झारखंड : झारखंड के लातेहार में टोरी रेलवे ट्रैक को जाम कर बैठे टाना भगतों का आंदोलन शनिवार सुबह समाप्त हो गया। भूमि पट्टा, टाना पेंशन, छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट में मिले अधिकारों को लागू करने समेत अन्य मांगों को लेकर टाना भगत समुदाय के लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। इस बीच अब टाना भगत प्रतिनिधियों को वार्ता के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद उन्होंने धरना-प्रदर्शन खत्म करने का फैसला लिया। हालांकि, टाना भगत के इस आंदोलन को समाप्त कराने में मध्यस्थता करने वाले लिए जेएमएम विधायक बैद्यनाथ राम और प्रशासन को एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ा।
टाना भगत के रेल ट्रैक से नहीं हटने पर विधायक बैद्यनाथ राम ने कहा कि मर्यादा पुरूषोतम भगवान श्रीराम ने एक बार समुद्र से रास्ता मांगा था। उनके अनुनय-विनय के बाद समुद्र नहीं मान रहा था। इसके बाद उन्हें बाण उठाना पड़ा। टाना भगतों का पूरा देश सम्मान करता है इसलिए वैसी स्थिति उत्पन्न नहीं हो इसका प्रयास करें।
मालूम हो कि गांधी के सच्चे अनुयायी बोले जाने वाले टाना भगतों ने कहा था कि झारखंड मुक्ति मोर्चा उनकी मांगों पर विचार नहीं कर रही है। उनके द्वारा उनके विचारों को दबाया जा रहा है। टाना भक्तों ने कहा कि विचार व्यक्त करने की उनकी आजादी को कोई नहीं छीन सकता। इस बिच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दूत बनकर आए लातेहार विधायक बैद्यनाथ राम और वरिष्ठ अधिकारियों ने मध्य रात्रि तक टाना भगत समुदाय के लोगों को समझाया।