पटना: विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार की राजनीति में एक और नया गठबंधन बना गया है। तेजस्वी के चेहरे पर चुनावी मैदान में नहीं जाने को लेकर महागठबंधन से अलग होने वाले रालोसपा ने मायावती की पार्टी बसपा से हाथ मिला लिया है। यानी अब बिहार की राजनीति में बसपा और रालोसपा साथ-साथ चुनाव लड़ेगी। और यह गठबंधन 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
पटना के एक होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा, बसपा के रामजी राम गौतम व भरत प्रसाद बिंद तथा जनवादी सोशलिस्ट पार्टी के नेताओं ने नए मोर्चे का एलान किया। इस दौरान रालोसपा प्रमुख ने कहा कि 30 सालों में बिहार ने जो खोया है उसे हम 5 सालों में दूर करने का प्रयास करेंगे। कुशवाहा ने कहा कि हमने रास्ता जरूर बदला है लेकिन मंजिल नहीं, हमारा मंजिल अभी तक एक ही है।
कुशवाहा ने राजद नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस गठबंधन का नेतृत्वकर्ता 10 वीं पास नहीं हो, वो बिहार को आगे कैसे बढ़ाएंगे। भूदेव चौधरी के राजद में जाने के बाद कुशवाहा ने कहा कि हमने अपने नाव को लहरों पर उतार दिया है, अब जिनका हार्ट मजबूत है वो रहें और दरिया को पार करें। जिनका दिल कमजोर है वो बाहर निकल जाएँ।
वहीं बसपा नेता ने कहा कि यह एक नेचुरल गठबंधन है। आजादी के बाद आज भी बिहार में अपराध, गुंडाराज, करप्शन व्याप्त है उसे दूर किया जाएगा। इस दौरान बसपा प्रतिनिधि ने कहा कि हमारे गठबंधन का नेतृत्व उपेंद्र कुशवाहा करेंगे।