महिला दारोगा के साथ थाना में छेड़खानी
- थानेदार व एसआई ने की बेशर्मी की सारी हदें पार
मुजफ्फरपुर : राज्य में आम महिला की सुरक्षा तो दूर की बात है, यहां तो पुलिस थाने में ही महिला दारोगा के साथ छेड़खानी, बदतमीजी और बदसलूकी हो रही है। दरअसल पटना महिला आयोग में एक दारोगा ने अपने साथी पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। पीड़ित महिला दारोगा ने मीडिया को बताया कि किस तरह उसके ही साथी पुलिसकर्मियों ने थाने में बर्बरता और बेशर्मी की सारी हदें पार कर दी गईं।
मामला जिले के कुढ़नी थाना इलाके की है। जहां फकुली आउट पोस्ट में तैनात महिला दारोगा कविता कुमारी और उसके पति के साथ मारपीट की गई। पीड़ित महिला दारोगा ने बताया कि ड्यूटी पर तैनाती के दौरान उसके साथ छेड़खानी की गई। महिला दारोगा ने फकुली ओपी के इंचार्ज उदय कुमार सिंह और ट्रेनी दारोगा ऋतुराज जायसवाल के ऊपर और भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। जिससे पुलिस डिपार्टमेंट के ऊपर कई सवाल उठ रहे हैं।
महिला दारोगा कविता कुमारी ने बताया कि वह बीपीए की ट्रेनी हैं, और फिलहाल फकुली ओपी में पोस्टेड हैं। ड्यूटी के दौरान पिछले एक महीने से उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। थाने के सीनियर अफसर उनके साथ गाली-गलौज करते हैं। रविवार को ड्यूटी के दौरान ट्रेनी दारोगा ऋतुराज जायसवाल ने थाना इंचार्ज को उनके बारे में गलत जानकारी दी और उनसे उलझ गए। इसी के साथ बदतमीजी और गाली-गलौज पर उतर आए। महिलाओं से जोड़कर दारोगा ऋतुराज जायसवाल ने गंदी-गंदी गालियां दी। अपनी आपबीती सुनाते-सुनाते पीड़िता दारोगा फफक-फफक कर रोने लगी।
पीड़िता के पति ने भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि थाने में उनके साथ भी मारपीट की गई। उन्होंने चेहरे पर चोट का निशान दिखाते हुए कहा कि मैंने थाने में इस तरीके के व्यवहार को लेकर पुलिस अफसरों से बातचीत की। जब वह आरोपी दारोगा ऋतुराज जायसवाल से बातचीत कर ही रहे थे कि इतने में थाना इंचार्ज उदय कुमार सिंह वहां पहुंच गए। मामले को लेकर बातचीत के दौरान अचानक से दारोगा ऋतुराज जायसवाल हैसियत की बात करने लगे। इतने में थाना प्रभारी उदय कुमार सिंह मारने लगे। मैं थाने में बैठने नहीं बल्कि अपनी पत्नी को लाने गया था।
महिला दारोगा कविता कुमारी ने कहा कि जब उनके पति की पिटाई की जा रही थी तो उन्होंने बीच बचाव की कोशिश की। इतने में दूसरे पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया। महिला दारोगा को धक्का देने लगे और मेरे पति को मेरा ही दलाल कहने लगे। मैं इस डिपार्टमेंट में नौकरी नहीं करना चाहती हूँ जहां महिला साथी के साथ इतने वाहियात तरीके से सलूक किया जाता है।
बिहार पुलिस में ही नारी की सुरक्षा नहीं हो रही तो आम नागरिकों को क्या सुरक्षा दी जाएगी? पीड़िता का कहना है कि जब इस पूरे मामले की शिकायत को लेकर वह मुजफ्फरपुर के एसएसपी से मिलने गई तो उन्होंने एक बार भी मिलने का टाइम नहीं दिया। वह शिकायत के लिए खड़ी रही लेकिन उनकी ओर से कोई पहल नहीं की गई। संवाददाता ने जब मुजफ्फरपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। घटना की छानबीन की जा रही है। आईजी को भी इस मामले की जानकारी दी गई है।
एसकेएमसीएच में निजी अस्पताल संचालकों से आमजन परेशान
मुजफफरपुर : एसकेएमसीएच में निजी अस्पताल संचालकों की दबंगई दिनप्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। अस्पताल प्रशासन दंबगों की दबंगई पर रोक लगाने से दूर हैं। यहां तक की शिकायत के बाद भी कार्रवाई करने से दूर दिख रहा है। हैरत की बात तो यह है कि 150 से अधिक सुरक्षाकर्मी की तैनाती के बाद भी सबकुछ आसानी से चल रहा है। एसकेएमसीएच पुलिस कैंप रहने के बाद ही दलालों पर अंकुश नहीं लग रहा है।
पूर्वी चंपारण के मेहसी गांव के फुदी साह की पत्नी सोमवार को करीब दस बजे मेहसी पीएचसी से रेफर होकर एसकेएमसीएच आया। एंबुलेंस से मरीज को उतारने के बाद परिजन इलाज के लिए एसकेएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड ले गए। गिरजा देवी के पति रजिस्ट्रेशन के लिए कतार मे लगा था। उसके पास रजिस्ट्रेशन के लिए पांच रुपए तक नहीं था। पैसा का इंतजाम करने अस्पताल से बाहर अपने रिश्तेदार के यहां गया। तबतक उसकी पत्नी को निजी एंबुलेंस चालक जबरन उठाकर मोतिहारी-दरभंगा हाइवे किनारे एक निजी अस्पताल में ले जाकर भर्ती करा दिया।
मामले को लेकर फुदी साह ने अहियापुर पुलिस से शिकायत की। प्रभारी थानेदार मुकेश कुमार के आदेश पर गश्ती पदाधिकारी मनोज कुमार निजी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बंधक बने मरीज गिरजा देवी को इलाज के लिए एसकेएमसीएच भेजवाया। एसकेएमसीएच के डॉक्टर इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करके गिरजा देवी का इलाज कर रहे है। फुदी साह ने पुलिस को बताया है कि उसकी पत्नी गिरजा देवी घर मे काम कर रही थी। अचानक मिट्टी का घर उसके शरीर पर गिर गया।
शोर सुनकर पड़ोस के लोग पहुंचे। किसी तरह उसे बाहर निकाला। जख्मी हालत में लेकर मेहसी पीएचसी गए। वहां के डॉक्टर एसकेएमसीएच रेफर कर दिया। एसकेएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड पहुंचने पर तीन लोग उसे ट्रॉली पर लेकर बाहर निकले। जैसे अपहरण करके ले जा रहे हो। प्राइवेट एंबुलेंस पर लादकर निजी अस्पताल छोड़कर फरार हो गए। निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया। इलाज के नाम पर 27 हजार रुपए मांगा गया, जो आर्थिक तंगी के कारण देने मे समर्थ नहीं था।
सीपीएस से हथियारबंद अपराधियों ने 95 हज़ार लूटी
मुज़फ़्फ़रपुर : जिले में एक निजी फाइनेंस के सीएसपी से हथियार बंद लूटरों ने 95 हज़ार रुपये लूट लिए। घटना बरुराज थाना इलाके के फुलवरिया बाजार की है। भाग रहे अपराधियों की तस्वीर एक सीसीटीवी में कैद हो गई। जिसके आधार पर पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है ,और उनसे पूछ ताछ कर रही है। संचालक सुजय कुमार ने बताया कि 5 की संख्या में लूटेरे हथियार से लैस होकर आफिस में घुस गए। हथियार के बल पर कर्मियों को डरा कर काउंटर से 95 हज़ार लूट लिए। उसके बाद अपराधी दो बाइक पर सवार होकर भाग गए। बरुराज पुलिस छानबीन में जुट गई है। उक्त घटना की जानकारी थानाध्यक्ष अनूप कुमार दी है।
सुनील कुमार अकेला