राजेन्द्र, रामेश्वर समेत 9 नेताओं को जायसवाल ने दिखाया बाहर का रास्ता
पटना: गठबंधन धर्म निभाने के कारण भाजपा की कई पारंपरिक सीटें जदयू के खाते में चली गई है। इसके कारण कई भाजपा नेता जदयू-भाजपा गठबंधन से अलग होकर कथित भाजपा-लोजपा गठबंधन चुनावी मैदान में उतर गए हैं। इनमें से कई नेताओं की गिनती पार्टी के कद्दावर नेताओं के तौर पर होती है।
लेकिन, एक बार पुनः गठबंधन धर्म की परंपरा का निर्वहन करते हुए पार्टी ने इन बागियों को बाहर का रास्ता दिखाया है।इसकी जानकारी देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय मयूख ने बताया कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए 9 नेताओं को एनडीए प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने की वजह से 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया जाता है।
निष्कासित नेताओं के नाम:-
1. राजेन्द्र सिंह, रोहतास
2. रामेश्वर चौरसिया, रोहतास
3. डॉ उषा विद्यार्थी, पटना ग्रामीण
4. रविन्द्र यादव, झाझा
5. श्वेता सिंह, भोजपुर
6. इंदु कश्यप, जहानाबाद
7. अनिल कुमार, पटना ग्रामीण
8. मृणाल शेखर, बांका
9. अजय प्रताप, जमुई
बता दें कि इनमें से कुछ ऐसे नाम हैं जो पार्टी के बड़े चेहरे हैं। इन लोगों ने पारंपरिक सीट जदयू को दिए जाने के बाद बागी रूख अख्तियार करते हुए लोजपा के सिंबल पर चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। वैसे राजनीति की यह परंपरा रही है कि जो लोग बागी होकर चुनाव जीतते हैं, उनको पार्टी में फिर से वही सम्मान दिया जाता है।