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10 अगस्त : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

जल व हरियाली के बिना बिहार का उत्थान असम्भव : डाॅ. नंद कुमार

मधुबनी : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आशा के अनुरूप सात निश्चय योजना के अंतर्गत संचालित “जल जीवन हरियाली” कार्यक्रम की सफलता एवं जनभागीदारी बढ़ाने हेतु पृथ्वी दिवस के अवसर पर इण्डों – नेपाल सीमा पर स्थित डी.बी. कालेज, जयनगर द्वारा वन संरक्षण पर आनलाईन संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

संगोष्ठी का शुभारंभ प्रधानाचार्य प्रोफेसर नन्द कुमार एवं पंचायत प्रतिनिधि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षाविद प्रोफेसर हरेकृष्णा सिंह ने कहा कि, हरियाली के अभाव में मानव जीवन संकट से जुझता नजर आ रहा है, अतः हम सभी को संकट से बचाव के क्रम में हरियाली को संरक्षित करना होगा।

संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य डाॅ नंद कुमार ने कहा कि, ” मानव जीवन मुख्यतः जल और हरियाली पर ही आधारित है, अतः प्रत्येक व्यक्ति का नैतिक कर्तव्य है कि बिहार के विकास के लिए, अपने गांव, नगर में जल और पेड पौधों को संरक्षित करें, जिससे बिहार का विकास संभव होगा।

धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सहायक प्रोफेसर डाॅ. शैलेश कुमार सिंह ने कहा कि, जल और हरियाली के अभाव में सभ्य समाज, संस्कृति और पृथ्वी के संरक्षण की कल्पना करना असम्भव है।

इस दौरान जल जीवन हरियाली योजना के सन्दर्भ में शिक्षाविद व छात्र छात्राओं ने भी अपने अपने विचार रखे और कार्यक्रम को आगे बढ़ाने हेतु वृक्षारोपण के माध्यम से प्रतिबद्धता भी जताई।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रधानाचार्य डाॅ नंद कुमार, डाॅ विमलेंदू मिश्र, डाॅ संजय कुमार पासवान, डाॅ संजय कुमार, श्री अवध बिहारी यादव , डाॅ बुद्धदेव प्रसाद सिंह, श्री ओम कुमार सिंह, डाॅ उमेश कुमार सिंह, डाॅ आनंद कुँवर, डाॅ कुमार सोनू शंकर, डाॅ मो. मिनहाजुद्दीन, श्री प्रभात झा, श्री बब्लू सिंह, श्री ललन यादव सहित दर्जनों शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक कर्मचारी व छात्र छात्राएं उपस्थित रहें।

बाढ़ भी न रोक पाया मुनचुन के कदम, घर-घर जा लोगों को कोरोना के प्रति कर रही जागरूक

मधुबनी : प्रलयकारी बाढ़ की चपेट में आए विस्फी प्रखंड के ग्राम बलहा के वार्ड नंबर -14 बाढ़ पीड़ितों को कोरोना के साथ बाढ़ जैसी दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ा रहा है। जिले में बाढ़ के बढ़ते खतरे के मद्देनजर के बीच स्वास्थ्य प्रशासन के सामने कोरोना के साथ बाढ़ की संभावनाओं के बीच स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की चुनौती भी बढ़ी है. वर्तमान समय में बिस्फी प्रखंड के अधिकांश गांव पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इस दौरान सबसे अधिक परेशानियां गर्भवती माताओं के सामने आई है. ऐसे में आशा कार्यकर्ता मुनचुन देवी अपने क्षेत्र में विगत कई वर्षों से बाढ़ जैसी चुनौतियों के बीच निरंतर अपनी सेवा दे रही है. कोरोना काल आए बाढ़ के कारण मुनचुन देवी दोहरी जिम्मेदारी निभा रही है. एक तरफ जहाँ वह कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक कर रही है तो दूसरी तरफ वह बाढ़ जैसे हालात में भी वह अपने क्षेत्र में परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों एवं गर्भवती माताओं के लिए आयरन एवं कैल्शियम की गोली घर-घर जाकर उपलब्ध करा रही हैं.

टीकाकरण पर दे रही है बल:

मुनचुन देवी ने बताया कोरोना संक्रमण में टीकाकरण बाधित हुआ है. लेकिन अब धीरे-धीरे इसे पुनः सुचारू रूप से किया जा रहा है. उन्होंने बताया नियमित टीकाकरण के साथ वह बच्चों को जेई( जापानी इन्सेफ़लाईटिस) का भी टीका लगवाने में सहयोग कर रही है. उनके क्षेत्र में बाढ़ जैसी गंभीर समस्या होने के बावजूद भी वह 150 से अधिक बच्चों का जेई का टीकाकरण करवाया है.

गर्भवती माताओं पर दे रही विशेष ध्यान:

मुनचुन ने बताया कोरोना एवं बाढ़ के खतरे के बीच गर्भवती माताओं को अधिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है. बाढ़ के कारण प्रसव पूर्व जाँच कराने में गर्भवती माताओं को समस्या का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए वह घर-घर जाकर चिन्हित गर्भवती माताओं का सामान्य प्रसव पूर्व जांच कर रही है एवं उनके संस्थागत प्रसव को लेकर तैयारियों पर जोर दे रही है. मुनचुन बताती हैं बड़ी समस्या तब होती है जब किसी गर्भवती को इस बाढ़ के पानी के बीच गर्भवती को प्रसव के लिए अस्पताल ले जाना पड़ता है। पानी के बीच प्रसूता को लेकर सड़क तक पहुंचते फिर वहां से एंबुलेंस, नीजी गाड़ी के माध्यम से अस्पताल तक ले जाते हैं। पानी के बीच सड़क तक ले जाने में कई तरह के खतरों का डर बना रहता है। लेकिन इन तमाम मुश्किलों के बाद भी वह संस्थागत प्रसव पर ही जोर देती है ताकि जच्चा एवं बच्चा स्वस्थ रहें.

कोरोना के प्रति लोगों को कर रही जागरूक:

इस दोहरी चुनौती के बीच भी स्वास्थ्यकर्मी दिन-रात लोगों को जागरूक करने तथा संक्रमण का फैलाव रोकने में लगे हुए हैं मुनचुन देवी विषम परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ रही हैं. कोरोना काल की जब शुरुआत हुई थी तो उस समय से वह लोगों को जागरूक कर रही थी. कोरोना संक्रमण के शुरुआती दौर में इनके गांव में दर्जन से ज्यादा प्रवासी मजदूर आए थे जिन्हें गांव में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में उन्होंने भेजा। अभी वर्तमान समय में वह घर-घर जाकर लोगों से कोरोना से बचाव तथा की जानकारी दे रही है. संक्रमित पाए गए मरीजों की होम आइसोलेशन में उनकी निगरानी एवं जरूरत पड़ने पर उनकी देखभाल भी वह करती है. साथ ही वह प्रतिदिन अपने कार्यक्षेत्र में लोगों को शारीरिक दूरी के महत्व के बारे में बताती हैं. लोगों को भीड़ वाली जगहों पर नहीं जाने की सलाह देती हैं. वह कहती हैं, लोगों को हाथों की सफाई का सही तरीका बताना एक अहम कार्य है. गांव में लोग अधिक हाथ साफ करने के आदि नहीं हैं.लेकिन धीरे-धीरे लोगों में बदलाव दिख रहे हैं. लोग अपने मुंह एवं नाक को ढंकने के साथ हाथों की भी सफाई कर रहे हैं.

बीमार होने पर भी उत्साह में नहीं आई कमी:

मुनचुन देवी को हौसला देखकर गांव वाले उनके हौसले की प्रशंसा कर रहे हैं. मुनचुन ने बताया लगातार बाढ़ में फील्ड विजिट करने के क्रम में वह बीमार पड़ गई एवं अभी तक वह बीमारी से उबर नहीं पाई हैं. वह कहती हैं उन्हें डर हो रहा था कि कहीं वह कोरोना से संक्रमित तो नहीं हो गयी. यद्यपि कोरोना की जाँच में रिपोर्ट नेगेटिव आई है. उन्होंने बताया बीमार होने के बाद भी उनका हौसला कमा नहीं है. वह जैसे ही स्वस्थ होंगी फिर अपने कार्य में जुट जाएंगी.

कोरोना रिपोर्ट को ले अफवाह फ़ैलाने वाले की कि एसपी से शिकायत

मधुबनी : लदनियां थाना क्षेत्र अंतर्गत पद्मा गांव में कोरोना पॉजिटिव होने के नाम पर समाज में कुछ लोगों के द्वारा नफरत फैलाने का असामाजिक हरकत प्रकाश में आया है। इस कारण सामाजिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे परिवार का एक सदस्य शिवानंद मिश्र ने थाने में एक आवेदन दिया है।

आवेदन के अनुसार उनके पिता इन्द्रमोहन मिश्र हिन्दी समाचार पत्र के पत्रकार हैं। पत्रकारिता के क्रम में हुई सर्दी-खांसी की जांच करोना पॉजिटिव निकली, बाद में हुई जांच में आवेदक के अलावा उनके भाई और मां विवेकानंद मिश्र समेत तीनों की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आई। गांव के चौक स्थित अपनी दुकान से घर के लिए जब वे कुछ सामान लाने गये।

इसी बीच गांव के ही मोनू कुमार ठाकुर के साथ पहुंचे विक्रांत झा ने वीडियो बनाते हुए कहा कि तुम्हारे माता-पिता दोनों पॉजिटिव हैं। उसने कहा कि मेरी माता व भाई की रिपोर्ट निगेटिव है। इस पर विक्रांत झा ने उन्हें बर्बाद करने की धमकी दी और गांव में नफरत फैलाने लगा।आवेदक के अनुभव इस प्रकार की सामाजिक व मानसिक प्रताड़ना से उनके बीमार पिता व परिवार को कुछ होता है, तो इसके लिए सम्पूर्ण रूप से विक्रांत झा व उनके पिता मिथिलेश कुमार झा जवाबदेह माने जाएंगे।

आवेदक ने वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहे उनके बीमार पिता व माता के प्रति नफरत फैलाने वाले दोषियों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। आवेदक के पिता पत्रकार इंद्रमोहन मिश्र वर्षो से हार्ट,ब्लडप्रेसर एंड सुगर का मरीज है। विक्रांत झा के कारनामा से वे काफी आहत है। किसी भी समय कुछ भी नहीं होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।

उधर इस संबंध में पूछे जाने पर मोबाइल फोन से जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है। इधर आवेदक के पिता इंद्रमोहन मिश्रा ने बताया कि लदनियां थाना के जमादार आरके सिंह द्वारा आवेदन वापस लेने की दवाव दी जा रही है। थानाध्यक्ष से कई वार उन्होंने संपर्क किया, लेकिन आवेदन पर कुछ भी कार्रवाई नहीं करने की शिकायत एसपी मधुबनी से मोबाइल फोन पर की है।

हरलाखी को बाढग्रस्त घोषित के लिए आप ने निकाला आक्रोश मार्च

मधुबनी : हरलाखी विधानसभा को बाढग्रस्त घोषित करने के मांग में आम आदमी पार्टी के विधानसभा प्रभारी गणपति चौधरी के नेतृत्व में आक्रोश मार्च निकाली गई। उक्त मार्च में पार्टी की दर्जनों कार्यकर्ताओं ने हरलाखी प्रखंड मुख्यालय से बाजार चौक उमगांव तक नारे लगाकर अपनी आवाज़ को बुलंद किया।

इस दौरान श्री चौधरी ने कहा कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बाढ से हजारों किसानों का फसल बर्बाद हो गये है, सैकड़ों परिवार विस्थापित हो गये। दर्जनों लोगों का घर गिड़ गया, लेकिन अब तक सरकार की ओर से किसी प्रकार का कोई मुआवजा नहीं दिया गया।

उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भी बाढ से तबाही मचा हुआ था, लेकिन हरलाखी को बाढग्रस्त घोषित नहीं किया गया। लेकिन इस वर्ष सरकार को हर हाल में बाढग्रस्त घोषित करना होगा, ताकि इससे हजारों किसानों का जो नुकसान हुआ है उसकी मुआवजा मिल सके। उन्होंने कहा कि बाढ का कोई स्थायी निदान सरकार को निकालना चाहिए, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा और हर वर्ष बाढ के नाम पर पुरे बिहार में करोड़ों रुपये का लूटखसोट हो जाती है।

इस मौके पर पार्टी के प्रखंड सचीव राघवेन्द्र ठाकुर, राहुल चौधरी, मणीशंकर चौधरी, मनीष ठाकुर, पंकज चौधरी, अवधेश चौधरी, रघुनाथ ठाकुर, राम सुरेन्द्र ठाकुर, मिथिलेश झा, प्रविण चौधरी, विकाउ यादव, राम स्वरूप महतो, रामू राम, राजवीर महतो, शोभा ठाकुर, लाल बाबू राय समेत अन्य कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

बाइक लुटेरे गिरोह का पुलिस ने किया पर्दाफाश, देसी कट्टा व जिंदा कारतूस के साथ तीन गिरफ्तार

मधुबनी : फुलपरास थाना परिसर में रविवार को मधुबनी एसपी डॉ० सत्यप्रकाश के निर्देश पर फुलपरास एस०डी०पी०ओ० सुनीता कुमारी और झंझारपुर एसडीपीओ अमित शरण के द्वारा संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया।

बीते दिनों फुलपरास अनुमंडल क्षेत्र व झंझारपुर अनुमंडल क्षेत्र में बाइक लूट की घटना को अंजाम देने वाले तीन शातिर अपराधियों को पुलिस की एक विशेष टीम ने छापेमारी कर चार बाइक, एक देसी कट्टा व एक जिंदा कारतूस और दो मोबाईल के साथ गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार किये गये अपराध की घटना में संलिप्त दो अपराधी एक ही गांव के फुलपरास थाना क्षेत्र के फुलकाही के हैं। कृष्ण कुमार व राहुल कुमार। वहीं शंभू यादव नरहिया गोट लौकही थाना के निवासी हैं।

एस०आई०टी० टीम के द्वारा गिरफ्तार किए गए अपराधी से की गई पूछताछ के दौरान पुलिस को कई और घटना के सुराग हाथ लगी है। एक गुट का नेतृत्व कृष्णा कुमार करता था, तो वहीं दूसरे गुट का शम्भू यादव। दोनों ही गुट में शामिल अपराधी दो बाइक पे सवार होकर एन०एच०-57 पर बेखौफ होकर निकलता था, और देशी कट्टा दिखाकर घटना का अंजाम देता था। पिछले कुछ महीनों से पुलिस के लिए सिरदर्द बना था, जिसे एस०आई०टी० में गठित पुलिस के जवानों ने बहादुरी से विभिन्न थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किये।

सभी थानाध्यक्षों को पुरस्कृत करने के लिए मधुबनी एस०पी० डा० सत्यप्रकाश को नाम भेजा जाएगा। फिलहाल तीनों ही शातिर अपराधी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उक्त बातों की जानकारी फुलपरास एस०डी०पी०ओ० सुनीता कुमारी ने दी। इस मौके पर सर्किल इंस्पेक्टर ब्रहमदेव सिंह, फुलपरास थानाध्यक्ष महफूज आलम, लौकही थानाध्यक्ष अरविंद कुमार, अररिया संग्राम ओपी अध्यक्ष जितेंद्र सहनी, झंझारपुर थानाध्यक्ष चन्द्रमणि और भैरवस्थान थानाध्यक्ष संतोष कुमार के मौजूद थे।

जल संसाधन मंत्री संजय झा ने किया कमला तटबंध का निरीक्षण

मधुबनी : बिहार में बाढ़ का रौंद रुप जारी है। कई जिले बाढ़ से पूर्ण रुप से प्रभावित हैं। बाढ़ से निपटने के लिए जल संसाधन मंत्री लगातार दौरा कर रहें हैं। इसी बीच आज दोपहर मंत्री संजय झा अंधराठाढी़ के रखवाडी़ और सेवारामपुर पहुंचे, जहां पिछले साल कमला नदी के तटबंध टूटने से बाढ़ ने जमकर तबाही मचाया था। गांव के गांव बाढ़ से प्रभावित हुए थे। इस बार पहले से ही तैयारी युद्ध स्तर पर जारी है।

मंत्री ने कमला तटबंध और आयरन शीट पाइलिंग के कार्य का निरक्षण किए, और कई निर्देश भी दिये। इसके बाद सीधे अंधराठाढी़ के पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के तहत बरसाम गांव में निर्माणाधीन ब्रिज संग फॉल संरचना का निरक्षण किए और कार्य देखकर संतुष्ट भी हुए। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार बाढ़ और कोरोना से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है, जिसका असर दिखने लगा है, घबराने की जरुरत नहीं है।

कायस्थ महासभा के कला एवं सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष बने डॉ संजीव शर्मा

मधुबनी : झंझारपुर अनुमंडल के रतुपार गांव निवासी सह पार्वती लक्ष्मी कन्या प्लस टू विद्यालय के संगीत विभागाध्यक्ष डॉ० संजीव शर्मा को अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय सचिव सह जदयू के प्रखर प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कला एवं सांस्कृतिक प्रकोष्ठ का मधुबनी जिलाध्यक्ष मनोनीत किया है।

सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष देव कुमार लाल ने कहा कि डॉ० संजीव शर्मा बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति हैं, इनके जिलाध्यक्ष बनने से संगठन को काफी मजबूती मिलेगी।

सांस्कृतिक इकाई के जिलाध्यक्ष मनोनीत किये जाने पर डॉ० संजीव शर्मा ने कहा कि कायस्थ समाज के लोग कला एवं सांस्कृतिक विधा में धनी रहते हुए भी बिखरे पड़े हैं। उन्हें संगठन के माध्यम से एक मंच पर लाकर पहचान दिलाने का पूरी कोशिश करूंगा। उन्होंने कहा कि कला के माध्यम से चित्रांश समाज को समृद्धता प्रदान करना कला एवं सांस्कृतिक इकाई का मुख्य उद्देश्य है।

डॉ० शर्मा ने बताया कि संगठन के राष्ट्रीय सचिव जदयू के प्रखर प्रवक्ता कुशल रणनीतिकार राजीव रंजन प्रसाद ने जो दायित्व सौंपा है, उसे सौ प्रतिशत निर्वहन करने का असफल प्रयास करूंगा। उन्होंने संगठन में दायित्व देने के लिए अ०भा०का०म० के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र श्रीवास्तव एवं राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया।

उन्होंने प्रेस को बताया कि शीघ्र ही सांस्कृतिक इकाई का विस्तार प्रखंड स्तर पर करने का काम किया जाएगा। पिछले दिनों अ०भा०का०म० के जिला कमिटी की बैठक में संगठन के विस्तार को लेकर कई नये लोगों को जिम्मेदारी सौंपे जाने का निर्णय लिया गया।

इस बैठक में जदयू नेता सह मधुबनी जिलाध्यक्ष अनिल कुमार दास एवं आईटी सेल के प्रदेश उपाध्यक्ष आशुतोष ब्रजेश, जिला महासचिव संदीप दास शामिल थे। कला एवं सांस्कृतिक इकाई के जिलाध्यक्ष पद के लिए डॉ० संजीव शर्मा के नाम की घोषणा के बाद बधाई देने वालों का तांता लग गया है।

बधाई देने वालों में आईटी सेल के प्रदेश उपाध्यक्ष आशुतोष ब्रजेश, कला एवं सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह मशहूर तबलावादक देव कुमार लाल, जदयू नेता मनोज लाल दास मनु, अभाकाम के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार दास, जिला महासचिव संदीप दास, महिला सेल की जिलाध्यक्ष श्वेता कर्ण, युवा जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय नारायण चौधरी, व्यवसायिक प्रकोष्ठ के झंझारपुर जिलाध्यक्ष अजय टिबड़ेवाल, महिला कर्णगोष्ठी की झंझारपुर एडमिन डॉ मणि कर्ण, अनु अंजना, समीर मिश्रा, भास्कर चौधरी, गोपाल कुमार दास, मोहम्मद रिजवान, विष्णु विज्ञान झा, पंकज चौधरी, अमलेश्वर कुमार वर्मा, सुधीर राय, अनूप कश्यप, गौतम झा, अजय कुमार दास, रितेश कुमार राय, मनीष प्रसाद, दिलीप कुमार चौधरी, रंजीत कुमार झा, सुभाष मंडल, सीताराम जी, ई.डॉ सुनील झा, कृष्ण कुमार, महेश केजरीवाल, सियाकांत वर्ण, समीर कुमार दास आदि ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शुभकामनाएं दी है।

‘माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन’ चला 100 लोगों को खिला रहे निःशुल्क खाना

मधुबनी : कोविड-19 नोबल कोरोना वायरस के बिहार में बढ़ते संक्रमण के कारण पूरे सूबे में राज्यव्यापी लॉक डाउन पुनः कुछ दिनों के लिए 01-16 अगस्त तक किया गया है।

इस लॉक डाउन में गरीब, निर्धन, निःशक्त, निःसहाय, मजदुर वर्ग, भिखारी वर्ग, कामगार मजदूर लोगों के सामने विकट इस्तिथि उत्पन्न हो गयी हुई है, जिससे उनको खाने-पीने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

इसी के मद्देनजर मधुबनी जिले के जयनगर शहर के समाजसेवी अमित कुमार राउत एवं उनकी टीम लगातार पिछले 25 दिनों से जयनगर शहर के पटना गद्दी चौक, शहीद चौक, जयनगर रेलवे स्टेशन परिसर में रहने वाले लोगों को निजी स्तर से जनसहयोग से कम्यूनिटी किचन चला कर रोज लगभग 100 लोगों को खाना खिला कर पेट भर रहे हैं। इससे लोग प्रसन्न होकर उनको धन्यवाद देकर खाना खाते हैं।

इस नेक कार्य मे प्रवीर महासेठ, विजय नायक, मिथिलेश महतो, विशाल नायक एवं मुकेश राउत एवं अन्य लोग भी इसमें इनका सहयोग कर रहे हैं। इसके अलावा शहर के चैम्बर ऑफ कॉमर्स, मॉर्निंग वॉक ग्रुप, सूड़ी युवा मंच एवं अन्य संस्थाओं ने भी भोजन वितरण के समय आकर इनका हौसला अफजाई भी किया है।

वैश्विक महामारी बन चुके कोविड-19 नोबल कोरोना वायरस के प्रति सचेत करने और स्वच्छता के लिए जागरूकता के उद्देश्य से समाजसेवी अमित कुमार राउत ने खाना देते वक्त लोगों के हाथ सेनेटाइज करवाकर एवं सोशल डिस्टेंसिनग का ख्याल रखते हुए उनको खाना देते हैं।

उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जो दिशा-निर्देश हमें सरकार के तरफ से मिले हैं, उनका पालन हम सभी को शत-प्रतिशत करना है। सोशल डिस्टेंस बनाये रखना है, ओर अधिक जरूरत नही हो, तो घर से बाहर बिल्कुल नही निकलें।

इस मौके पर समाजसेवी श्री राउत ने लोगों से कहा कि बहुत जरूरत होने और ही घर से बाहर निकालें, ओर मास्क लगाएं एवं घर से बाहर जाने-आने के क्रम में हाथ को बढ़िया से धोएं ओर साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।

उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि चूंकि बिहार में ये वायरस का प्रकोप कुछ ज्यादा ही बढ़ गया हुआ है, इसलिए पुनः लॉक डाउन लगाया गया है। आज के तारीख में ये कोरोना वायरस एक महामारी बन चुका है, इसलिए अपने यहां भी हम इसके प्रभाव से बचने के लिए इससे बच कर रहें।

आज जारी हो सकता है शिक्षक नियोजन मेघा सूची, 25 तक ली जाएगी आपत्ति

मधुबनी : जिला शिक्षा पदाधिकारी नसीम अहमद ने नियोजन वर्ष 2019-20 के अंतर्गत वर्ग छह से आठ तक के शिक्षकों के नियोजन से संबंधित विभागीय निर्देशों से जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों सह प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई के सदस्य सचिवों, नगर परिषद, मधुबनी और नगर पंचायत झंझारपुर, जयनगर एवं घोघरडीहा के कार्यपालक पदाधिकारियों को पत्र भेजकर अवगत करा दिया है। साथ ही उनसे अनुरोध किया गया है कि विभागीय निर्देशों के आलोक में शिक्षक नियोजन से संबंधित प्रक्रिया पूर्ण करा ली जाए। लेकिन, नियोजन पत्र निर्गत नहीं किया जाए।

गौरतलब है कि विभागीय अधिसूचना संख्या के आलोक में प्रारंभिक विद्यालयों में नियोजन वर्ष 2019-20 के अंतर्गत विभागीय मार्गनिर्देश के तहत नियोजन इकाइयों के द्वारा नियोजन की प्रक्रिया प्रारंभ की गई।

लेकिन, उच्च न्यायालय, पटना द्वारा सीडब्ल्यूजेसी 6767/2020 में न्यायादेश पारित कर शिक्षा विभाग को आदेश दिया कि नियोजन प्रक्रिया जारी रखें, लेकिन शिक्षक पद पर नियोजन नहीं करें। इस प्रकार उच्च न्यायालय ने शिक्षक नियोजन प्रक्रिया पर तो रोक नहीं लगाया, लेकिन शिक्षकों का नियोजन करने पर रोक लगा दिया है। जिस कारण केवल नियोजन प्रक्रिया की जाएगी, लेकिन नियोजन पत्र निर्गत नहीं किया जाएगा। इधर, उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में 31 जुलाई को जारी विभागीय अधिसूचना द्वारा शिक्षा विभाग ने आदेश निर्गत कर जिला द्वारा पंचायत एवं प्रखंड के मेधा सूची का अनुमोदन तक की प्रक्रिया अगस्त में पूर्ण करने के लिए कहा है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा है कि उक्त तथ्यों एवं विभागीय अधिसूचना के आलोक में केवल वर्ग छह से आठ तक के शिक्षकों के नियोजन संबंधी प्रक्रिया ससमय पूर्ण कर लेनी है। लेकिन, उच्च न्यायालय के न्यायादेश के आलोक में नियोजन पत्र का वितरण नहीं किया जाना है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जिले के सभी बीडीओ एवं नगर परिषद और नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारियों से अनुरोध किया है कि वर्ग छह से आठ तक के शिक्षकों के नियोजन के लिए ससमय सभी प्रक्रियाओं को पूर्ण करते हुए संपूर्ण गतिविधि से संबंधित रिपोर्ट डीईओ कार्यालय को निर्धारित समय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। डीईओ ने उक्त संबंध में जिले के सभी बीईओ को भी आवश्यक निर्देश दिया है। डीपीओ स्थापना को भी निर्देश दिया है कि नियोजन इकाई से अनुमोदन के लिए अंतिम मेधा सूची प्राप्त कर संचिका के माध्यम से अपने मंतव्य के साथ ससमय उपलब्ध कराएं।

नियोजन प्रक्रिया संबंधी कार्यक्रम :

  • मेधा सूची की तैयारी, मेधा सूची का नियोजन समिति द्वारा अनुमोदन एवं मेधा सूची का प्रकाशन-10 अगस्त तक।
  • मेधा सूची पर आपत्ति – 10 से 25 अगस्त तक।
  • प्राप्त आपत्ति का निराकरण, नियोजन समिति द्वारा अंतिम मेधा सूची का अनुमोदन एवं अंतिम मेधा सूची का प्रकाशन – 28 अगस्त तक।
  • अंतिम मेधा सूची अनुमोदन के लिए जिला को हस्तगत कराना – 29 अगस्त तक

बाइक पर गिरा पेड़, तीन लोग हुए घायल

मधुबनी : साहरघाट-चोरौत सड़क में अउरा गांव के पास सड़क किनारे पेड़ काटने के दौरान अचानक कटा पेड़ बाइक पर गिरने से उस पर सवार तीन युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गए। जख्मी बाइक सवार युवक की पहचान हरलाखी थाना क्षेत्र के फुलहर गांव निवासी आमोद पासवान, अनिल साह एवं नवटोली गांव निवासी विनोद यादव के रूप में की गई है।

घटना से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने मुआवजे की मांग कर सड़क पर कटा वृक्ष रखकर जाम कर दिया। इधर, घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा कर सड़क जाम समाप्त कराते हुए यातायात बहाल किया। इसके बाद पुलिस ने जख्मी तीनों युवक को इलाज के लिए साहरघाट स्थित निजी चिकित्सक के यहां भर्ती कराया, जहां तीनों का इलाज चल रहा है।

जानकारी के अनुसार अउरा गांव के पास सड़क किनारे शीशम का पेड़ दो व्यक्ति काट रहे थे। पेंड़ काटने के दौरान अचानक पेंड़ सड़क पर चोरौत की ओर से आ रहे एक बाइक पर जा गिरी। जिससे बाइक पर सवार तीन युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गए। घटना को देख स्थानीय लोगों ने सड़क पर कटा पेंड़ रखकर मुआवजे की मांग को लेकर मुख्य सड़क को जाम कर दिया।

सुमित राउत