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‘ठग्स आॅफ हिंदोस्तान’ की कहानी क्या है? देखने से पहले यह जानकारी जरूर पढ़ लें

अमिताभ बच्चन और आमिर खान जैसे सुपरस्टार से सजी फिल्म ’ठग्स आॅफ हिंदोस्तान’ दिवाली के अगले दिन रिलीज हो रही है। हिंदी सिनेमा के लिए 2018 की यह सबसे बड़ी और धमाकेदार रिलीज है। पिछले महीने जब से फिल्म का ट्रेलर आया, तब से ही लोगों में इस फिल्म को देखने की उत्सुकता है। कम समय में ही 8 करोड़ से अधिक लोगों ने ट्रेलर देखा और इसकी सराहना की।

फिल्म के मेकर्स ने आॅफिशियल ट्रेलर के बाद एक-एक कर इसके निमार्ण (मेकिंग ) के समय के वीडियो भी अपलोड किया, जिसे फिल्म प्रेमियों ने हाथों-हाथ लिया। फिल्म का एक बड़ा हिस्सा जहाज पर शूट हुआ है। इसलिए जहाज के निर्माण, उस पर शूटिंग और फिर उस जहाज को नष्ट करने के वीडियो तीन चरण में लाए गए। फिर गानों की बारी आई। उसके बाद प्रमुख किरदारों खुदाबख्श (अमिताभ बच्चन) व फिरंगी मल्लाह (आमिर खान) के किरदार सृजन की प्रक्रिया के वीडियो आए। यू-ट्यूब पर आ रहे इन वीडियो ने फिल्म को लेकर उत्सुकता बढ़ा दी। निर्माता आदित्य चोपड़ा ने फिल्म को भव्य बनाने के लिए दिल खोलकर पैसा बहाया है। फिल्म के रिलीज होने की तारीख से चार दिन पहले से ही सिनेमाघरों में एडवांस बुकिंग शुरू हो गयी। फिल्म के निर्देशक विजय कृष्ण आचार्य उर्फ विक्टर हैं। वे आमिर को ’धूम-3’ में भी निर्देशित कर चुके हैं। वहीं अमिताभ बच्चन और आमिर खान पहली बार एक साथ काम कर रहे हैं।

Thugs Of Hindostan is said to be inspired from Pirates of the Caribbean , though the makers deny it.

जब इस फिल्म का ट्रेलर आया, लोगों ने कहना शुरू कर दिया यह फिल्म मशहूर ’पाइरेट्स आॅफ कैरेबियन’ सीरीज की नकल है। फिल्म के प्लाॅट से लेकर किरदारों की रचना तक में ’पाइरेट्स आॅफ कैरेबियन’ की काॅपी लगती है। ’पाइरेट्स आॅफ कैरेबियन’ में जाॅनी डेप द्वारा निभाया गया कॅप्टन जैक स्पैरो के किरदार से आमिर खान का किरदार फिरंगी मल्लाह मिलता-जुलता है। यही हाल ज्योफ्रे रश द्वारा निभाया गया किरदार हेक्टर बरबोसा से प्रेरित अमिताभ बच्चन का किरदार खुदाबख्श का है। दोनों प्रमुख किरदारों के हाव-भाव, पहनावा आदि में काफी समानता है, जैसे फिरंगी का हैट, गहरी आंखें व चतुर स्वभाव आदि। उधर, ’ठग्स आॅफ हिंदोस्तान’ के मेकर्स का कहना है कि उनकी फिल्म का कालखंड या लोकेशन आदि ’पाइरेट्स आॅफ कैरेबियन’ से मिलता-जुलता हो सकता है। लेकिन, कहानी उससे एकदम अलग है।

Cover of the novel Confession of a Thug, written by Phillip Meadows Taylor in 1839

इसकी कथा 1795 की है, जब ईस्ट इंडिया कंपनी का भारत में शासन चलता था। ’ठग्स आॅफ हिंदोस्तान’ के बारे में यह कहा जा रहा है कि यह 1839 में अंग्रेज विद्वान फिलिप मीडो टेलर द्वारा लिखित चर्चित उपन्यास ’कंफेशन आॅफ ए ठग’ पर आधारित है। इस बेस्ट सेलिंग नाॅवेल में भारत में होने वाली ठगी की कथा है। फिलिप 15 की उम्र में भारत आए और मुंबई में किरानी की नौकरी की। फिर आद में वे हैदराबाद के निजाम के यहां नौकरी कर ली। इस दौरान उन्होंने भारत को काफी करीब से समझा। उनकी नाॅवल ’कंफेशन आॅफ ए ठग’ इतनी प्रसिद्ध हो गई कि कई वर्षों तक इंग्लैंड में बेस्ट सेलर रही थी। इस उपन्यास के कारण ’ठग’ शब्द इतना प्रसिद्ध हुआ कि अंग्रेजी शब्दकोश में आ गया।

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