग्रुप में रहकर आसपास के लोगों व पुलिस पर पैनी नजर रखते हैं। ये लोग न केवल शराब का धंधा करते हैं बल्कि रात में दुकानों व घरों में चोरी की घटना को भी अंजाम देते हैं। हाल के दिनों में रजौली में चोरी की कई घटनाएं घटी है। जिनमें अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस को कोई कामयाबी नहीं मिल पाई है।

कौआकोल में जलवाहक की गला रेतकर हत्या

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल थाना क्षेत्र के छबैल गांव में रविवार की देर रात्रि लगभग 55 वर्षीय अधेड़ व्यक्ति की अपराधियों ने गला रेतकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान छबैल गांव निवासी वरन ठाकुर के रूप में की गई है। जो गांव में ही अवस्थित पानी टंकी में जलवाहक के रूप में कार्य करता था। बताया जाता है कि जलवाहक वरन ठाकुर रोज की तरह पानी टंकी में सोया था।अचानक अपराधियों ने उसके गले में चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया। जिसके बाद वह किसी तरह वहां से भागकर गांव की ओर पहुंचा।

स्थानीय लोगों द्वारा घटना की सूचना पुलिस को दी गई। जिसके बाद घायल वरन ठाकुर को पुलिस ईलाज के लिए कौआकोल पीएचसी लाया जाने लगा,परन्तु रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया है।पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा है । फिलहाल हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है । पुलिस मामले की जांच आरंभ की है ।

दो बच्चों की मां ने की खुदकुशी

नवादा : जिले के काशीचक थाना क्षेत्र के भौआर गांव में दो बच्चों की मां ने गले में फांसी का फंदा लगा खुदकशी कर ली। सूचना के आलोक में पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा है ।

थानाध्यक्ष राजकुमार ने बताया कि भौआर ग्रामीण सतीश कुमार की 35 वर्षीय पत्नी निर्मला सिनहा ने रविवार को अपने घर मे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली सास बहू के बीच अक्सर तक़रार होने के कारण आवेश में आकर उसने अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया। मृतका दो पुत्रों की मां है। बङा पुत्र अठारह वर्ष का है। इस संबंध में किसी को कोई आपत्ति नहीं है। बावजूद मृतका के परिजनों के आने का इंतजार किया जा रहा है । पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा है ।

दोहरे हत्याकांड में पुलिस को अबतक कामयाबी नहीं

– रूपौ सहायक थाना क्षेत्र के बेनीपुर जंगल में हुई थी दो लोगों की हत्या

नवादा : दोहरे हत्याकांड में पुलिस को अबतक कोई कामयाबी नहीं मिल सकी है। कोई सुराग नहीं मिलने की वजह से अंधेरे में तीर चलाई जा रही है। हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने को गठित एसआइटी तकनीकी जांच में जुटी हुई है। विभिन्न बिदुओं पर जांच चल रही है। लेकिन ठोस कारण अभी तक उभर कर सामने नहीं आ सका है।

वैसे ग्रामीणों के बीच चर्चा है कि वर्चस्व की लड़ाई में ही वारदात को अंजाम दिया गया है। रविद्र यादव का गिरोह अपने चचेरे भाई चंदन यादव के गिरोह को समाप्त करना चाहता है। चंदन खुद जेल में बंद है और उसका गिरोह भी छिन भिन्न हो चुका है। इसका फायदा उठाते हुए रविद्र गिरोह अपना पांव जमाना चाहता है। कहा जा रहा है कि दोनों मृतक चंदन के लिए काम किया करते थे। इसलिए उन दोनों को रास्ते से साफ कर दिया गया।

3 दिसंबर की शाम को मिला था शव

– 3 दिसंबर की देर शाम को बेनीपुर के जंगल से बेनीपुर निवासी अशोक राजवंशी और भीखमपुर निवासी बच्चू राजवंशी का शव बरामद किया गया था। दोनों के शरीर पर धारदार हथियार से हमला किया गया था। दोनों का शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी।

अज्ञात के विरुद्ध दर्ज कराई गई है प्राथमिकी

– मृतक अशोक के भाई छोटेलाल राजवंशी ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि भाई जंगल की तरफ रहे अपने खेत पर काम करने गया था। लेकिन लौटकर घर नहीं आया। जंगल में घास काटने गए लोगों की नजर दोनों शवों पर पड़ी। जिसके बाद पुलिस को खबर दी गई।

पुलिस पर टिकी है लोगों की नजर

– रजौली के तिहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने वाली पुलिस पर अब लोगों की नजर टिक गई है। लोगों को उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए अपराधियों को दबोच लेगी। हालांकि अभी पुलिस के हाथ बिल्कुल खाली हैं। इधर, पुलिस सूत्रों की मानें तो जांच सही दिशा में आगे बढ रही है । जल्द ही मामले का खुलासा किया जायेगा ।

उद्घाटन के ढाई महीने बाद भी नहीं चालू हुआ बुधौल बस पड़ाव

नवादा : जिला मुख्यालय स्थित बुधौल बस पड़ाव अब भी वीरान पड़ा हुआ है। उद्घाटन के ढाई महीने बाद भी इसे चालू नहीं कराया जा सका है। नतीजतन अवैध स्टैंडों से छोटी-बड़ी वाहनों का परिचालन बेरोकटोक जारी है। जिसके चलते दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। नगर के सद्भावना चौक, पार नवादा पुरानी रजौली बस स्टैंड, भगत सिंह चौक, प्रसाद बिगहा समेत अन्य स्थानों से वाहन खोले जा रहे हैं।

सड़क किनारे वाहन खड़ा कर यात्रियों को सवार किया जाता है और उतारा जाता है। इन स्थानों से पटना, बिहार, रांची, गया, कोलकाता समेत अन्य जिलों के लिए गाड़ियां खुलती हैं। दिनभर सड़क पर वाहन खड़ा रहने के चलते शहर में जाम की समस्या बनी रहती है। गौरतलब है कि गत 18 सितंबर को वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आधुनिकीकरण के बाद बुधौल बस पड़ाव का उद्घाटन किया था।

दो विभागों के बीच फंसा मामला, तीसरा पिस रहा

बुधौल बस पड़ाव जिला परिषद और नगर परिषद के बीच अटक गया है। दरअसल बस पड़ाव की जमीन जिला परिषद की है। करीब एक दशक पहले 2008 में इस स्टैंड का निर्माण कराया गया था और उद्घाटन किया गया था। लेकिन कुछ दिक्कतों की वजह से बस स्टैंड चालू नहीं हो सका। पिछले साल 2019 में तत्कालीन डीएम कौशल कुमार ने चालू कराने की दिशा कदम उठाया। जिला परिषद और नगर परिषद के बीच एक समझौता हुआ। बस स्टैंड होने वाली आमदनी का कुछ हिस्सा नगर परिषद को देने पर सहमति बनी थी।

जिसके बाद नगर परिषद ने आधुनिकीकरण का काम बुडको को सौंप दिया। 7.27 करोड़ की लागत से कई कार्य कराए गए। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लागू होने से पूर्व आनन फानन में उद्घाटन कर दिया गया। लेकिन जब बुडको नगर परिषद को बस स्टैंड हैंडओवर करने गई तो नगर परिषद ने जिला परिषद की संपत्ति बता कर उसे लेने से इंकार कर दिया। अब बुडको के अधिकारियों का कहना है कि विभाग को नगर परिषद ने काम दिया था तो हैंडओवर दूसरे को कैसे करें। बहरहाल, मामला फंसा हुआ है और अवैध बस स्टैंड से वाहनों का परिचालन जारी है।

कई ग्राम कचहरी कार्यालय झोला में संचालित,राशि का बंदरबाट

नवादा : सरपंच निर्वाचन के साढ़े चार वर्ष बीत गये। अधिकारीयों की उदासीनता के कारण आज भी कई ग्राम पंचायत कचहरी कार्यालय निर्वाचित सरपंचों के झोला में संचालित है। भले ही सरकार ने पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए ग्राम कचहरी कार्यालय को संचालन के लिए न्याय सचिव, न्याय मित्र आदि कर्मी देकर उनके कार्यालय के लिए फर्नीचर, लैपटॉप, प्रिंटर मशीन आदि से लैस करने के लिए राशि दिया जा चुका है। जिसका सदुपयोग नहीं किए जाने से कार्यालय यू ही झोला में संचालित हो रहे हैं।

कुछ इसी प्रकार की स्थिति उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड के कई सरपंच कार्यालय की है। इस सम्बन्ध में प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार दिनकर ने बताया कि अभी सिरदला प्रखंड कार्यालय में हाल ही में योगदान लिए हैं, जानकारी मिली है कि कुछ कार्यालय झोला में संचालित है। जिसकी जांच किए जाने का निर्देश प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी प्रणय कुमार को दिया गया है।

सूत्रों की मानें तो सिरदला ग्राम पंचायत, राजन ग्राम पंचायत, अकौना ग्राम पंचायत, एवम् सांढ ग्राम पंचायत एवम् उपर डीह ग्राम पंचायत की सरपंच कार्यालय को राशि मिलने के बावजूद भी झोला में संचालित कर रखा है। जबकि कार्यालय के दस्तावेज के रख रखाव, सरपंच, न्याय मित्र, न्याय सचिव व पंच एवम् आम जनता को बैठने के लिए फर्नीचर का व्यवस्था को ले एक लाख रुपया वीतिय वर्ष 017/018 में ही उपलब्ध कराया गया था। आम लोगों ने जिलाधिकारी से इसकी जांच कराने की मांग की है।

फसलों को बर्बाद कर रही नील गाय

नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखंड के विभिन्न गावों के किसान इन दिनों नीलगाय से परेशान है। किसानों के माध्यम से खेतों में उत्पादित फसलों को आये दिन चट कर जा रहे हैं। किसान नील गायों से निजात पाने के लिए कई दफा प्रशासन से मांग किया लेकिन किसी प्रकार का सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया। राजगीर की पहाड़ी व जंगल से रात के अंधेरे में झुंड के झुंड नील गाय उतर कर गांव चले आते है,और खेत में लगा रबी फसल को बर्बाद कर दे रहे है। जिससे किसानों को आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है ।

किसान रतजगा कर अपने खेतों में लगे फसल की रखबाली कर रहे है । जंगली पशु होने के कारण किसान उसे मारने मेंं डरते है। पहाड तली के किनारे बसे गांव डोहड़ा,मधूवन,मोतनाजे,केशौरिया,बनगंगा,चौरमा,सीतारामपुर,पसई के अलावा हंडिया,नंदपुर,पसई समेत कई गांवों के किसान परेशान है। इन सभी गांव के किसानों के खेत में लगे चना,मसूर,गेहूं के फसलों को बर्बाद कर दे रहे है। किसान कृष्ण कुमार सिंह,अवधेश यादव,अजय सिंह ,रविन्द्र सिंह,विलाश मांझी,सुनील सिंह समेत अन्य किसानों ने समस्या को हल निकालने की मांग जिला प्रशासन से किया है।

चार पैक्स समितियों ने 377 क्विंटल धान की किया खरीद

नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखंड के विभिन्न पैक्स समितियों के माध्यम से पंजीकृत किसानों से धान की खरीद शुरू हो गयी है। फिलहाल चार समितियों के माध्यम से रविवार तक 377 क्विंटल धान का क्रय किया गया जिसमें क्रय केंद्रों में 7 पंजीकृत किसानों ने अपना विक्रय किया है । क्रय करने वाले समितियों में व्यापार मंडल नारदीगंज के अलावा ओड़ो पैक्स,मसौढा़ पैक्स व नारदीगंज पैक्स ने किसानों से धान की खरीद किया है।

यह जानकारी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी ओमप्रकाश कुमार सिंह ने दिया। उन्होंने बताया इस प्रखंड में धान खरीदने के लिए 11 क्रय केंद्र बनाये गये है। ननौरा पंचायत को छोडकर सभी 10पंचायतों के अलावा व्यापार मंडल नारदीगज में धान क्रय केंद्र है।विभाग के माध्यम से 23 नवम्बर से पंजीकृत किसानों से धान क्रय शुरू किया गया है,जो अगामी 31 मार्च 2021 तक क्रय किया जायेगा। कहा गया कि इधर,क्रय केंद्रो में 5 दिसम्बर से पंजीकृत किसानों से धान की खरीद शुरू की गयी है ।

एसडीओ ने किया प्रखंड, अंचल व सीडीपीओ कार्यालय का निरिक्षण

नवादा : जिले के रजौली एसडीओ चन्द्रशेखर अजाद ने अकबरपुर प्रखंड मुख्यालय पहुंच कर प्रखंड कार्यालय, अंचल कार्यालय व सीडीपीओ का औचक निरीक्षण किया। इसके बाद पीएम आवास, शौचालय, सात निश्चय, वृद्बा पेंशन सहित सभी कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा व अभिलेखों, प्रखंड के कैश बुक की बारिकी से जांच की।

जांच के बाद प्रखंड में आये ग्रामीणों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना और संबंधित पदाधिकारी को निदान करने का आदेश दिया। निरीक्षण के बाद पत्रकारों को बताया कि सभी योजनाओं की समीक्षा किया गया। समीक्षा में पाया गया कि नल -जल  गली -नली का कार्य संतोषजनक नहीं है। पंचायत सचिवों से एसडीओ ने बात कर सात निश्चय योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।

उन्होंने ने बताया कि नल -जल योजना में कुछ जगहों पर कमी पायी गयी है। एक सप्ताह में सुधार करने की हिदायत पंचायत सचिवों को दिया। सुधार नहीं हुआ तो वेतन बंद कर कार्रवाई की जाएगी। वैसे सभी विभागों को बीडीओ को आज ही निर्देश दिया कि जो विभाग के काम में कोताही बरतते हैं तो कारवाई करने का निर्देश दिया गया। एक सप्ताह में काम सुचारु रुप से  नहीं हुआ तो वेतन बंद कर दिया जायेगा। प्रखंड में कैश बुक अधुरा होने पर प्रखंड नाजीर संजय कुमार को कङी फटकार लगायी।

गेहूं, आलू व तेलहनी फसल की जल्द करें बुआई :-कृषि समन्वयक

– समय से गेहूं की बुआई होने से होती है उत्तम पैदावार
– लेट वेरायटी के प्रभेद वाले गेहूं की बुआई दिसंबर तक हो सकती है

नवादा : जिले के किसानों के लिए खेती का बहुमूल्य समय है। किसान आलू, गेहूं तथा तिलहन फसलों की बुआई में तन मन से जुटे हैं। लेकिन, लॉकडाउन व पैक्स अब तक धान खरीद नहीं कर रहा है। फलतः किसानों के समक्ष उत्पन्न आर्थिक तंगी के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खेतों की जुताई व खाद के लिए किसान महाजन से कर्ज लेकर या औने पौने दामों पर धान बेचकर गेहूं व आलू की बुआई में जुटे है।

मकनपुर के किसान राजू कुमार ने बताया कि आलू का भाव कमने की बजाए बढ़ता जा रहा है। खाद भी महंगा है। धान पैक्स द्वारा लिया नहीं जा रहा है। घर में रुपये नहीं है। जो रुपये थे उससे खेतों की जुताई करवाया है। गेहूं की बुआई करवाया जा रहा है। लेकिन आलू की बुआई कुछ बुआई शेष है। कर्ज लेकर जल्द ही डेढ़ बीघा खेत में आलू की बुआई किया हूँ। जबकि कुछ और लगाने को लेकर खेत की तैयारी में है। इसी प्रकार कुंदन सिंह ने बताया कि खेती महंगी हो गई है। सरकारी कृषि सुविधा भी समय से नहीं मिल रही है।

समय से खेती करने की जरूरत :-

कृषि समन्वयक पंकज कुमार ने रवी फसलों की बुआई इस सप्ताह पूरी कर लेने की सलाह दी है। बताया कि गेहूं व आलू की बुआई किसान किसी कारण से अभी तक नहीं किये है तो अविलंब कर ले। उन्होंने बताया कि गेहूं, आलू रोपनी दिसंबर के अन्तिम सप्ताह तक की जा सकती है परन्तु 25 नवम्बर के बाद विलंब से गेंहू की बुआई करने पर प्रत्येक दिन 25-35 किलो/एकड़ गेंहू की पैदावार कम हो जाती है। इस मौसम में बुआई होने से फसल पैदावार बेहतर होता है। उन्होंने बताया कि वैसे विलंब अवधि के गेहूं एचडी-2285, एचआई-1563, पीबीडब्लू-590 इत्यादि किस्में की बुआई 25 दिसंबर तक की जा सकती है।

बालू लदा दो ट्रैक्टर व एक ट्रक जप्त, चालक गिरफ्तार

नवादा : जिले केवारिसलीगंज थाना क्षेत्र के दो अलग अलग स्थानों से जिला खनन विभाग की टीम ने सोमवार की अहले सुबह छापेमारी कर अवैध बालू लदा दो ट्रैक्टर व एक ट्रक जब्त कर स्थानीय थाना को सुपुर्द किया गया। इस दौरान एक ट्रैक्टर चालक दरियापुर ग्रामीण सुनील चौधरी को गिरफ्तार किया गया है जबकि दो चालक भाग निकलने में सफल हो गया। सहायक खान निदेशक विजय प्रसाद सिंह के आवेदन पर जब्त वाहनों के मालिक व गिरफ्तार चालक के विरूद्ध मामला दर्ज करवाया गया है।

दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि नगर के मुडलाचक के पास से अवैध तरीके से लेे जा रहे दो बालू लदा ट्रैक्टर को पकड़ा गया जबकि दरियापुर पुल के पास कच्ची सड़क से गुजर रहे नाजायज तरीके से बालू लदा एक ट्रक को पकड़ा गया। कहा गया है की दोनों ट्रैक्टरो द्वारा सरकार को अलग अलग 15500 का राजस्व का नुक़सान किया गया है वहीं जब्त ट्रक के माध्यम से 45750 रूपए का राजस्व नुकसान किए जाने की बात कही गई है। गिरफ्तार ट्रैक्टर चालक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

दो माह तक बिजली बिल भुगतान नहीं करने वालों का काटा जा रहा बिजली कनेक्शन

नवादा : जिले में विद्युत बिल बिपत्र भुगतान नहीं करने वाले उपभोक्ताओं के विरुद्ध विभाग द्वारा सख्त रवैया अपनाया जा रहा है। जिन उपभोक्ताओं का बिजली बिल दो माह से अधिक समय तक जमा नहीं हुआ है उनकी बिजली काटने का अभियान शुरू किया गया है। अब तक 30 से अधिक उपभोक्ताओं की बिजली काटी जा चुकी है। विभाग की इस कार्रवाई से बिजली बिल के बकायेदारों में हड़कंप व्याप्त हो गया है।

वारिसलीगंज बिजली अनुमंडल कार्यालय में कार्यरत कनीय अभियंता मो.रोशन जमाल ने बताया कि दो महीना से अधिक समय से जिन उपभोक्ताओं के पास बिजली बिल का बकाया है। वरीय अधिकारियों से मिले निर्देश के तहत उनकी बिजली काटी जा रही है। बकायेदारों के विरुद्ध चलाई जा रही अभियान में अब तक एक सप्ताह में प्रखंड के विभिन्न गांवों व नगर पंचायत की 30 विधुत उपभोक्ताओं का बिजली विच्छेद किया जा चुका है। बताया गया कि अन्य बकायेदार जिनके पास दो महीना से अधिक या तीन हजार से अधिक दोनों में से कोई भी स्थिति में बिजली बिल बकाया है। उनकी सूची बना कर करवाई शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में सोमवार को वारिसलीगंज बाजार के मेन रोड निवासी पांच बिजली बकायेदारों की बिजली काटी गई।

प्रखंड प्रभारी ने विडिओ -सी ओ को दिया आवश्यक निर्देश

नवादा : सोमवार को जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड कार्यालय में प्रखंड प्रभारी सह रजौली भूमि उप समाहर्ता विनय कुमार सिंह ने विडिओ एवम् सी ओ के साथ आवश्यक बैठक किया। इस दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार दिनकर, बी पी आर ओ अमरदीप कुमार को संचालित मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना की समीक्षा कर लगातार मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया।

प्रखंड के पन्द्रह पंचायतों की 207 वार्डों में वार्ड व टोला मिलाकर करीब 290 घर नल कि जल योजना को लिया गया था। जिसमें क्षेत्र के 70 योजना पी एच डी से क्रियान्वयन किए जाने के कारण योजना संतोषजनक नहीं रहने पर नाराजगी ब्यक्त किया। साथ वार्ड क्रियान्वयन समिति से संचालित योजना धरातल पर दिखने के बावजूद भी लगातार मॉनिटरिंग कर हर घर तक नल जल पहुंचने का कार्य सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है।

अंचल अधिकारी गुलाम सरवर के साथ आर टी पी एस काउंटर, दाखिल खारिज काउंटर, वृद्धा वस्था पेंशन आवेदन काउंटर पर कार्यरत कार्यपालक सहायक से भी आवश्यक पूछताछ कर छात्र छात्राओं से जुड़े जाती, आवासीय, आय प्रमाण निर्गत करने में कोई परेशानी न हो इसके लिए भी आवश्यक निर्देश दिए। सिरदला से मिल रही समस्या को लेकर प्रखंड प्रभारी लगातार प्रखंड सह अंचल कार्यालय के कर्मियों के साथ बैठक कर सुधार करने को लेकर निर्देशित कर रहे हैं।