4 अक्टूबर : आरा की मुख्य ख़बरें

0
आरा की मुख्य ख़बरें

संदेश से आरजेडी की उम्मीदवार होंगी विधायक की पत्नी, कटवाया गया NR रसीद

आरा : बिहार में विधानसभा चुनाव के चंद दिन ही शेष बचे हैं। अभी भी महागठबंधन एवं एनडीए में सीट का मामला फंसा हुआ है। लेकिन इन सबसे परे यदि कोई पूरी तरह से संतुष्ट है कि उसे ही टिकट मिलेगा तो वह है संदेश के फरार विधायक अरुण यादव का परिवार। संदेश विधानसभा क्षेत्र से इस बार विधायक की जगह उनकी पत्नी किरण देवी चुनावी मैदान में होंगी| पिछले कई महीनों से किरण देवी एवं उनका बेटा दीपू राणावत अपने पिता की गैर हाजिरी में जनता के बीच बने हुए थे। उन्हें सहायता पहुंचा रहे थे। लालू यादव के बेहद करीबी समझे जाने वाले अरुण यादव को इस बार भी संदेश विधानसभा से सीट मिलना तय है कुछ ही घंटों में इसकी औपचारिक घोषणा हो जाएगी. या यूं कहें कि सब कुछ फाइनल है तभी तो संदेश विधानसभा क्षेत्र से किरण देवी के समर्थकों ने NR रसीद कटवा लिया है. अधिकारियों ने भी इसकी घोषणा कर दी है कि किरण देवी ने एनआर कटवा लिया है.

192 संदेश विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी पूरी तरह से राजद कोटे से चल रही है. भले ही आरोपी विधायक फरार है लेकिन उनकी गैर हाजरी में उनका बेटा एवं उनकी पत्नी जनता के बीच बनी हुई है. फिलहाल देखना है कि कब टिकट की घोषणा होती है और कब विधायक की पत्नी किरण देवी नामांकन का पर्चा भर्ती है. सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि राजद विधायक अरुण यादव, उनकी पत्नी किरण देवी के नाम से आज सदर अनुमंडल कार्यालय में परिवार वालों द्वारा कटवाया गया है.

swatva

बता दे कि 2015 में आरजेडी से अरुण यादव विधायक बने थे पर नाबालिग से बलात्कार मामले में वे फरार चल रहे है और न्यायालय के आदेश के बावजूद पुलिस उनका पता लगाने में भी असफल रही है| इसी बीच अरुण यादव के भाई विजयेन्द्र यादव जो कभी आरजेडी के जिलाध्यक्ष पर प्रदेश के अधिकारी रहे और कहा जाता है कि उनकी मदद से ही अरुण यादव चुनाव जीत पाए थे, वर्तमान में विजयेन्द्र यादव जद(यू) में शामिल हो गए है और इस बार सन्देश विधान सभा क्षेत्र से जद(यू) कोटे से चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर है| अब देखना है कि ऊंट किस करवट बैठता है.

भोजपुर के बेलाउर में मिला संदेहास्पद स्थिति में 20 वर्षीय युवक का शव

आरा : भोजपुर जिले के उदवंतनगर थानान्तर्गत बेलाऊर गांव के बगीचा से 20 वर्षीय युवक का शव पुलिस ने बरामद किया है। मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। इसके बाद शव को बरामद कर लिया गया। 20 वर्षीय युवक कहां का रहने वाला था इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं प्राप्त हो सकी। पुलिस फिलहाल मामले की छानबीन करने में जुटी हुई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया है।

झोलाछाप डॉक्टर ने ली गर्भवती की जान, विरोध में सड़क जाम

आरा : भोजपुर जिला से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। भोजपुर जिले के बिहिया थाना क्षेत्र के दोघरा टोला के पास एक झोलाछाप डॉक्टर के कारण जच्चा-बच्चा दोनों की जान चली गयी। गर्भवती महिला का बेहतर इलाज नहीं होने के कारण मौत हो गई। परिजन यह आरोप पर लगा रहे हैं।इस घटना के बाद परिजनों ने बिहिया चौरस्ता के पास शव को रखकर सड़क जाम कर दिया।मृतक महिला मनीषा देवी बिहिया थाना क्षेत्र के बासुदेवपुर की रहने वाली बताई जा रही थी। परिजनों का आरोप है की झोलाछाप डॉक्टर के कारण ही जान महिला की गई है। बताया जा रहा है कि विहिया थाना के बासदेवपुर निवासी अमित पासवान अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए दोघरा टोला के एक निजी किलनिक में इलाज के लिए ले गए थे। जहां डॉक्टर के कारण जच्चा बच्चा दोनों की जान चली गई ।फिलहाल डॉक्टर फरार बताया जा रहा है। इधर नाराज परिजनों एवं ग्रामीणों ने शव को रखकर आक्रोशित परिजन विहिया चौरस्ता को जाम कर दिया है। पुलिस मौके पे पहुँच कर समझने की कोशिश में लगी है।

अनशन पर बैठे माता–पिता का टूटा भरोसा, दो साल पहले की गई थी बेटे की हत्या पर अब तक गिरफ्तारी नहीं

आरा : क़ानून के राज की दुहाई देने वाले इस राज्य में लोगों को न्याय के लिए अनशन करना पड़ रहा है। अपने बेटे के हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए बुजुर्ग माता-पिता को अनशन पर बैठना पड़ा है। हाल यह है कि दो साल में तीन बार अनशन किया गया, फिर भी पुलिस अब तक किसी आरोपित को गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। ऐसे में अब बुजुर्ग मां-बाप का कानून से भरोसा टूट गया है। भोजपुर पुलिस से भी किसी तरह की आस नहीं रह गयी है। इसे लेकर बुजुर्ग मां-बाप ने डीजीपी को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।

वहीं अनशन पर बैठे बैजनाथ पांडेय और उनकी पत्नी रति देवी की जिद है कि न्याय लेकर रहेंगे या फिर अपनी जान दे देंगे। इस मामले में सबसे हैरत की बात यह है कि आठ दिन से अनशन जारी रहने के बावजूद कोई भी सीनियर अधिकारी हाल जानने नहीं पहुंच सका है। हालांकि शुक्रवार को पीरो के सीओ और स्थानीय थानेदार सुदेह कुमार मेडिकल टीम के साथ पहुंचे थे और अनशन पर बैठे दंपती के स्वास्थ्य की जांच की गयी।

यह दर्द भरी कहानी अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के डोमन डिहरा गांव निवासी बैजनाथ पंडेय और उनकी पत्नी रति देवी की है। बताया जा रहा है कि डोमनडिहरा गांव निवासी बैजनाथ पांडेय के बेटे अमित पाडेय की 04 मई, 2018 को हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में गांव के ही कुछ लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। लेकिन, अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

बेटे के हत्यारों की गिरफ्तारी को ले बैजनाथ पांडेय और उनकी पत्नी रति देवी तीसरी बार अनशन पर बैठे हैं इससे पहले भी दो बार अनशन कर चुके हैं। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है ऐसे में सवाल उठ या है कि आखिर पुलिस किस कारण से आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है।

अनशन पर बैठे बैजनाथ पांडेय और उनकी पत्नी का कहना है कि गिरफ्तारी नहीं होने की स्थिति में पहले भी दो बार अनशन किया गया था दोनों बार अधिकारियों द्वारा जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन तो दिया गया लेकिन हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका। इस कारण एक बार फिर अनशन शुरू किया गया है। इस बार निर्णायक अनशन किया जायेगा। अब देखना है कि नये पुलिस कप्तान हरकिशोर राय के शासन काल में बुजुर्ग माता-पिता को न्याय मिल पाता है या नहीं।

कातिलों की खोज में पहुंचे खोजी कुत्ते को चार घंटे बाद भी नहीं मिला सुराग

आरा : सहार के हातिमगंज में शुक्रवार को बालू कारोबारी के परिजनों और ग्रामीणों की मांग को देखते हुये एसपी की पहल पर डॉग स्कॉवयड की टीम भी मौके पर पहुंची। आते ही टीम ने अपना काम शुरू कर दिया। खोजी कुत्ता सुंघते हुये हातिमगंज पुल पार कर सोन नद के किनारे नहर के पट्टी पकड़ कर गया और आगे जा कर बैठ गया। करीब तीन चार घंटे तक खोजी कुता इधर-उधर घुमता रहा।लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया। इससे परिजन और लोग काफी निराश दिखे। मौके पर सहार थानाध्यक्ष मनिंदर कुमार, चौरी थाना इंचार्ज पवन कुमार, ईमादपुर थानाध्यक्ष मो. साजिद हुसैन, सिकरहट्टा थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार, चरपोखरी थानाध्यक्ष ओमप्रकाश सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

बालू कारोबारी की हत्या क्यों और किसने की? इसका राज खोलना पुलिस के लिये एक चुनौती है। क्योंकि परिजन किसी से कोई विवाद होने से इंकार कर रहे हैं। किसी पर संदेश भी नहीं कर रहे हैं। शव के साथ आरा पहुंचे उसके चाचा सुधीर कुमार ने बताया किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। ऐसे में सवाल उठता है कि दुश्मनी नहीं है, तो फिर इतनी बेरहमी से कत्ल क्यों किया गया। जिस तरीके से हत्या की गयी है, उससे यही लग रहा है कि किसी ने गहरी दुश्मनी निकाली है। बता दें कि पहले रॉड से पिटाई की गयी है और उसके बाद चाकूओं से गोदा गया है। उसके शरीर पर मिले जख्म से ऐसी आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि उसके पूरे शरीर पर चाकू और रॉड के जख्म मिले हैं।हाथ, पैर व पंजरी टूटे हुये हैं। पैर का नस भी कटे होने की आशंका जतायी गयी है। बहरहाल पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है। मोबाइल टावर लोकेशन की भी मदद ली जा रही है। वहीं मृत बालू कारोबारी के मोबाइल की भी सीडीआर भी खंगाली जा रही है।

बालू के धंदे से जुड़े अमित कुमार उर्फ छोटू की हत्या से परिवार में कोहराम मचा है। बेटे के वियोग में मां सहित घर के सभी सदस्यों का बुरा हाल था। वह दो भाइयों में छोटा था। उसके परिवार में मां मंजू देवी व एक बड़ा भाई शशी शेखर उर्फ भोला है।घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है।

कौन होगा प्रत्याशी जनता कन्फ्यूज, पशोपेश में पार्टियां

आरा : सुबे के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे के वीआरएस लेकर पार्टी ज्वाइन करने के बाद शाहपुर में भी इसका सीधा असर देखा जा रहा है। शाहपुर विधानसभा सीट पूर्व डीजीपी के कारण सूबे के हाईप्रोफाइल सीटों में से मानी जा रही है क्योंकि जदयू एवं भाजपा के बीच सीटों के तालमेल को लेकर भी पेंच फंसा हुआ है। इधर भाजपा के एक ही परिवार के दो दिग्गज पूर्व विधायक मुन्नी देवी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे स्वर्गीय विशेश्वर ओझा की पत्नी शोभा देवी भी चुनावी मैदान में अपने-अपने दावे को पेश कर रही हैं। एक संगठन को अपने तरफ मान रहा है तो दूसरा खेमा जनसमर्थन को अपने साथ होने का दवा पेश कर रहा। जबकि वर्तमान विधायक राहुल तिवारी व राजद प्रत्याशी जिनकी तीन पीढ़ियां समाजवादी नेता पंडित रामानंद तिवारी और शिवानंद तिवारी शाहपुर विधानसभा के प्रतिनिधित के रूप में अपनी छाप छोड़ चुके है। राजद से मैदान में है लेकिन उन्हें भी परंपरागत वोटरों में से ही कुछ लोग विधानसभा चुनाव लड़ने को आतुर है, जो उनके लिए मुसीबत खड़ी कर रहे है।

बहरहाल शाहपुर सीट को लेकर जहां जनता पूरी तरह से कंफ्यूज है। वही पार्टियां भी पसोपेश में फंसी हुई। उन्हें भी इस बात का पूरा इल्म है कि यदि पार्टी के भीतर एवं गठबंधन के भीतर आपसी तालमेल नहीं होता है और पार्टी के प्रत्याशी को खुली चुनौती अगर मिलनी शुरू हो जाती है, तो इसका असर बुरा पड़ेगा शायद यही कारण है कि नामांकन महज कुछ दिन बाकी है परंतु अब तक एनडीए का प्रत्याशी कौन होगा यह साफ नहीं हो सका है। जिसके कारण चुनावी मैदान में अनिश्चितता का दौर लोगों के बीच कायम। हालांकि इस बार की चुनाव जिन परिस्थितियों में लड़ा जा रहा है उसके मद्देनजर पार्टी के प्रत्याशियों को एवं उनके परंपरागत वोटरों को भी यह परेशान करने लगा है। वही जाप से भोजपुरी गायक सह अभिनेता राकेश मिश्रा भी ताल ठोक कर अपनी जीत के दावे को लोगो तक पहुंचाने में लगे हुए है। इधर बुटेश्वर यादव, पंडित गंगाधर पांडे तथा बुआ सिंह भी मैदाने-ए-चुनाव में जी जान से लगे हुए है।

महागठबंधन में सीट बंटवारे के बाद भाकपा माले की लिस्ट जारी

आरा : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है. महागठबंधन में सीट बंटवारे के बाद भाकपा-माले की ओर से नाम के साथ 19 विधानसभा सीटों की पूरी लिस्ट जारी कर दी गई है. माले इसबार विधानसभा की 4 सुरक्षित सीट से अपना उम्मीदवार उतारने जा रहा है. बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 144 पर राष्ट्रीय जनता दल, 70 पर कांग्रेस और 29 सीटों पर लेफ्ट अपना कैंडिडेट्स उतारेगी. लेफ्ट पार्टियों में सीपीएम को 4 सीटें, सीपीआई को 6, सीपीआई माले को 19 सीटें दी गई हैं.

पार्टी के बिहार सचिव कुणाल ने कहा है कि 4 अक्टूबर को पार्टी की बिहार राज्य कमेटी की बैठक की जाएगी. राजधानी पटना में होने वाली इस अहम बैठक में माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य खुद मौजूद रहेंगे. इसी मीटिंग में प्रत्याशियों के नाम पर फाइनल मुहर भी लगाई जाएगी कि वामदल के कौन नेता किस सीट से ताल ठोकेंगे.

भोजपुर के तरारी सीट से माले अपना उम्मीदवार उतारेगी. आपको बता दें कि इस सीट से पिछली बार माले के ही उम्मीदवार सुदामा प्रसाद ने बाजी मारी थी. भोजपुर जिले के अगिआंव सीट से भी माले के उम्मीदवार होंगे. यह सुरक्षित सीट पिछली बार जेडीयू के खाते में गई थी. यहां से प्रभुनाथ प्रसाद ने भाजपा के शिवेश कुमार को हराया था. सबसे हैरान करने वाली बात है कि आरजेडी ने आरा सीट को छोड़ दिया है. यानी कि इस सीट से आरजेडी विधायक अनवर आलम का टिकट कट गया है. आरा से इसबार माले का कैंडिडेट्स ताल ठोकेंगे. पिछली बार इस सीट से आरजेडी उम्मीदवार नवाज आलम उर्फ़ अनवर आलम ने भाजपा के अमरेंद्र प्रताप सिंह को हराया था.

बक्सर जिले के डुमरांव सीट से भी माले इसबार अपना उम्मीदवार उतारेगा. इस सीट से पिछली बार जेडीयू के ददन पहलवान ने राम बिहारी सिंह को हराया था. पिछली बार सुशीला देवी इस सीट से माले की उम्मीदवार थीं. माले के संभावित 19 विधानसभा सीटों की पूरी लिस्ट –
1. तरारी 2. अगिआंव (सु.) 3. आरा 4. डुमरांव 5. दरौली 6. जिरादेई 7. दरौंदा 8. बलरामपुर 9. पालीगंज 10. फुलवारीशरीफ (सु.) 11. काराकाट 12. अरवल 13. घोषी 14. सिकटा 15. भोरे (सु.) 16. वारिसनगर 17. कल्याणपुर (सु.) 18. औराई 19. दीघा

भूमि विवाद में दिनदहाड़े दबंगों ने की दर्जनभर राउंड हवाई फायरिग

आरा : भोजपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत कारनामेपुर ओपी के लालू के डेरा गांव में शनिवार को भूमि विवाद एवं पूर्व रंजिश को लेकर दो पक्षों के बीच भिड़ंत हो गई। इस दौरान एक पक्ष द्वारा दरवाजे पर चढ़कर करीब दर्जनभर राउंड हवाई फायरिग की गई। हालांकि, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मौके से फायरिग में प्रयुक्त खोखा बरामद किया गया है।

फायरिग के दौरान लालू डेरा गांव के रहने वाले देव रतन यादव के घर के लोग घंटों अपने घर में दुबके रहे। पीड़ित पक्ष के हरेंद्र यादव ने बताया कि शनिवार के दोपहर बाद गांव के कुछ दबंग नामजद लोग द्वारा हरवे- हथियार से लैस होकर उनके दरवाजे पर आ धमके व दर्जनों राउंड फायरिग करने लगे। साथ ही साथ दबंगो ने काफी हंगामा भी किया। जिसके कारण घर के महिला एवं बच्चे तथा बुजुर्ग दहशत के मारे सहमे हुए है। स्थानीय पुलिस सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंची और कारतूस के कई खोखे बरामद किए।

इस संबंध में पीड़ित पक्ष द्वारा कारनामेपुर ओपी में नामजद लोगों के विरुद्ध फायरिग करने तथा जबरन जमीन हथियाने को लेकर आवेदन दिया गया है। पुलिस ने बताया कि गोली चलने की सूचना है। मौके से पुलिस द्वारा कारतूस के खोखे भी बरामद किया गया है। गोलीबारी को लेकर अभी छानबीन की जा रही है। इधर, गोलीबारी को लेकर दो गुटों के बीच तनाव गहराया गया है। पुलिस लगातार निगरानी रख रही है।

फर्जी सर्टिफिकेट पर नामांकन कराने आये 4 धराए, दो भागे

आरा : एचडी जैन कॉलेज में कोटा के तहत फर्जी सर्टिफिकेट दिखाकर स्नातक पार्ट-वन, सत्र 2020-23 में नामांकन लेने आए चार विद्यार्थियों को कॉलेज प्रबंधन ने धर दबोचा। हालांकि इनमें से दो छात्र भागने में सफल रहे। बीसीए विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अजय कुमार एवं डॉ अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि शुरू में दो विद्यार्थी स्पोर्ट्स कोटा का फर्जी सर्टिफिकेट लेकर आए थे जो कि ओरिजनल सर्टिफिकेट से एकदम मिलता जुलता था।

वे दोनों विद्यार्थी नामांकन लेने में सफल भी हो गए। तभी एनसीसी कोटा के तहत स्नातक पार्ट वन का नामांकन लेने के लिए दो और विद्यार्थी पहुंचे। दोनों विद्यार्थियों द्वारा जो सर्टिफिकेट दिखाया गया वह दिखने से ही फर्जी मालूम पड़ रहा था। जब उसकी जांच पड़ताल की गई तो दोनों सर्टिफिकेट जाली पाया गया। कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू किए जाने के दौरान वे दोनों विद्यार्थी भागने में सफल हो गए। इस दौरान कैम्पस में जाली नामांकन को लेकर हड़कंप मच गया। जाली नामांकन को लेकर परिसर में चर्चाएं होने लगी।

तभी स्पोर्ट्स कोटा के तहत अन्य आए हुए आवेदनों की भी गहन तरीके से जांच पड़ताल की गई तो पाया गया कि स्पोर्ट्स कोटे के तहत आए हुए दो आवेदन भी जाली है, जिनका नामांकन शनिवार तीन अक्टूबर को ही हुआ था। कॉलेज प्रबंधन ने तुरंत ही त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों नामांकन को रद्द कर दिया है। साथ ही दोनों छात्रों के अभिभावकों को सोमवार को प्राचार्य कक्ष में बुलाया गया है। इसके बाद प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी।

सुरक्षा का रखकर ध्यान, चलो करें मतदान

आरा : जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी भोजपुर श्री रौशन कुशवाहा ने समाहरणालय कक्ष में नोडल पदाधिकारियो के साथ बैठक उनके कार्यो एवम उत्तरदायित्व का समीक्षा किया। उन्होंने कहा कि सभी कोषांग के कार्यालय छुट्टी के दिन भी कार्यरत रहेंगे। उन्होंने सभी कोषांगों के वरीय पदाधिकारियो को निर्देश दिया कि अपने -अपने कोषांगों की समीक्षा बैठक नियमित रूप से करेगे। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी पूरी गंभीरता के साथ आयोग से प्राप्त पत्रों को जरूर पढ़े,ताकि ससमय उसका अनुपालन किया जा सके। कार्मिक कोषांग,मतपत्र कोषांग, पोस्टल बैलेट कोषांग, व्यय एवम अनुश्रवण कोषांग स्वीप कोषांग,मीडिया कोषांग,नामांकन कोषांग,प्रेक्षक कोषांग सहित सभी कोषांगों के द्वारा अबतक किये गए कार्यो की समीक्षा जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा किया गया एवम सबंधित नोडल पदाधिकारियो को कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया गया।

MCC कोषांग का गठन

आरा : जिला स्तर पर एवं सभी विधानसभा क्षेत्रों के स्तर पर एमसीसी कोघांग का गठन किया गया है। इनका मुख्य उत्तरदायित्व संबंधित विधानसभा क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन संबंधी मामलों में त्वरित कार्रवाई करना तथा दैनिक स्तर पर उसका प्रतिवेदन तैयार कर जिला स्तरीय कोषांग के माध्यम से निर्वाचन आयोग को प्रेषित करना है। इसके समुचित कार्यान्वयन हेतु प्रत्येक विधानसभा वार 3 फ्लाइंग स्क्वायड टीमों अर्थात कुल 21 फ्लाइंग स्क्वायड टीम टीमों का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम में दो दंडाधिकारी एक पुलिस पदाधिकारी एवं सशस्त्र बलों को रखा गया है। इनका मुख्य कार्य क्षेत्र में अवैध अथवा अधिक मात्रा में नकदी की आवाजाही, अवैध हथियार तथा अन्य संवेदनशील पदार्थों की आवाजाही को रोकना होगा जो निर्वाचन प्रक्रिया को प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त C-vigil App से प्राप्त शिकायतों को 100मिनट के अंदर निपटारा करना भी इसका कार्य है।

जिले के कुल 7 विधानसभा क्षेत्रों में स्टेटिक सर्विलांस टीम के कुल 23 चेक पोस्ट बनाए गए हैं जोकि 24 घंटे कार्यरत प्रत्येक नाकों पर दो पारियों में दंडाधिकारी पुलिस पदाधिकारी पुलिस बल एवं वीडियोग्राफी की प्रतिनियुक्ति की गई है । इनका मुख्य कार्य संबंधित नाकों से गुजरने वाले वाहनों तथा संदिग्ध लोगों की जांच करना तथा उनसे प्राप्त सामग्री इत्यादि की जांच कर समुचित कानूनी कार्रवाई करना है।

प्रथम चरण में ही भोजपुर जिला का विधानसभा आम चुनाव2020 हेतु तिथि निर्धारित है, इसके तहत जिला प्रशासन द्वारा लगातार तैयारियां की जा रही हैं ।लोगों को जागरूक किया जा रहा है ,जगह-जगह बैनर लगाकर मतदान संबंधित जानकारियां दी जा रही हैं। आरा नगर निगम के शहरी क्षेत्र एवं 14 प्रखंडों में जिला प्रशासन द्वारा निर्वाचन संबंधी बैनर लगाया गया है। जिसमें चुनाव तैयारी पर प्रकाश डाला गया है ।बैनर के मुख्य थीम हैं मतदान केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएं ,कोविड-19 गाइडलाइन को किस प्रकार लागू कर मतदान किया जाए सम्बन्धित जानकारी, पोलिंग स्टेशन की तैयारी ,दिव्यांग जनों के लिए जो मोबाइल ऐप बनाए गए हैं उसकी जानकारी ,दिव्यांग जनों के मतदान करने की सुविधाएं, 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं के लिए विशेष सुविधाएं ,ईवीएम vvpat की जानकारी इत्यादि जानकारियों को शहरों एवं प्रखंडों में बैनर पोस्टर के माध्यम से जिला प्रशासन द्वारा लोगों को उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है

बिहार विधान सभा आम निर्वाचन 2020 में भोजपुर जिले के सातों विधानसभा क्षेत्र विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा प्रतिनियुक्त व्यय द्वारा आरा परिसदन के सभागार में अभ्यर्थी व्यय लेखा कोषांग, video viewing team, media कोषांग एवं आयकर के अधिकारियों के साथ बैठक किया गया। बैठक में व्यय कोषांग के सभी टीम के साथ समीक्षा किया गया। उन्होंने जिले में निर्वाचन व्यय के कार्यों की प्रगति देखी। उन्होंने संबोधन करते हुए कहा कि आंकड़ों का संग्रहण करना, vvt द्वारा सही ढंग है लागतो को रेखांकित करना एवं मीडिया certification तथा paid news पर नजर रखना महत्वपूर्ण है। उक्त बैठक में अभ्यर्थी व्यय लेखा कोषांग के नोडल पदाधिकारी वाणिज्य कर उपायुक्त श्री रामचंद्र पूर्वे एवं मीडिया कोषांग के नोडल डीपीआरओ श्रीमती रश्मि चौधरी एवं अन्य उपस्थित थे।

भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देश के आलोक में वरिष्ठ नागरिक (80 वर्ष से अधिक)/ पीडब्ल्यूडी मतदाता जो मतदान केंद्र पर जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सकते हैं वैसे मतदाता को उनके आवासीय पता पर टीम द्वारा डाक मत पत्र के माध्यम से मतदान कराने की विशेष सुविधा प्रदान की गई है। इसके लिए जिला प्रशासन सक्रिय एवं कटिबद्ध है ।वरिष्ठ नागरिक (80 वर्ष से अधिक )के लिए डाक मतपत्र की सुविधा हेतु अनुदेश निम्न प्रकार है:
1. निर्वाची पदाधिकारी द्वारा उपलब्ध कराए गए मतदान क्षेत्र से संबंधित सूची के आधार पर प्रपत्र 12 घ संबंधित निर्वाचक को बीएलओ द्वारा घर जाकर उपलब्ध कराया जाएगा। यदि निर्वाचक अनुपस्थित है तो वैसी स्थिति में मतदान केंद्र स्तरीय पदाधिकारी द्वारा अपना संपर्क संख्या उपलब्ध कराया जाएगा एवं पुनः निर्वाचक के पते पर जाया जाएगा।

2. निर्वाचक द्वारा डाक मतपत्र के उपयोग हेतु प्रपत्र 12 घ में सलग्न पावती में विकल्प चयनित या नहीं चयनित किए जाने की सूचना अंकित की जाएगी।
3. यदि उनके द्वारा डाक मतपत्र का विकल्प चयनित किया जाता है तो मतदान केंद्र स्तरीय पदाधिकारी द्वारा पूर्णतः भरा हुआ प्रपत्र 12 घ निर्वाचक के घर से अधिसूचना निर्गत होने की तिथि से 5 दिनों के अंदर प्राप्त कर उसे निर्वाची पदाधिकारी को समर्पित करेंगे।
4. मतदान केंद्र स्तरीय पदाधिकारी द्वारा प्रपत्र 12 घ के साथ सभी पावती निर्वाची पदाधिकारी को जमा कराया जाएगा।
5. निर्वाची पदाधिकारी के पर्यवेक्षण में उक्त गतिविधियों का अनुश्रवण सेक्टर पदाधिकारी द्वारा किया जाएगा।

सभी निर्वाची पदाधिकारी द्वारा संबंधित क्षेत्र के बीएलओ के माध्यम से फॉर्म 12 घ पहुंचाया जा रहा है जिसे 5 अक्टूबर 2020 तक संबंधित निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय में स्वयं अथवा बीएलओ के माध्यम से फॉर्म भर कर जमा किया जाना है। निर्वाची पदाधिकारी फॉर्म 12 घ की समीक्षा करने के बाद पात्र निर्वाचको को चिन्हित कर बीएलओ एवं अन्य माध्यम से सूचना उपलब्ध कराएंगे ।वैसे सभी पात्र निर्वाचको को अपने मताधिकार का प्रयोग करने हेतु सभी निर्वाची पदाधिकारी द्वारा चिन्हित किए गए दल द्वारा मतदाता के द्वारा दिए गए आवासीय पता पर निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित 2 दिनों में मतदान की प्रक्रिया कराई जाएगी। यदि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित दो दिवस में पात्र मतदाता द्वारा किसी कारणवश अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया जाता है तो उन्हें अपने मताधिकार के प्रयोग से वंचित कर दिया जाएगा एवं मतदान हेतु निर्धारित तिथि दिनांक 28 अक्टूबर 2020 को भी मतदान केंद्र पर जाकर मत देने के अधिकार से उन्हें वंचित कर दिया जाएगा।

जिला निर्वाचन पदाधिकारी भोजपुर द्वारा आरा शहर स्थित बाजार समिति में चुनाव सम्बन्धी स्ट्रांग रूम एवं काउंटिंग हॉल की तैयारी का जायजा लेने हेतु निरीक्षण किया गया।

राजीव एन अग्रवाल

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here