पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद पीएम मोदी के धन्यवाद बिहार कार्यक्रम में भाजपा की तरफ से यह स्पष्ट रूप से कहा गया था कि बिहार में एनडीए नीतीश कुमार के नतृत्व में अपने संकल्पों को पूरा करेगी। इसके बाद अन्य सहयोगी दलों ने भी सीएम के लिए नीतीश के नाम पर अपना समर्थन दिया। इसको लेकर आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर चारों दलों के प्रमुख नेताओं के साथ हुई मीटिंग में यह तय हो गया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे!
मुख्यमंत्री का नाम तय होने के बाद अब नई सरकार में उपमुख्यमंत्री को लेकर असमंजस बना हुआ है। उपमुख्यमंत्री पद के लिए कई नाम उछाले जा रहे हैं। इनमें से सबसे पहला नाम सामने आ रहा है, कामेश्वर चौपाल का। कामेश्वर चौपाल भाजपा के दलित नेता हैं। वे संघ व वीएचपी के कार्यकर्ता रह चुके हैं। इनके समर्थकों का कहना है कि वे राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे हैं। अगर पार्टी उन्हें सरकार में दायित्व देती है तो इससे भाजपा का कोर हिंदुत्व वोट बैंक मजबूत होने के साथ-साथ दलितों की बीच भाजपा की पैठ बढ़ सकती है।
वहीँ, भाजपा की तरफ से दूसरा नाम डॉ प्रेम कुमार का उछाला जा रहा है। उनके समर्थकों का कहना है कि पार्टी इस बार डॉ प्रेम कुमार को उपमुख्यमंत्री बनाए। क्योंकि, वे लगातार आठ बार चुनाव जीतकर एक रिकॉर्ड बनाए हैं, उनको डिप्टी सीएम बनाने के बाद भाजपा पूरे बिहार में अति पिछड़े, गरीबों व दलितों में मजबूत पैठ बनाएगी।
इन दोनों के आलावा तीसरा नाम वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी का लिया जा रहा है। भाजपा व जदयू के पास पर्याप्त संख्या नहीं होने के कारण मुकेश सहनी के समर्थक उन्हें डिप्टी सीएम बनाने की बात कह रहे हैं। वहीं, उनका कहना है कि महागठबंधन के तरफ से सहनी को डिप्टी सीएम का ऑफर आ चुका है।
इस तरह की मांगों को लेकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बिहार में प्रसाद की तरह डिप्टी सीएम का पद बांटा जा रहा है, जबकि पहले से एक डिप्टी सीएम का पद भाजपा के पास है और लम्बे समय से इस पद का निर्वहन सुशील कुमार मोदी कर रहे हैं। वैसे सूत्रों की मानें तो इस बार भी डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी हीं रहेंगे।