5 अक्टूबर : दरभंगा की मुख्य ख़बरें

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बेलादुल्ला विकास मंच के तत्वावधान में लागत मूल्य पर हुई ब्लड शुगर की जांच

दरभंगा : वर्तमान जीवनशैली के कारण ज्यादातर लोग ब्लड शुगर से पीड़ित हो रहे हैं।अतः समय-समय पर अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच अवश्य करवानी चाहिए। भारत में दिन प्रतिदिन बढ़ती मधुमेह-रोगियों की संख्या चिंतनीय है।उक्त बातें बेलादुल्ला विकास मंच, दरभंगा के तत्वावधान में संस्था के कोषाध्यक्ष डा इंद्र नारायण मिश्र के सहयोग से बेलादुल्ला में ‘शिवम डायग्नोसिस’,आयकर चौराहा के सौजन्य से लागत मूल्य पर ब्लड शुगर लेवल की जांच शिविर का उद्घाटन करते हुए मिथिला विश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहास के विभागाध्यक्ष एवं बेलादुल्ला निवासी मंच के अध्यक्ष डा अयोध्यानाथ झा ने कहा। उन्होंने कहा कि यह मंच एक बहुआयामी संस्था है,जिसके माध्यम से कई तरह के कार्य किए जा रहे हैं।शुगर लेवल की जांच एक सामाजिक कार्य है,जिससे स्वस्थ समाज का निर्माण में मदद मिलेगा।

कार्यक्रम में दर्जनों गरीब एवं जरूरतमंद व्यक्तियों के भोजन से पूर्व तथा भोजन के बाद शुगर लेवल की जांच की गई,जिसमें तकनीशियन के रूप में पंकज कुमार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम में डा विधानचंद्र चौधरी,डा आर एन चौरसिया, संतोष कुमार मिश्र,अन्नु झा,पवन कुमार झा,आनंद मोहन,राकेश मिश्रा,पंकज कुमार मिश्र,मिहिर झा,डा माधुरी चौधरी,सिकंदर मिश्र, श्रवण झा,चंद्रकला देवी, भोला झा,अवधेश कुमार झा, विभा झा,सुमित्रा चौधरी, क्षेमा झा तथा डा शंकर मिश्र आदि ने योगदान किया।

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दरभंगा पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य एवं संस्था के सचिव डा मदन कुमार मिश्र ने कहा कि रक्त शुगर ज्यादातर वंशानुगत एवं बिगड़ी जीवनशैली का परिणाम है,जिसके कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।ब्लड शुगर हमारे शरीर में कई अन्य बीमारियों को आमंत्रित करता है। मंच की सेवा-समिति के संयोजक डा आर एन चौरसिया ने कहा कि आज के व्यस्तापूर्ण भागमदौड़ भरे अनियमित जीवनशैली के चलते डायबिटीज बीमारी अधिकांश लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है।शारीरिक श्रम की कमी,तनावपूर्ण जीवन, प्रदूषित पर्यावरण,अनियमित खानपान आदि से मधुमेह बढ़ता है।साइलेंट किलर डायबिटीज का हब भारत बनता जा रहा है। नियमित जांच,करैला,मेथीदाना, एलोवेरा, विल्वपत्र,त्रिफला चूर्ण, आमला आदि के नियमित सेवन से ब्लड शुगर लेवल नियमित किया जा सकता है।

आईएमए भवन में किया गया वर्चुअल जनसंवाद का आयोजन

दरभंगा : वर्चुअल जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन दरभंगा आईएमए भवन में किया गया, इस कार्यक्रम का उद्घाटन जिला भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ अमोद कुमार झा, दरभंगा आईएमए के अध्यक्ष सह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ बी बी साही एवं डॉ सुशील कुमार द्वारा दीप प्रज्वलन से किया गया इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्रीमान अश्विनी चौबे जी मुख्य वक्ता के के रूप में अपना संबोधन दीया।

जनसंवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ मनोज कुमार ने की डॉ मनोज कुमार ने अपने अध्यक्षीय भाषण में केंद्र सरकार द्वारा किए गए स्वास्थ्य की दिशा में प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी जिसे सभी श्रोता गणों ने हृदय से सराहा माननीय सांसद श्री गोपाल जी ठाकुर ने मिथिला में हो रहे इस जनसंवाद कार्यक्रम में अपना हर्ष व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार द्वारा दरभंगा जिले में चिकित्सा के क्षेत्र में किए गए कार्यों को विस्तार से जानकारी दी एवं श्रोता गणों को विश्वास दिलाया कि वे दरभंगा में अपने प्रयासों से चिकित्सा व्यवस्था को विश्व प्रसिद्ध करने के लिए तत्पर हैं माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीमान अश्विनी चौबे जी ने अपने सारगर्भित भाषण में केंद्र सरकार द्वारा चिकित्सा के क्षेत्र में किए गए कार्यों को बिंदुवार विस्तार से व्याख्यान किया एवं केंद्र सरकार के भविष्य के योजनाओं को योजनाओं की विस्तार से चर्चा की धन्यवाद ज्ञापन डॉ मनोज कुमार प्रदेश अध्यक्ष भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ ने किया इस कार्यक्रम का आयोजन जिला अध्यक्ष दरभंगा जिला चिकित्सा प्रकोष्ठ डॉ आमोद कुमार झा के द्वारा स्थानीय रूप से किया गया।

इस कार्यक्रम में दर्जनो चिकित्सक एवं चिकित्सा प्रकोष्ठ से जुड़े हुए सभी साथी गण पैरामेडिकल कर्मी भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए जिला स्तरीय एवं प्रांतीय पदाधिकारी गण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी गण और मीडिया के जाने-माने प्रबुद्ध मीडिया कर्मी गण उपस्थित रहे स्थानीय स्तर पर धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुशील कुमार द्वारा किया गया।

एनडीए सरकार ने कोविड-19 के संक्रमण काल में कोई कमी नहीं छोड़ी : अश्विनी चौबे

दरभंगा : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि कांग्रेसी एवं उनके सहयोगी दलों ने स्वास्थ्य जैसे संवेदनशील क्षेत्र को हमेशा नजरअंदाज करते रहे। अटल बिहारी बाजपेयी के नेतृत्व में देश में पहली बार नई स्वास्थ्य नीति लाने का काम किया गया। जहां दिल्ली में एक एम्स था। उन्होंने पूरे देश में अपने कार्यकाल 6 एम्स देने का कार्य किया। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने के बाद स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए आयुष्मान भारत योजना, 23 एम्स की स्थापना, नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन जैसे कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम शुरू की गई है। जिससे भारत की चिकित्सा स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत हुई है। आयुष्मान भारत योजना से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को स्वास्थ्य बीमा मिला है। उसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है।

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे रविवार को बिहार भारतीय जनता पार्टी चिकित्सा प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित चिकित्सा जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ मनोज कुमार ने की।

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने बिहार को पटना एम्स दिया। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूती प्रदान करने के लिए उत्तर बिहार के दरभंगा एम्स देने का काम किया है। कोविड-19 के संक्रमण काल में एनडीए की सरकार ने किसी तरह की कोई भी कमी नहीं छोड़ी। आज देश का रिकवरी रेट 80 फ़ीसदी से अधिक है। वहीं बिहार का रिकवरी रेट 90 फ़ीसदी से अधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री चौबे ने कहा कि टेस्टिंग ट्रैकिंग एवं ट्रीटमेंट का नतीजा है कि लगातार रिकवरी रेट बेहतर हो रहा है। इस जंग को जनता के सहयोग से हर हाल में जीतेंगे।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार ने कोरोना के विरुद्ध जंग में बिहार को हर संभव मदद उपलब्ध कराया है। ऑक्सीजन वेंटीलेटर, सिलेंडर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, एचसीक्यू टैबलेट, एन 95 मास्क, पीपीई किट, आरटीपीसीआर लैब, कोबास, एवं नेशनल हेल्थ मिशन के तहत विरुद्ध जंग में 300 से अधिक करोड़ रुपए लगभग की राशि उपलब्ध कराई गई। भारत सरकार के सहयोग से पटना के बिहटा, एवं मुजफ्फरपुर के पताही में 500- 500 बेड का अस्पताल बनाया गया। पटना एम्स को कोविड डेडीकेटेड हॉस्पिटल में बदला गया। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने चिकित्सा प्रकोष्ठ से जुड़े हुए सभी चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों सामाजिक संगठनों से आह्वान किया कि मौजूदा समय में जागरूकता ही बचाव है। मास्क व 2 गज की दूरी ही वैक्सीन है। इसका लोग पालन करें। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाना है।

सभी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए कोविड-19 के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार ने जो कार्य किए हैं उसे जनता को बताना है। दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी की सरकार ने मिथिला के केंद्र दरभंगा में 1264 करोड़ की लागत से 750 बेड वाले एम्स की सौगात दी है, जिससे निकट भविष्य में दरभंगावासी सहित समस्त 8 करोड़ मिथिला वासियों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि दरभंगा एम्स हेतु केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री आदरणीय श्री अश्विनी चौबे जी ने अहम भूमिका निभायी है।

श्री ठाकुर ने कहा कि एम्स के अतिरिक्त मिथिला के केंद्र दरभंगा को आधुनिक सुविधा युक्त सुपरस्पेशलिटी अस्पताल का भी सौगात भी मिला है। उन्होंने कहा कि 150 करोड़ की लागत से लगभग बन चुके इस सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के लिए प्रतिनियुक्त किये गए सभी डॉक्टर डीएमसीएच में अपनी सेवा दे रहे है और कोरोना काल में भी इन सभी डॉक्टरों ने कार्य किया है।

श्री ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, ‘आयुष्मान भारत’ का लाभ 1 करोड़ 29 लाख से अधिक लोगों को मिला है तथा 11 करोड़ परिवार के 50 करोड़ लोगों को इसका लाभ मिलना सुनिश्चित है। उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना के माध्यम से परम आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने गरीबों को पुनः जीवन देने का कार्य किया है, जिसके तहत कई असाध्य रोगों का इलाज होना भी शामिल है।

सांसद ने कहा कि कोरोना संकट के समय डीएमसीएच के सभी डॉक्टर, नर्स व अन्य चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों ने ऐतिहासिक कार्य किया है। उन्होंने कहा कि डीएमसीएच द्वारा लाखों लोगों को स्वास्थ्य सेवा दी जा रही है, पिछले 1 साल में लगभग 7 लाख से अधिक लोगों का इलाज डीएमसीएच में किया गया है। उन्होंने कहा कि डीएमसीएच से 283 प्रकार की दवाइयां तथा 35-40 तरह की चिकित्सा उपक्रम का लाभ लोगों को मिल रहा है, जिससे लाखों लोग लाभन्वित हो रहे है।

सांसद श्री ठाकुर ने कहा कि डीएमसीएच परिसर में निर्माणधीन नए सर्जिकल भवन का लाभ भी लोगों को जल्द मिलेगा। उन्होंने कहा कि परिसर के अंतर्गत अन्य निर्माण कार्यों के पूर्ण होने के बाद डीएमसीएच एक नए स्वरूप में लोगों के सामने होगा।
दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मिथिला के क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित हुए। स्वास्थ्य के क्षेत्र में दरभंगा में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल एवं एम्स स्थापना एक बहुत बड़ी सौगात है। जो आने वाली कई पीढ़ियों तक याद रखेगी। बिहार खासकर उत्तर बिहार के स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूती प्रदान करेगी।

केंद्र सरकार ने दरभंगा को दी एम्स की सौगात : गोपाल जी ठाकुर

प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी की सरकार द्वारा मिथिला के केंद्र दरभंगा में 1264 करोड़ की लागत से 750 बेड वाले एम्स की सौगात दिए जाने का सांसद गोपाल जी ठाकुर ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि दरभंगा एम्स हेतु केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री आदरणीय अश्विनी चौबे जी ने अहम भूमिका निभायी है।

श्री ठाकुर ने कहा कि एम्स के अतिरिक्त मिथिला के केंद्र दरभंगा को आधुनिक सुविधा युक्त सुपरस्पेशलिटी अस्पताल का भी सौगात भी मिला है। उन्होंने कहा कि 150 करोड़ की लागत से लगभग बन चुके इस सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के लिए प्रतिनियुक्त किये गए सभी डॉक्टर डीएमसीएच में अपनी सेवा दे रहे है और कोरोना काल में भी इन सभी डॉक्टरों ने कार्य किया है।

श्री ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, ‘आयुष्मान भारत’ का लाभ 1 करोड़ 29 लाख से अधिक लोगों को मिला है तथा 11 करोड़ परिवार के 50 करोड़ लोगों को इसका लाभ मिलना सुनिश्चित है। उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना के माध्यम से परम आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने गरीबों को पुनः जीवन देने का कार्य किया है, जिसके तहत कई असाध्य रोगों का इलाज होना भी शामिल है।

सांसद ने कहा कि कोरोना संकट के समय डीएमसीएच के सभी डॉक्टर, नर्स व अन्य चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों ने ऐतिहासिक कार्य किया है। उन्होंने कहा कि डीएमसीएच द्वारा लाखों लोगों को स्वास्थ्य सेवा दी जा रही है, पिछले 1 साल में लगभग 7 लाख से अधिक लोगों का इलाज डीएमसीएच में किया गया है। उन्होंने कहा कि डीएमसीएच से 283 प्रकार की दवाइयां तथा 35-40 तरह की चिकित्सा उपक्रम का लाभ लोगों को मिल रहा है, जिससे लाखों लोग लाभन्वित हो रहे है।

सांसद श्री ठाकुर ने कहा कि डीएमसीएच परिसर में निर्माणधीन नए सर्जिकल भवन का लाभ भी लोगों को जल्द मिलेगा। उन्होंने कहा कि परिसर के अंतर्गत अन्य निर्माण कार्यों के पूर्ण होने के बाद डीएमसीएच एक नए स्वरूप में लोगों के सामने होगा।

15 केंद्रों पर शांतिपूर्ण संपन्न हुई इंटीग्रेटेड बीएड प्रवेश परीक्षा

दरभंगा : बिहार इंटीग्रेटेड B.A. B.Ed. / B.Sc. B.Ed. संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2020 (CET-Int.-B.Ed.-2020) की निर्धारित तिथि 04 अक्टूबर, रविवार को पूर्वाह्न 11ः00 बजे से शुरू होकर अपराह्न- 01ः00 बजे तक तीनों नगरों यथा-दरभंगा, मुजफ्फरपुर और पटना के कुल 15 परीक्षा केन्द्रों पर शांतिपूर्ण सम्पन्न हो गई।

इस परीक्षा में दरभंगा में कुल 8 परीक्षा केन्द्रांे पर 3106 अभ्यर्थी में से 2581 अभ्यर्थी उपस्थित एवं 525 अनुपस्थित, मुजफ्फरपुर के 4 परीक्षा केन्द्रांे पर 2082 अभ्यर्थी में से 1700 अभ्यर्थी उपस्थित एवं 382 अभ्यर्थी अनुपस्थित एवं पटना के 3 परीक्षा केन्द्रों पर 2593 अभ्यर्थी में से 1828 अभ्यर्थी उपस्थित एवं 765 अनुपस्थित हुए। इस तरह कुल 7781 अभ्यर्थी में से 6109 अभ्यर्थी उपस्थित एवं 1672 अभ्यर्थी अनुपस्थित हुए। उपस्थित अभ्यर्थियों का प्रतिशत 78.51 रहा।

पारदर्शिता के लिए जहाॅं सभी केन्द्रों पर फेसियल बायोमिट्रीक एटेन्डेन्स भी अभ्यर्थियों का लिया गया वहीं नोडल विश्वविद्यालय ल.ना.मि.वि.,दरभंगा के परीक्षा केन्द्रों का माननीय कुलपति, प्रति-कुलपति एवं कुलसचिव द्वारा निरीक्षण किया गया। डब्ल्यूआईटी केन्द्र के निरीक्षण के क्रम में माननीय कुलपति प्रो0 एस.पी.सिंह ने परीक्षा आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की। वहीं एमएलएसएम केन्द्र के निरीक्षण के क्रम में उन्होंने कहा कि परीक्षा के लिए जो व्यवस्था की गई है वो तारीफ के योग्य है और ये परीक्षा पूरी तरह सफल हुआ। इसके लिए राज्य नोडल पदाधिकारी एवं उसकी सम्पूर्ण टीम धन्यवाद के पात्र हैं। माननीय कुलपति महोदय के साथ कुलसचिव डाॅ0 मुश्ताक अहमद भी थे। माननीया प्रति-कुलपति प्रो0 डाॅली सिन्हा ने एमएलएसएम काॅलेज, एमआरएम काॅलेज, डब्ल्यूआईटी, सीएमसाईन्स काॅलेज, सीएम काॅलेज तथा मिल्लत काॅलेज के परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया। परीक्षा की चाक-चैबन्द व्यवस्था पर उन्होंने ने भी संतोष प्रकट किया।

राजभवन द्वारा प्रतिनियुक्त विशेष पर्यवेक्षक श्री विजय कुमार, तकनिकी निदेशक, एनआईसी, राजभवन, पटना तथा विश्वविद्यालय के नोडल पदाधिकारी प्रो0 अरूण कुमार सिंह के द्वारा भी दरभंगा स्थित परीक्षा केन्द्रों का जायजा लिया गया। सहयोगी आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय,पटना के नोडल पदाधिकारी डाॅ0 ज्ञानदेव मणी त्रिपाठी से प्राप्त सूचना के अनुसार पटना के परीक्षा केन्द्रों हेेतु प्रतिनियुक्त विशेष पर्यवेक्षक श्री संजय कुमार, ओएसडी, राजभवन, पटना, एएन काॅलेज, पटना के परीक्षा केन्द्र का जायजा लिया और स्वच्छ तथा शांतिपूर्ण परीक्षा सम्पन्न होने की बात कही। मुजफ्फरपुर से विश्वविद्यालय नोडल पदाधिकारी प्रो0 अभय कुमार सिंह, अध्यक्ष, छात्र कल्याण, बी.आर.ए.बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर ने सूचित किया कि राजभवन द्वारा प्रतिनियुक्त विशेष पर्यवेक्षक श्री राम अनुग्रह नारायण सिंह, अपर सचिव, राजभवन, पटना, ने नगर के चारों परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया, और परीक्षा की व्यवस्था पर संतुष्ट दिखे। नोडल विश्वविद्यालय द्वारा प्रतिनियुक्त केन्द्रीय समन्वयक-सह-पर्यवेक्षक, दरभंगा के लिए डाॅ0 शम्भू प्रसाद एवं डाॅ0 रूहुल्ला मिर्जा वेग, मुजफ्फरपुर के लिए डाॅ0 के.के. साहू तथा पटना के लिए डाॅ0 ए.पी.गुप्ता की सक्रियता परीक्षा की आयोजन में महती भूमिका का निर्वहन किया। परीक्षा के सफल आयोजन हेतु विभिन्न पर्यवेक्षकों, केन्द्रीय समन्वयक तथा उड़नदस्ता दल के द्वारा भी केन्द्रों का पर्यवेक्षण किया गया।

CET-Int.-B.Ed.-2020 के राज्य नोडल पदाधिकारी प्रो0 अशोक कुमार मेहता तथा समन्वयक डाॅ0 अरविन्द कुमार मिलन ने बताया कि तीनों नगरों में शांतिपूर्ण एवं स्वच्छ परीक्षा सम्पन्न हुई। कहीं से किसी भी प्रकार की अप्रिय सूचना नहीं मिली है। प्रो0 मेहता ने इस परीक्षा के लिए राज्य नोडल पदाधिकारी का दायित्व देने हेतु महामहिम कुलाधिपति के प्रति आभार व्यक्त किया एवं मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रति-कुलपति एवं कुलसचिव को तथा परीक्षा कार्य से जुड़े सभी केन्द्राधीक्षकों, प्रशासनिक पदाधिकारियों, पुलिस बल एवं कर्मियों के साथ-साथ अभ्यर्थियों एवं अभिभावकों का भी धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया है।

 

मुरारी ठाकुर

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