मानव जीवन के बदलाव में अणुव्रत की अहम भूमिका : डॉ अशोक कुमार सिंह

0
अनुमंडल के अथमलगोला प्रखण्ड के करजान गांव में अहिंसा दिवस पर कार्यक्रम आयोजित

बाढ़ : अनुमंडल के अथमलगोला प्रखण्ड अंतर्गत करजान गांव में संचालित श्री लक्ष्मी मिशन पब्लिक स्कूल सह एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र के प्रांगण में वरीय पत्रकार ललन कुमार के संयोजन में अहिंसा प्रशिक्षण केंद्र,बाढ़ के तत्वाधान में अहिंसा दिवस पर भब्य कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण के साथ अनुव्रत आंदोलन के नेता आचार्य तुलसी को नमन करते हुये किया गया।इसकी अध्यक्षता स्कूल के संस्थापक वयोवृद्ध पूर्व प्रधानाध्यापक प्रमोद प्रसाद सिंह ने किया तथा मुख्य अतिथि के रूप में आशा बिहार संस्था के अध्यक्ष एवं अहिंसा प्रशिक्षण केंद्र राजगीर के संयोजक डॉ० अशोक कुमार सिंह उपस्थित थे।

swatva

क्षेत्र के प्रबुद्ध गांधीवादी ग्रामीणों की भव्य उपस्थिति में जीवन विज्ञान के मुख्य प्रशिक्षक प्रो० साधु शरण सिंह सुमन ने अहिंसा दिवस और आचार्य तुलसी महाप्रज्ञ महाश्रमण के व्यक्तित्व कृतित्व पर प्रकाश डाला। डॉ० अशोक कुमार सिंह ने अपने संबोधन में विस्तार से अहिंसा की अवधारणा और वर्तमान परिवेश पर प्रकाश डाला।

उन्होंने आदमी के जीवन में आने वाले बदलाव में अनुव्रत आंदोलन की भूमिका को भी रेखांकित किया। अहिंसा प्रशिक्षण केंद्र द्वारा इस वर्ष का अहिंसा का शिक्षक सम्मान पूर्व प्राध्यापक प्रमोद प्रसाद सिंह को प्रदान किया गया।

अहिंसा दिवस पर कार्यक्रम को संबोंधित करते प्रो०साधुशरण सिंह सुमन

समारोह को पूर्व प्रधानाध्यापक सत्येंद्र प्रसाद सिंह,रामनरेश सिंह रामायण सिंह,विजयेंद्र प्रसाद सिंह ,मुखिया पति शिव शंकर कुमार सिंह,समाजसेवी के०एन० सिंह,सुधीर कुमार गुलशन, राजो सिंह सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया।स्वागत भाषण कार्यक्रम के संयोजक ललन कुमार ने किया।कार्यक्रम में कवि यीशु कुमार, अनंत पांडेय, उपदेश करुणानिधान सेवा ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष घनश्याम कुमार सहित अनेक गणमान्य गण उपस्थित थे।

इस अवसर पर गांधी जी के प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम का सामूहिक गान तथा सद्भाव काव्य पाठ सुधीर कुमार गुलशन द्वारा किया गया।इस भव्य आयोजन के साथ अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का भी समापन हुआ,जो अणुव्रत विश्वभारती राजसमंद राजस्थान द्वारा पूरे देश में अनुव्रत समितियों तथा अहिंसा जीवन विज्ञान केंद्रों द्वारा आयोजित हुआ इस क्रम में बाढ़ में 26 सितंबर को सांप्रदायिक सद्भाव दिवस 27 सितंबर को जीवन विज्ञान दिवस 28 सितंबर को जीवन विज्ञान दिवस 28 सितंबर को पर्यावरण शुद्धि दिवस 29 सितंबर को नशा मुक्ति दिवस 30 सितंबर को अनुव्रत प्रेरणा दिवस 1 अक्टूबर को अनुशासन दिवस तथा गांधी जयंती 2 अक्टूबर को अहिंसा दिवस का आयोजन किया गया जिससे लॉकडाउन के बाद भी सैकड़ों लोग लाभान्वित हुये ऐसा आयोजन अहिंसा प्रशिक्षण केंद्र राजगीर द्वारा भी किया गया।

बाढ़ से सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here