छपरा : मधुमेह दिवस के अवसर पर सारण सदर अस्पताल परिसर में मरीजों की जांच की गई। इस अवसर पर उपाधीक्षक डॉक्टर शंभूनाथ सिन्हा ने बताया कि लोग व्यस्तता के कारण मधुमेह की नियमित जांच नहीं करवाते हैं। जागरूकता के अभाव में भी वे जांच नहीं करवा पाते हैं जिसके कारण मधुमेह का शिकार होना पड़ता है। अक्सर 40 वर्ष के बाद की उम्र वाले लोगों में ही मधुमेह की शिकायत देखने को मिलती है। मधुमेह से बचने के लिए नियमित व्यायाम बहुत जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि मधुमेह की पहचान ज्यादा पेशाब लगना, बार—बार पेशाब आना, आंखों से कम दिखाई देना, चक्कर आना, चिड़चिड़ा होना आदि है।
इससे बचने का भी उपाय उन्होंने बताया। कम कैलोरी वाला भोजन करना, भोजन में बिल्कुल मीठा नहीं खाना, धूम्रपान और शराब से परहेज करना, दिन में तीन बार खाना खाने के बजाय 6 बार में उसे थोड़ा थोड़ा खाना और चिकित्सकों से परामर्श पर ही दवा लेना आदि सावधानियां मधुमेह से बचाती हैं। इस अवसर पर सदर अस्पताल के एनसीडीओ, डॉ अमरेंद्र प्रसाद सिन्हा, लेखापाल बंटी कुमार रजक सहीत अस्पताल के कई कर्मचारी मौजूद रहे।