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पटना के निजी अस्पताल में अपराधियों का तांडव, कई लोगों पर प्राथमिकी दर्ज

पटना : बिहार की राजधानी पटना में अपराधियों द्वारा जान से मारने की धमकी देना आम बात हो गई है। अपराधियों द्वारा खुद को बिहार की राजनीतिक पार्टी से जोड़कर खुद को पेश करना भी अब आम बात हो गई है। बावजूद इसके बिहार पुलिस दावा कर रही है कि बिहार में आपराधिक घटनाएं कम है। ताजा मामला है पटना के एक निजी अस्पताल का जहां अपराधियों के द्वारा अस्पताल में घुसकर तोड़फोड़ तथा रंगदारी की मांग की गई।

मैं तो दूसरों से मांगता हूँ पैसा, आप हमही से मांगने लगे

बिहार की राजधानी पटना से एक ताजा मामला सामने आया है। पटना के पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के योगीपुर में स्थित मेडिसिटी हॉस्पिटल में मरीज के इलाज का बिल मांगने पर अपराधियों द्वारा खुद को बिहार की एक उभरती हुई पार्टी से जोड़कर धमकियां दी गई कि आप अब हम से पैसा मांगे, आपको मालूम नहीं कि मैं किस पार्टी से जुड़ा हुआ हूं, मैं तो दूसरे से पैसा मांगता हूं।

चार नामजद और 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

जिसके बाद मेडिसिटी हॉस्पिटल के नितेश कुमार सिंह ने 16 अगस्त को अस्पताल परिसर में हुए हंगामे को लेकर चार नामजद और 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। उन्होंने अस्पताल में तोड़फोड़, डॉक्टरों से मारपीट और अस्पताल में चोरी का आरोप लगाया है।

सिंह ने बताया कि मुझसे फोन करके 10 लाख रुपए रंगदारी भी मांगी गई है। जिस व्यक्ति ने रंगदारी की मांग की है वह खुद को बिहार की राजनीतिक पार्टी से जुड़े होने का दावा कर रहा है।

जानिए क्या है पूरा मामला 

अस्पताल के प्रशासक नितेश कुमार सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी अंजिता कुमारी निदेशक मंडल की सदस्य हैं। 6 अगस्त को मरीज आनंद सुधाकर यादव को उनके भाई आनंद मधुकर यादव ने मेडिसिटी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था। आनंद सुधाकर को निमोनिया हो गया था। तबीयत ठीक होने पर मरीज को 16 अगस्त को छोड़ा गया और अस्पताल प्रशासन द्वारा बकाया बिल मांगा गया। जिसके बाद मरीज के भाई द्वारा अस्पताल प्रशासन को जान से मारने की धमकी दी गई।

फोन कर खुद को बताया गया पटना का सबसे बड़ा गुंडा

इस दौरान 16 और 20 अगस्त के बीच मरीज के भाई ने अस्पताल प्रशासन के लोगों को फोन करके जान से मारने की धमकी दी गई। इसके साथ ही 20 अगस्त को अस्पताल में दबंगई की इच्छा से प्रवेश कर तोड़फोड़ भी किया गया। इसके साथ ही बोला कि आप हमारी पहचान और पहुंच को नहीं जानते हैं। साथ ही धमकी भरे लहजे में यह भी कहा कि मेरे द्वारा ना जाने कितने लोगों का इलाज का पैसा सिर्फ एक फोन पर माफ करवाया गया। आप मेरे से ही पैसा मांगते हैं। आपको मालूम है आप यह क्या कह रहे हैं?

हालांकि इस मामले में अस्पताल के मालिक ने आनंद मधुकर यादव, बृजेश कुमार, संतोष आनंद यादव, आनंद सुधाकर यादव समेत 25 अज्ञात लोगों पर लूटपाट और तोड़फोड़ समय फोन पर धमकी देने का आरोप लगाया है। अस्पताल के प्रशासक नितेश सिंह ने कहा कि उनके पास धमकी देने वाले फोन कॉल की रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध है।