जिले में कोरोना संक्रमण का रिकवरी दर 91.5 प्रतिशत पहुंचा
मधुबनी : जिले में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने को लेकर स्वास्थ्य विभाग का प्रयास अब रंग लाने लगा है. कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या भी धीरे-धीरे कम होने लगी है. पहले जहां 100 से लेकर 200 मरीज प्रतिदिन कोरोना के मिलते थे, वहीं अब यह आंकड़ा कुछ दिनों से काफी घट गया है. जिले में अब तक 2.1 लाख से अधिक लोगों की जांच की गई है. वही जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों में ठीक होने की दर भी 91.5% है. हालांकि इसके बावजूद लोगों को कोरोना को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि खतरा अभी टला नहीं है.
जांच के लिए लक्ष्य निर्धारित
सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया जिले में कोरोना जांच का दायरा लगातार बढ़ाया जा रहा है. प्रत्येक पीएचसी के लिए जांच लक्ष्य निर्धारित कर दिए गए हैं साथ ही पंचायतों में कैंप लगाकर कोरोना संक्रमण की जांच की जा रही है. इसके अलावा सभी रेफरल व अनुमंडल अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी कोरोना जांच की जा रही है. इसी का परिणाम है कि जिले में इतनी संख्या में लोगों की कोरोना जांच हो सकी है.
दो दिनों में जिले में 15 हजार से अधिक लोगों जांच की गई
जिले में प्रतिदिन 6 हजार से अधिक लोगों की कोरोना जांच हो रही है. इसी क्रम में मंगलवार को जिले में 8,269 लोगों की कोरोना जांच हुई, जिसमें 35 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए. वही बुधवार को 6,944 लोगों की जांच की गई, जिसमें 22 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। गांव-गांव शिविर लगाकर एंटीजन किट से लोगों की कोरोना जांच हो रही है. वही सदर अस्पताल में एंटीजन किट के साथ-साथ ट्रू-नॉट मशीन से भी लोगों की कोरोना जांच हो रही है. अस्पताल के कोरोना के नोडल प्रभारी डॉ. आरके सिंह ने कहा इतनी संख्या में कोरोना मरीजों की जांच होने पर भी मरीजों की संख्या धीरे-धीरे कम होने लगी है. यह एक तरह से अच्छे संकेत है, लेकिन इसके बावजूद लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. घरों से निकलने वक्त मास्क जरूर लगाएं. शारीरिक दूरी का पालन करें और भीड़ से बचें, तभी सभी लोग मिलकर कोरोना को मात दे पाएंगे.
कोरोना वायरस से बचाव को लेकर व्यवहार में लाये परिवर्तन:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल करें.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से एक सुरक्षित दूरी बनाए रखें.
• अपनी कोहनी के अंदरूनी हिस्से में छींके, अपने हाथों की हथेलियों में न खासें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें
• अस्वस्थ्य महसूस करने पर (बुखार, सांस लेने में कठिनाई और खांसी) डॉक्टर से मिले.
10 विधानसभा में किए जाएंगे मेडिकल ऑफिसर की तैनाती
मधुबनी : आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य स्वास्थ्य समिति ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को निदेश दिया है कि जिले के 10 विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सभी मतदान कर्मी को सुरक्षा किट मुहैया कराई जाएगी इसके अंतर्गत सभी कर्मी को पीपीई कीट,मास्क, ग्लोबस तथा सेनीटाइजर दिया जाएगा की आपूर्ति बीएमएसआईसीएल के द्वारा की जाएगी
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज भी कर पाएंगे मतदान:
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को स्वास्थ्य विभाग के प्रखंड में एक नोडल ऑफिसर रहेंगे जो मरीजों की स्वास्थ्य की स्थिति का आकलन कर प्रमाणित करेंगे कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को मतदान करने दिया जाए या नहीं। इसी के आधार पर उन्हें मतदान केंद्र पर वोट देने दिया जाएगा।
जीविका द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा मास्क:
मतदान केंद्र पर सभी मतदाताओं को मास्क के साथ बूथ पर आना अनिवार्य होगा अगर कोई मतदाता मतदान केंद्र पर मास्क नहीं लेकर आता है तो जीविका द्वारा लगाए गए स्टॉल से मतदाता मास्क क्रय कर सकता है
मतदान केंद्र को किया जाएगा सेनीटाइज:
मतदान केंद्र को मतदान दिवस से 1 दिन पूर्व पूरी तरह से सैनिटाइज करना होगा और मतदान के दिन भी मतदान स्थल को सैनिटाइज करने की व्यवस्था जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी के स्तर से समुचित कराई जाएगी।
प्रत्येक प्रखंड के लिए मेडिकल नोडल ऑफिसर किए गए नामित:
सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया पत्र के आलोक में जिले में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए विधानसभा स्तर पर स्वास्थ्य पदाधिकारी नामित कर दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना जांच व उपचार को लेकर शुरू की जिलास्तरीय 24*7 मेडिकल हेल्प लाइन
मधुबनी : स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना जांच व उपचार को लेकर जिला स्तरीय टोल फ्री नंबर शुरू किया गया है। यह सुविधा 24 घंटे उपलब्ध रहेगी। विभाग की ओर से दरभंगा ज़िलावासियों लिए टोल फ्री न. 18003456610 नंबर उपलब्ध कराया गया है। इस नंबर पर संपर्क करने पर संबंधित व्यक्ति को तुरंत निकटतम अस्पतालों में संचालित कोरोना के जांच व उपचार सबंधी संपूर्ण जानकारी दी जाएगी। साथ ही कोरोना उपचाराधीनों के लिए समुचित चिकित्सकीय परामर्श दिए जाएंगे। ताकि कोरोना संबंधी उपचार व जांच को लेकर किसी भी आमजन को कोई समस्या ना हो सके। इसके माध्यम लोग ससमय कोरोना जांच व इलाज के बारे में सही जानकारी से अवगत हो पाएंगे। इसके अलावा बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रोगियों को अस्पताल पहुंचाने या कोरोना जांच के लिए निशुल्क एंबुलेंस की सुविधा प्रदान की जाएगी।
होम आईशोलेसन में रह रहे मरीज़ों को होगी सहूलियत
शहरी क्षेत्र के कोरोना नोडल अधिकारी ने कहा कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लोगों को सही चिकित्सा व जांच के लिए अन्य लोगों से पूछताछ करनी पड़ती है। बावजूद लोगों को सही जानकारी नहीं मिल पाती है। इसको देखते हुए सरकार ने यह टोल फ्री नंबर शुरू किया है। ताकि कोरोना संक्रमित मरीजों जांच व चिकित्सा में विलंब न हो सके। अब 24 घण्टे ट्रोल फ्री नम्बर की सुविधा मिलने से उनको ससमय सही जानकारी मिल पाएगी। खासकर होम आइसोलेशन में रह रहे उपचाराधीनों को अब घर में ही रहते हुए उनको ट्रोल फ्री नम्बर से सही जानकारी तुरन्त मिल पाएगी। सम्बंधित व्यक्ति इस टोल फ्री नंबर पर किसी भी समय संपर्क कर कोरोना को लेकर विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
सुदूर गांव के लोग होगे लाभान्वित
कोरोना नोडल अधिकारी रेवती रमन प्रसाद ने कहा कोरोना काल में इलाज को लेकर सुदूर गांव में रह रहे लोगों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अब विभाग की ओर से जारी टोल फ्री नंबर 18003456610 शुरू हो जाने से दूरदराज के लोगों को बहुत सुविधा मिलेगी। संक्रमण के मद्देनजर किसी प्रकार की असुविधा होने पर ग्रामीण इस नंबर पर संपर्क कर सरकारी स्वास्थ्य सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। इस नंबर पर संपर्क करने पर गर्भवती महिलाओं, बुजुर्ग एवं अन्य गंभीर मरीजों को निशुल्क एंबुलेंस की सुविधा प्रदान की जाएगी। एंबुलेंस के माध्यम से उनको तुरंत अस्पताल पहुंचाया जाएगा एवं ससमय चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
‘संजीवन एप’ करें डाउनलोड, मिलेगी सुविधा
स्वास्थ्य विभाग द्वारा ‘संजीवन एप’ की उपयोगिता और लाभ सुनिश्चित कराने की पूरी कोशिश की जा रही है. इस एप को आरोग्य सेतु एप की तर्ज पर बिहार सरकार द्वारा विकसित किया गया है. इस एप की मदद से कोविड 19 की जांच के लिए स्वयं का पंजीकरण कराया जा सकता है, वहीं नजदीकी जांच केंद्र की जानकारी भी ली जा सकती है. कोरोना संक्रमण से बचाव व सुविधा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी आमलोगों को उपलब्ध कराने के लिए इस ऐप को विकसित किया गया है. इसे गूगल प्ले स्टोर या स्वास्थ्य विभाग व राज्य स्वास्थ्य समिति की वेबसाइट से मोबाइल पर डाउनलोड कर इंस्टॉल किया जा सकता है. राज्य स्तर से इसका प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है.
संजीवन एप’ में उपलब्ध होने वाली सुविधाएं:
• कोविड-19 जांच हेतु स्वयं पंजीकरण।
• नजदीकी जांच केंद्र की जानकारी।
• नजदीकी आइसोलेशन सेंटर की जानकारी।
• कोविड-19 जांच का परिणाम प्राप्त करना।
• होम आइसोलेशन के लिए स्व-घोषणा
• चैट बॉक्स की सुविधा।
• नजदीकी कोविड स्वास्थ्य केंद्र की जानकारी।
• आइसोलेशन सेंटर में बेड की उपलब्धता की जानकारी।
• सामान्य प्रश्न पूछने की सुविधा।
• कोरोना की आम जानकारी की उपलब्धता/फीडबैक देने की सुविधा।
• राज्य एवं जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष संख्या मोबाइल नंबर की जानकारी।
• एंबुलेंस के लिए टोल फ्री नंबर 102 पर चिकित्सक की सलाह व टोल फ्री नंबर 104 पर सीधे डायल करने की सुविधा.
बदलते मौसम में डायरिया व मलेरिया से रहें सर्तक
मधुबनी : बदलते मौसम में बैक्टीरिया और वायरस को नया जीवन मिलता है. मौसम में आयी नमी के कारण कीड़े-मकोड़े भी पनपने लगते हैं. बरसात के मौसम में बैक्टीरिया व वायरस का संक्रमण लोगों के स्वास्थ्य को बहुत अधिक गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड-19 के दौरान मौसम में हो रहे बदलाव के प्रति भी लोगों को सचेत रहने के लिए कहा गया है।
जिला वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने बताया कि इस मौसम में खानपान व रहनसहन में थोड़ी सी लापरवाही शरीर को कई बीमारियों से संक्रमित कर देती है. बरसात में खासतौर पर वायरल फ्लू, पेट संबंधी बीमारियां, चिकनगुनिया, हैजा, डायरिया, डेंगू, मलेरिया होने की प्रबल संभावना होती है. बुजुर्गों व बच्चों सहित गर्भवती महिलाओं को इस मौसम में बहुत अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है. खानपान के साथ साफ सफाई के नियमों का पालन कर कई बीमारियों से बचाव करता है.
मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए सफाई:
डॉ कुमार ने बताया इस मौसम में साफ सफाई संबंधी बातों का जरूर पालन करें. बरसात और ठंड के बीच के समय में मच्छरों का प्रकोप बहुत अधिक बढ़ जाता है. मच्छरों के प्रकोप से बचने के लिए कमरों को हवादार और सूखा रखें. पानी का जमाव नहीं होने दें.गमले, कूलर, छत सहित वैसी सभी जगहों की सफाई करते रहें जहां पर जलजमाव होने की संभावना बनी रहती हो. आसपास के नाले में किरासन तेल या मच्छरों को मारने वाले कीटनाशक व डीडीटी का छिड़काव आदि करते रहें. मच्छरों से बचाव के लिए पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें और मच्छरदानी का इस्तेमाल अवश्य करें.
डायरिया से बचने के लिए साफ पानी ही पियें:
बरसात के मौसम में डायरिया की संभावना होती है. बरसात के मौसम में पानी को उबाल कर इस्तेमाल में लायें. खाने से पूर्व व शौच के बाद हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोनें की आदत डालें. शौच के लिए सिर्फ शौचालय का ही इस्तेमाल करें. धात्री माताएं स्तनपान से पूर्व अपने हाथों की अच्छी तरह सफाई करें. ऐसे सभी काम जिससे हाथों के संक्रमण का भय हो, करने के बाद हाथों की अच्छी तरह सफाई जरूरी है क्योंकि संक्रमण हाथों से होते हुए हमारे पेट में पहुंचते हैं.
मास्क का इस्तेमाल कर वायरल फ्लू से करें बचाव, :
बरसात के मौसम में इन सबके अलावा वायरल फ्लू की संभावना बहुत अधिक होती है. कोविड काल में वायरल फ्लू से बचने की पूरी कोशिश होनी चाहिए. बरसात के मौसम में भींगने से बचना चाहिए. इसके अलावा रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए रोजाना मौसमी फलों व सब्जियों को शामिल करना जरूरी है. घर से बाहर जाने पर हाथों को सेनिटाइजर से साफ करते रहें. क्योंकि वायरल फ्लू का संक्रमण हाथों से भी हो सकता है. बाजार जाने पर मास्क का इस्तेमाल करें और तरल पदार्थों के सेवन के साथ पर्याप्त नींद लें. स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर चिकित्सीय परामर्श लें.
विशनपुर पंचायत के सैकड़ों बाढ़ पीड़ितों ने अंचल पहुंच किया सीओ का घेराव
मधुबनी : बेनीपट्टी अंचल क्षेत्र के विशनपुर पंचायत के बाढ़ आपदा मद के जीआर की राशि से वंचित सैकड़ों बाढ़ पीड़ितों ने अंचल कार्यालय पहुंच सीओ पल्लवी कुमारी गुप्ता का घेराव किया। बाढ़ पीड़ितों ने सीओ से पूछा कि जिस प्रकार बर्री में बाढ़ की भयावह स्थिति हो जाती है इसी तरह विशनपुर की भी स्थिति बनी रहती है, बावजूद अंचल प्रशासन द्वारा विशनपुर पंचायत के बाढ़ पीड़ितों के साथ भेदभाव क्यों किया गया है।
बता दें कि अंचलाधिकारी प्रखंड कार्यालय स्थित मेघदूतम सभागार में भूमि सुधार उपसमाहर्ता की राजस्व संबंधित अनुमंडल के सभी सीओ की बैठक में भाग लेकर बाहर निकल रही थी। उसी बीच आक्रोशित बाढ़ पीड़ितों ने उनको घेर लिया। सीओ ने कहा कि जीआर की राशि बर्री, विशनपुर, पाली सहित तकरीबन पांच पंचायतों के पीड़ितों के खाते में जाना शुरु हो चुका है। विशनपुर पंचायत आंशिक बाढ़ प्रभावित पंचायतों की सूची में शामिल है और विभागीय दिशानिर्देश के अनुसार आंशिक बाढ़ प्रभावित वाले पंचायतों में अधिकतम 42 फीसदी परिवारों के खाते में ही जीआर की राशि भेजी जा सकती है। रिपोर्ट जा चुका है, ऐसे लोग धैर्य बनाये रखें। राशि जल्द ही खातों में पहुंच जायेगी।
छह सूत्री मांगों को लेकर आप ने प्रखंड कार्यालय पर दिया धरना
मधुबनी : आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मधुबनी जिला के बेनीपट्टी प्रखंड कार्यालय परिसर में अपने छह सूत्री मांगो के समर्थन में धरना दिया। धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान मजदूर नेता देवनारायण यादव ने किया।
बररी, विशनपुर, शाहपुर, पाली, बसैठ और मेघवन सहित अन्य पंचायतो के गरीब, शोषित और वंचितो ने पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ राशनकार्ड घोटाला और डीलरों द्वारा अनाज वितरण में अनियमितता के खिलाफ प्रदर्शन किया।
बता दें कि धरना, प्रदर्शन और नारेबाजी के दौरान बीडीओ के द्वारा आप कार्यकर्ता को गिरफ्तार करवाने की चेतावनी दे दी गयी थी, जहां आप कार्यकर्ता आगबबूला हो गए। सूचना पर पहुंचे थाना पुलिस द्वारा समझाने बुझाने के बाद आप कार्यकर्ता शांत हुए।
बंधन बैंक के कर्मी से नकाबपोश अपराधियों ने 96 हजार लूटी
मधुबनी : जिले के बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के उच्चैठ-बरांटपुर मार्ग में रूपए कलेक्शन कर लौट रहे बंधन बैंक के कर्मी से दो नकाबपोश शातिर बदमाशो द्वारा छिनतई की वारदात को अंजाम दिया गया है। इस संबंध में पुलिस बैंक कर्मी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बताया जा रहा है कि बेहटा पश्चिम टोल में मस्जिद के निकट संचालित बंधन बैंक शाखा के कर्मी सोनू कुमार ब्रांच से कलेक्शन के लिए निकले, जहां अपराहन दो बजे के आस पास महमदपुर और सलहा में समूह से रूपया कलेक्शन कर लौट रहे थे।
बरांटपुर उच्चैठ मार्ग में लचका के निकट काले रंग के पल्सर बाइक पर नकाबपेश दो बदमाश घात लगाकर बैठा था। जब वह लचका के निकट पहुंचा तो नकाबपोश शातिर बदमाश आया और मारपीट कर सोनू को गढ़े में धकेल रूपए से भरा बैग, उसका पर्स, मोबाईल, आधारकार्ड, ड्राइवलिंग लाईसेंस, एटीएम सहित अन्य सामान लेकर भाग निकले। इस बाबत बेनीपट्टी थानाध्यक्ष महेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है।
सुमित राउत