बाढ़ : प्रखर समजवादी रघुवंश बाबू अपने सिध्दांत के पक्के थे और सादगी के मिशाल। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन से बिहार ही नही बल्कि देश को अपूरणीय क्षति हुई है, उनके आकस्मिक निधन से सभी लोग मर्माहत हैं।
उक्त बातें राजद जिला कार्यालय में राजद नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर आयोजित श्रध्दांजलि सभा की अध्यक्षता करते हुये राजद जिलाध्यक्ष महेश प्रसाद सिंह ने कही। राजद जिलाध्यक्ष श्रीसिंह ने कहा कि जननायक जयप्रकाश नारायण और पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के सहयोगी रहे रघुवंश बाबू बिहार एवं बिहार के लोगों के लिये हमेशा संघर्षशील रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री रहते हुए उन्होंने टाल जैसे इलाके को प्रधानमंत्री सड़क योजना से जोड़ने का काम किया। उन्होंने हमेशा ही गरीब-गुरबा के लिए सड़क से लेकर संसद भवन तक उनकी आवाज़ बुलंद की। रघुवंश बाबू लालू यादव के बहुत ही बेहद करीबी थे, उनके निधन से राजद परिवार ने एक अभिभावक खो दिया।
जिला प्रवक्ता मिथिलेश कुमार यादव उर्फ मिथ्थे भैया ने कहा कि रघुवंश बाबू सादगी के प्रतिमूर्ति थे तथा रघुवंश बाबू एक समाजवादी प्रखर नेता थे। सभा में मौजूद लोगों ने राजद नेता व पूर्व मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर हुये उन्हें श्रध्दांजलि दी।
इस अवसर पर आलोक कुमार सिंह, उपेंद्र पासवान, जितेंद्र कुमार यादव उर्फ जित्तू, राजकिशोर चंद्रवंशी,अंनत प्रसाद सिंह, अशोक गुप्ता, सूरज कुमार, सुरेंद्र यादव सहित दर्जनों राजद कार्यकर्ताओं ने रघुवंश बाबू अमर रहें जब तक सूरज चांद रहेगा रघुवंश बाबू का नाम रहेगा आदि नारे लगाए।
बाढ़ से सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट