न्यू दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ के जरिये देश को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कोरोना संकट के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने के लिए मास्क और दो गज की दूरी जरूरी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने बच्चों के खिलौनों पर भी बात की उन्होंने लोकल खिलौनों के लिए वोकल बनने का आह्वान किया।
ओणम बनता जा रहा एक अंतरराष्ट्रीय त्यौहार
पीएम मोदी ने संबोधन की शुरुआत गणेशोत्सव की बधाई के साथ की। उन्होंने कहा कि इन दिनों ओणम का पर्व भी धूम-धाम से मनाया जा रहा है। ये पर्व चिंगम महीने में आता है। ओणम की धूम तो, आज, दूर-सुदूर विदेशों तक पहुंची हुई है। अमेरिका हो, यूरोप हो, या खाड़ी देश हों, ओणम का उल्लास आपको हर कहीं मिल जाएगा। ओणम एक अंतरराष्ट्रीय त्यौहार बनता जा रहा है।
हमारे पर्व और पर्यावरण के बीच गहरा नाता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में हो रहे हर आयोजन में जिस तरह का संयम और सादगी इस बार देखी जा रही है, वो अभूतपूर्व है. हम बहुत बारीकी से अगर देखेंगे, तो एक बात अवश्य हमारे ध्यान में आयेगी – हमारे पर्व और पर्यावरण.. इन दोनों के बीच एक बहुत गहरा नाता रहा है।
किसानों ने कोरोना की कठिन परिस्थितियों में अपनी ताकत को किया साबित
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे किसानों ने कोरोना की इस कठिन परिस्थितियों में भी अपनी ताकत को साबित किया है। उन्होंने लोकल फॉर वोकल मुहीम के तहत अपने आसपास के कारीगरों को सपोर्ट करने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत आने वाले समय में खिलौनों के केंद्र के रूप में भी विकसित हो रहा है। उन्होंने आन्ध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के सी.वी. राजू के बारे में बताया कि वो लकड़ियों से खिलौने बनाते हैं। हमें जरूरत है कि हम उन जैसे कारीगरों को सपोर्ट करें।
भारत की इनोवेशन और साल्यूशन देने की क्षमता का लोहा हर कोई मानता
पीएम मोदी ने कहा कि भारत वासियों के इनोवेशन और साल्यूशन देने की क्षमता का लोहा हर कोई मानता है और जब समर्पण भाव हो, संवेदना हो तो ये शक्ति असीम बन जाती है।इस महीने की शुरुआत में, देश के युवाओं के सामने, एक एप इनोवेशन चैलेंज रखा गया। उन्होंने कहा कि हो सकता है आप भी ऐसा कुछ बनाने के लिए प्रेरित हो जायें। इनमें एक ऐप है, कुटुकी किड्स लर्निंग ऐप। ये बच्चों के लिए ऐसा रोचक ऐप है जिसमें गानों और कहानियों के जरिए बच्चे मैथ साइंस में बहुत कुछ सीख सकते हैं। इसमें एक्टिवीटिज भी हैं, खेल भी।
जो देश के लिए खप गए, ऐसे महान व्यक्तित्वों को अगर हम सामने लाएंगे तो उनकों सच्ची श्रद्धांजलि
इसके साथ ही आगामी 5 सितंबर को मनाए जाने वाले शिक्षक दिवस पर पीएम मोदी ने कहा कि जो देश के लिए खप गए, ऐसे महान व्यक्तित्वों को अगर हम सामने लाएंगे तो उनकों सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
जब हम 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस मना रहे हैं तब मैं मेरे शिक्षक साथियों से जरूर आग्रह करूंगा कि वे इसके लिए एक माहौल बनाएं सब को जोड़ें और सब मिल करके जुट जाएं। उन्होंने कहा कि अपने जिले और क्षेत्र में आजादी के आंदोलन के समय क्या हुआ, कौन शहीद हुआ, कौन कितने समय तक जेल में रहा। यह बातें हमारे विद्यार्थी जानेंगे तो उनके व्यक्तित्व में भी इसका प्रभाव दिखेगा। इसके लिए बहुत से काम किए जा सकते हैं, जिसमें हमारे शिक्षकों का बड़ा दायित्व है।