रांची/पटना : पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन से लालू प्रसाद काफी दुखी है, वे इन दिनों किसी से ज़्यादा बातचीत नहीं कर रहे है। पार्टी के एक कद्दावर नेता के चले जाने से लालू प्रसाद काफ़ी दुःखी है, इसका असर उनके स्वास्थ्य पर भी पड़ा है।
लालू प्रसाद का इलाज कर रहे डॉ उमेश प्रसाद ने जाँच के बाद बताया कि उनका ब्लड प्रेशर फ़िलहाल ठीक है पर ब्लड शुगर लेवल में काफ़ी उतार चढ़ाव हो रहा है। उन्होंने बताया कि लालू प्रसाद किडनी की बीमारी से भी ग्रसित है, इसलिए उन्हें भोजन के साथ-साथ अन्य सावधानियां भी बरतने की जरूरत है।
रघुवंश प्रसाद ने निधन से पहले ही लालू प्रसाद को एक चिठ्ठी लिख पार्टी की प्राथमिक प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा देने की बात कही थी जिसका जवाब देते हुए लालू प्रसाद ने कहा था आप कही नहीं जा रहे है। पार्टी में लालू के बेहद क़रीबी माने जाने वाले रघुवंश बाबू लगातार लालू प्रसाद को चिठ्ठी लिख पार्टी की गतिविधियों के बारे में अवगत कराते रहते थे।
उनके निधन की खबर सुनते ही लालू प्रसाद स्तब्ध हो गए थे और तभी से वह काफी गुमसुम रह रहे है, पार्टी के लिए खुलकर बोलनेवाले रघुवंश बाबू के जाने से लालू प्रसाद ने एक बड़े राजनीतिक साथी को भी खो दिया है। रघुवंश प्रसाद कई बार लालू प्रसाद से मिलने के लिए रिम्स के पेइंग गेस्ट वार्ड भी जाते रहते थे।
इधर बेटे की भी बढ़ी परेशानी
बिहार में महगठबंधन के घटक दलों ने लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव की परेशानी बढ़ा दी है। महागठबंधन के दो बड़े घटक दल कांग्रेस व रालोसपा ने राजद के मुख्यमंत्री होने के दावे को ख़ारिज कर दिया है।
कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के रूप में तेजश्वी को मानने से इंकार कर दिया है। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह धीरज ने बताया कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा इस बारे में अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान ही लेगा।
रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी तेजस्वी के मुख्यमंत्री बनने के दावे को ख़ारिज कर दिया है। पार्टी के प्रवक्ता धीरज सिंह कुशवाहा ने इस संबंध में बताया कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री कौन बनेगा इसको ले फ़िलहाल बातचीत चल रही है । सभी पार्टियों के साथ बैठक के बाद आम सहमति के बाद ही यह तय हो सकेगा की महागठबंधन की ओर से सीएम फेस कौन होगा।