पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में अब तक दो चरणों का चुनाव संपन्न हो चुका है। अब तीसरे और आखिरी चरण का मतदान 7 नवंबर को होना है। इसके लिए आज शाम से प्रचार प्रसार थम जाएंगे। वहीं आदर्श आचार संहिता लागू होने से पूर्व सभी दलों के प्रमुख नेता लगातार जनसभा कर तीसरे चरण के मतदाताओं को लुभाने में जुटे हुए हैं।
इसी कड़ी में कल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा के स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ ने बिहार में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि घुसपैठियों को बहुत जल्द बाहर निकाला जाएगा। वहीं इस मामले पर उनके साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रहे जदयू के मुखिया बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि किसी में इतना दम नहीं है कि हमारे लोगों को बाहर निकाल सके।
दरसअल बिहार के कटिहार में भाजपा प्रत्याशी के लिए प्रचार कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा था कि विरोधी दल घुसपैठियों को सहयोग देती है और बहुत ही जल्द घुसपैठियों को बाहर निकाला जाएगा।
वहीं किशनगंज में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बिहार के मुखिया नीतीश कुमार ने कहा कि वह कौन दुष्प्रचार करता है , फालतू बात करता है, यहां से कौन किस को देश से बाहर करता है ऐसा इस देश में किसी में दम नहीं है। कौन इसको बाहर करेगा साहब ? ये सब कैसे फालतू बातें करते रहते हैं।
कुछ लोग चाहते हैं कि समाज में हमेशा रगड़ा – झगड़ा चलता रहे
साथ ही नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोग चाहते हैं कि समाज में हमेशा रगड़ा – झगड़ा चलता रहे उन्हें इन सबों के अलावा कोई काम करने की जरूरत ही नहीं है। जबकि हम और हमारी पार्टी आपसी प्रेम, भाईचारा और सद्भाव से काम करती है। इससे समाज आगे बढ़ता है और देश तरक्की करता है।
हालांकि उन्होंने यह बात विपक्ष को लेकर कहा है लेकिन सवाल ये उठता है कि उनको यह बात उसी समय क्यों याद आयी जब योगी आदित्यनाथ में घुसपैठियों को लेकर बयान बाजी किया।
उनके इस बयान के बाद राजनीतिक जानकारों का कहना है कि बिहार में तीसरे चरण में ज्यादातर सीटों पर चुनाव होने हैं जहां अति पिछड़ा और मुस्लिम समुदाय के लोग अधिक संख्या में रहते हैं और नीतीश कुमार उन वोटरों को नाराज करना नहीं चाहते हैं क्योंकि वह जानते हैं कि राजद शुरुआत से ही एमवाई समीकरण पर चुनाव लड़ते आया है और तीसरे चरण में उनकी संख्या अधिक है इसलिए उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बातों का खंडन किया।