मुंगेर : विजयादशमी की रात मुंगेर में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान मुंगेर में पुलिस द्वारा निहत्थे श्रद्धालुओं पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया गया था। पुलिस ने निहत्थे श्रद्धालुओं पर गोली दागी थी। जिसमें आधिकारिक रूप से एक की मौके पर मौत हो गई तथा कई लोग घायल हैं और उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है।
इस घटना के बाद बिहार के राजनीतिक गलियों में यह घटना बहुत बड़ा मुद्दा बन कर सामने आया। जहां राजद नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री प्रत्याशी तेजस्वी यादव ने कहा कि यदि उनकी सरकार बनी तो इसका जांच करवाएंगे। तो वहीं भाजपा नेताओं द्वारा भी इसे गलत करार दिया गया। इस घटना के बाद मुंगेर के लोगों द्वारा आक्रोश में विरोध मार्च भी निकाला गया। जिसके बाद निर्वाचन विभाग ने यहां के पूर्व एसपी और डीएम को हटाकर मुंगेर में नए एसपी और डीएम को बहाल करवाया। इसके बाद अब इसी कड़ी में मुंगेर के पुलिसकर्मियों के खिलाफ दो केस दर्ज किया गया है। इसमें एक केस मृतक के परिजनों ने किया है। जिसके बाद इस घटना की जांच शुरू हो गई है।
मुंगेर पुलिस फायरिंग को लेकर कोतवाली थाना में श्रद्धालुओं पर फायरिंग और लाठीचार्ज को लेकर 20-25 अज्ञात पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज किया गया है। मुंगेर घटना के बाद घटना के बाद पहली बार केस पुलिस के खिलाफ हुआ है। वही, मृतक के परिजन भी पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस विभाग का कहना है कि जो वीडियो वायरल हुआ है उससे दोषी पुलिसकर्मियों का पहचान किया जा रहा है।