विधानसभा चुनाव के लिए मतदान कर्मियों का प्रथम चरण प्रशिक्षण शुरू
सिवान : बिहार में होने वाले आगामी बिहार विधानसभा आम चुनाव 2020 की तैयारी के मद्देनजर विगत 5 सितंबर 2020 से ही जिले में मतदान कर्मियों का प्रशिक्षण कार्य प्रारंभ हो चुका है।सर्वप्रथम 5 सितंबर 20 को मतदान कर्मियों के मास्टर ट्रेनर समूह का प्रशिक्षण हुआ ।ततपश्चात जिले के कुल 8 प्रशिक्षण केंद्रों पर मतदान में भाग लेने वाले शिक्षकों एवम अन्य कर्मियों का प्रथम चरण का प्रशिक्षण जारी है।जहाँ सुदूर इलाकों से आये हुए शिक्षक एवम अन्य शिक्षकेत्तर कर्मी मतदान का प्रशिक्षण प्रातः 10 बजे से संध्या 5 बजे तक ले रहे है।
आज पूरा विश्व कोरोना महामारी से ग्रसित है तथा जान जाने का खतरा हमसभी पर मंडरा रहा है ।ऐसे में संक्रमण से बचने के लिये कुछ जरूरी एहतियात बरतने को लेकर केंद्र सरकार ने एक निर्देशिका जारी की है जिसका अनुपालन हम सभी का वैधानिक दायित्व है। ऐसे में जिले के सभी 8 प्रशिक्षण केंद्रों पर कोरोना संक्रमण से बचने के लिये जिला प्रशासन द्वारा कोई ब्यवस्था का नही किया जाना घोर लापरवाही एवम जानलेवा है।प्रशिक्षणार्थियों के शरीर का तापमान मापने के यंत्र,मास्क, सैनिटाइजर तथा साबुन आदि की कोई व्यवस्था प्रशिक्षण केंद्रों पर उपलब्ध नही है।
वहीं सोशल डिस्टेंसिंग की जांच सुनिश्चित करने को लेकर भी प्रशासन की ओर से कोई व्यस्था नही है।वहीं वोटिंग मशीन (ईवीएम )को सैनिटाइज करने का कोइ कारगर प्रबंध नही है।ट्रेनर अपना जान जोखिम में डालकर काम कर रहे है। प्रशिक्षण में शामिल कर्मियों के लिए प्रशासन की ओर से कोई चाय बिस्कुट या जलपान की व्यवस्था नही है।यहाँ तक की पीने के लिए पानी के लिए भी कर्मियों को हंगामा तक का सहारा लेना पड़ा । इसको लेकर प्रशिक्षणार्थियों में काफी रोष है ।अपने अबोध बच्चों के साथ आयी महिला एवम शुगर आदि बीमारियों से ग्रस्त कर्मियों के लिए तो यह प्रशिक्षण चुनौती की तरह है। डॉक्टरो की माने तो कोरोना से बचने के लिये कभी भी भूखा नही रहना चाहिए लेकिन आश्चर्यजनक रूप से कर्मियों से 7 से 8 घण्टे भूखे पेट काम कराकर उनका जान जोखिम के डाला जा रहा है जो अमानवीय कृत्य है।
ट्रेनरों ने बताया कि 10 बजे प्रातः से 5 बजे संध्या तक कि लंबी अवधि में एक बार नास्ता ओर भोजन की ब्यवस्था होनी चाहिये।बहुतेरे ट्रेनर गैस,मधुमेह ,रक्तचाप,हृदय रोगसे पीड़ित है जिन्हें संक्रमण का खतरा है लेकिन बचने का कोई उपाय प्रसाशन द्वारा नही किया गया है। कुछ लोगो ने बताया कि इस संदर्भ में पत्राचार भी किया गया है और मांग की गई है कि हम पर सहांनभूतिपूर्वक विचार करते हुए भोजन,नास्ता एवं कोरोना संक्रमण से बचने के लिये सुरक्षा उपकरण की उचित ब्यवस्था की जाय।
डॉ विजय कुमार पांडेय