केसरिया में खाद्य निगम के गोदाम का डीएम ने नाव से जाकर किया निरीक्षण
- अनाज की बोरियों को नाव से दूसरे गोदाम में रखवाया
चंपारण : मोतिहारी जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने आज केसरिया के बाढ प्रभावित इलाके में स्थित राज्य खाद्य निगम के गोदाम का नाव से जाकर निरीक्षण किया। अनाज को बर्बाद होने से बचाव को लेकर डीएम के दिए गए निर्देश पर गोदाम में रखे अनाज की बोरियों को तुरंत नाव एवं एसडीआरएफ के वोट से दूसरे गोदाम में सीओ और गोदाम के एजीएम ने शिफ्ट कराया।
बताया गया था कि गोदाम में पानी घुसने के कारण एवं रिसाव से अनाज की बोरी खराब हो रही है। जिसे डीएम ने गंभीरता से लेते हुए अनाज की बोरियों को नाव से दूसरे गोदाम में पहुंचवाया। डीएम ने सीओ को निर्देश दिया कि मामले की इन्वेंटरी बनाकर कि किस पदाधिकारी और कर्मी के लापरवाही के कारण इतने अनाज बर्बाद हुए हैं जांच प्रतिवेदन जिला को भेजें। इस क्रम में डीएम ने दूसरे गोदाम का भी निरीक्षण किया और अनाज का ठीक ढंग से रखरखाव करने का निर्देश एजीएम गोदाम को दिया।
राजन दत्त द्विवेदी
बिहार विस चुनाव मैनेजमेंट को प्लान कर प्रपत्रों का शीघ्र करें निष्पादन : मुख्य निर्वाचन अधिकारी
- सभी डीएम को स्वीप एक्टिविटी भी प्लान कर ऐसीडीसी बिल के समायोजन का दिया निर्देश
चंपारण : बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से निर्वाचन की तैयारी के संबंध में जिला वार गहन समीक्षा की। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिहार ने आसन्न विधानसभा निर्वाचन को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जिलाधिकारियों को दिया। बैठक में मुख्य रूप से इलेक्शन मैनेजमेंट को प्लान करने, प्रपत्र 6,7,8,8 का त्वरित कार्रवाई कर निष्पादन करने का निर्देश दिया।
ईवीएम का एफएलसी कंप्लीट करने, सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए कार्मिकों का छोटे-छोटे ग्रुपों में प्रशिक्षण करवाने, आयोग के दिशा निर्देश के आलोक में स्वीप एक्टिविटी प्लान बनाकर भेजने ऐसीडीसी बिल का समायोजन कराने का निर्देश जिलाधिकारियों को दिया। समीक्षा बैठक में मोतिहारी जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक, उप विकास आयुक्त, उप निर्वाचन पदाधिकारी विधानसभा की आरओ मौजूद थे।
राजन दत्त द्विवेदी
राहत कार्य में कोताही बर्दाश्त नहीं, किसानों को सरकार कर रही हर संभव मदद : प्रेम कुमार
- बाढ से बर्बाद हुए फसलो का मंत्री ने किया निरीक्षण
चंपारण : मोतिहारी, कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि मॉनसून आधारित खेती करने वाले किसानों को 6 हजार और सिंचाई प्रणाली से खेती करने वाले किसान को 13 हजार 5 सौ रुपये फसल की क्षति का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। बाढ़ पीड़ितों को सरकार से मिलने वाली सभी सहायता मुहैया कराई जाएगी। राहत कार्य में अगर कोई कोताही हुई तो बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं अब पशु चिकित्सकों की बहाली बहुत जल्द होगी।
पशु चिकित्सकों के रिक्त ग्यारह सौ पदों पर बहाली के लिए जल्द ही वैकेंसी निकलेगी। कृषि मंत्री श्री कुमार आज परिसदन में प्रेस वार्ता के दौरान कही। साथ ही उन्होंने डीएम एसके अशोक एवं जिला कृषि पदाधिकारी के साथ बैठक कर कई आवश्यक निर्देश भी दिए। इस अवसर पर उनके साथ कला व सांस्कृतिक मंत्री प्रमोद कुमार भी मौजूद थे। बाद में कृषि मंत्री श्री कुमार ने कला व संस्कृति मंत्री प्रमोद कुमार के साथ बाढ़ प्रभावित बंजरिया एवं सुगौली प्रखंड क्षेत् के कई जगहों फसलों के बाढ से हुए नुकसान का जायजा भी लिया।
मंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि राहत कार्य मे किसी तरह की कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बाढ़ से हुई फसलों की क्षति का मुआवजा किसानों को मिलेगा। इसके लिए विभागीय स्तर पर कार्य हो रहा है। सरकार किसानों के हित के लिए लगातार कदम उठा रही है। कृषि को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है। कृषि मंत्री श्री कुमार बाढ़ प्रभावित इलाके के भ्रमण क्रम में पहले बंजरिया प्रखंड में पहुंच फसल के नुकसान की जानकारी ली।
बाढग्रस्त प्रखंड के कई पंचायतो में बाढ से बर्बाद हुए फसलो का निरीक्षण भी किया। मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी चंद्रदेव प्रसाद, आत्मा के परियोजना निदेशक रणवीर सिंह, प्रखंड कृषि पदाधिकारी विक्रमा माँझी, कृषि समन्वयक विकास कुमार, दीपक कुमार, शलैश कुमार, किसान सलाहकार जीतेन्द्र सिंह, अविनाश कुमार, अभय तिवारी, विधानिवास
शशिकांत कुमार एवं कृषि तकनीकी प्रबंधक अजय कुमार, विधायक प्रतिनिधि विकास शर्मा, बीडीओ सरोज कुमार बैठा, प्रमुख ललन चौधरी, बीएओ सिधेश्वर राय, जीपीएस विकास कुमार, रवि पासवान, किशन कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे।
राजन दत्त द्विवेदी
बड़े पूंजीपतियों के हित में देश के संवैधानिक नियमों का हो रहा बदलाव
चंपारण : बेतिया, केन्द्र की मोदी सरकार के राष्ट्र (किसान) विरोधी अध्यादेश के विरोध में किसान सभा, खेत मजदूर यूनियन और सीटू के आहवान पर कॉर्पोरेट कृषि छोड़ो एवं मजदूरों को राहत दो नारा के साथ पश्चिम चम्पारण जिला केंद्र पर जेल भरो आंदोलन किया। कहा कि भारत की जनता वैश्विक महामारी कोविड 19 कोरोना वायरस से लड़ रही है और मोदी सरकार ने जनता के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है।
महिनों की लॉक डाउन (तालाबंदी) के बाद जनता को राहत देने की बजाय सरकार उनकी रोजी-रोटी को तबाह करने के रास्ते पर चल पड़ी है। उक्त बातें बेतिया स्थित शहीद स्मारक पर 09 अगस्त 1942 क्रांति दिवस के शहीदों को माल्यार्पण बाद (क्रांति दिवस) के औचित्य पर किसान संघर्ष समन्वय समिति जिला संयोजक तथा किसान सभा बिहार राज्य संयुक्त सचिव प्रभुराज नारायण राव, जिला किसान कौंसिल मंत्री चांदसी प्रसाद यादव, खेतिहर मजदूर यूनियन जिला मंत्री प्रभुनाथ गुप्ता, सीटू जिला अध्यक्ष बी के नरुला, सचिव शंकर कुमार राव, राज्य कमिटी सदस्य नीरज बरनवाल, डीवाईएफआई जिला मंत्री म. हनीफ, किसान सभा जिला सचिव राधामोहन यादव, खेत मजदूर यूनियन के सचिव सुबोध मुखिया, बबलू दुबे, अवध बिहारी, जगरनाथ यादव, सुनील यादव, महफूज ने प्रकाश डाला।
पश्चिम चम्पारण जिला को बाढ़ ग्रस्त घोषित करने की मांग की गई। उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी का सोवा बाबू चौक पर पुतला फूँका। कहा कि जनता को धर्म व जाति के नाम पर बांट कर फूट डाली जा रही है। युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने, सार्वजनिक निवेश को बढ़ाने की जगह, मोदी सरकार इसके विपरीत काम कर रही है। आपदा में घोषित इमरजेंसी जैसा शासन लागू किया जा रहा है। देश-विदेश के बड़े पूंजीपतियों के हित में देश के सभी संसदीय एवं संवैधानिक नियमों से अलग अध्यादेश द्वारा कानूनों में बदलाव किए जा रहे हैं।
डेढ़ सौ वर्ष के संघर्ष के बूते अर्जित श्रम कानूनों को रद्द कर, श्रमिकों की गुलाम व्यवस्था लागू की जा रही है। जो तीन सत्यानाशी अध्यादेश (हुक्मनामे) जारी किए गए हैं। उनमें प्रथम से फसलों की सरकारी खरीद चौपट हो जाएगी और प्राइवेट कंपनियों को मनमर्जी के दामों पर कृषि उत्पाद खरीदने की छूट मिल गई है। द्वितीय के अनुसार बड़ी कंपनियों को हजारों-लाखों एकड़ जमीन ठेके पर लेने की इजाजत दी गई है। इसके अनुसार किसानों से लिखित इकरार होगा और रेट वगैरह को लेकर कंपनी के मुकर जाने पर किसान अदालत में नहीं जा सकेंगे। तृतीय अध्यादेश में जमाखोरी करने पर लगी रोक हटा ली गई है। इससे बड़े व्यापारी और कंपनी अनाज , सब्जी, फल वगैरा सस्ते रेट पर खरीदकर गोदामों में रखेंगे। देश में खाद्य सुरक्षा और सार्वजनिक वितरण प्रणाली चौपट हो जाएगी।
देशवासियों को मुफ्त चिकित्सा व स्वास्थ्य व्यवस्था सुनिश्चित करने। कृषि उत्पाद व्यापार, कंपनी को ठेके पर खेती और आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन संबंधी घातक अध्यादेश को अविलंब रद्द करने। श्रम कानूनों में बदलाव एवं बिजली दर बढ़ाने वाला संशोधन प्रस्ताव वापस लेने। पेट्रोल, डीजल तथा गैस मूल्यवृद्धि वापस करने को शुल्क में कमी करने। किसानों को उनके बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान हो।
अवधेश कुमार शर्मा
एसडीएम व डीएसपी ने वृक्षारोपण कर लोगों को दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
चंपारण : रक्सौल, विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण आज स्थानीय अनुमंडल परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी शुरुआत स्थानीय अनुमंडल पदाधिकारी आरती ने पौधे लगाकर की। उसके बाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार झा ने भी पौधारोपण कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। उसके बाद अधिकारी द्वय ने लोगों को संदेश दिया कि इस पृथ्वी पर हम पेड़-पौधे लगाकर आने वाले भविष्य को बेहतर बना सकते हैं। मानव जीवन के लिए पेड़-पौधे का होना अत्यंत ही आवश्यक है। मौके पर लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी आनंद प्रकाश के साथ अवर निर्वाचन पदाधिकारी संतोष कुमार, बीडीओ संदीप सौरभ, अंचलाधिकारी विजय कुमार व इंस्पेक्टर अभय कुमार आदि ने भी वृक्षारोपण कर पृथ्वी को हरा-भरा बनाने का संदेश दिया।
अनिल कुमार
पर्यावरण संरक्षण एक राष्ट्रीय दायित्व, जिसके लिए सभी मिल करें काम : मनीष
चंपारण : मोतिहारी, बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय अभिभावक शिक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष कुमार शेखर ने मोतिहारी में दो पारिजात का पौधा लगाया । बिहार पृथ्वी दिवस की बधाई देते हुए श्री शेखर ने कहा कि धरती की रक्षा के लिए पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करना जरूरी है। पर्यावरण संरक्षण एक राष्ट्रीय दायित्व है जिसके लिए सबको मिलकर काम करना होगा।
बिहार सरकार जल, जीवन, हरियाली मिशन के लिए कार्य कर रही है, जिसे शिक्षक एवं छात्र मिलकर सफल बना सकते हैं । धरती माता की रक्षा एवं संरक्षण सनातन परम्परा का अंग रहा है । वर्षो वर्ष से हम पृथ्वी की रक्षा की दिशा में कार्य करते आ रहे हैं, जिसके लिए हम सब वृक्ष, नदी, पहाड़ को भी देवी, देवता के रुप में पूजा करके उनकी रक्षा के प्रति अपनी निष्ठा को प्रदर्शित करते हैं । विकास की दौड़ में हम अपने दायित्व एवं कर्त्तव्य को भूल रहे हैं जिसके घातक परिणाम सामने आ रहे हैं । आज के परिवेश में शिक्षक को आगे आने का समय है। शिक्षक ही नये भारत के निर्माण के लिए सबका मार्गदर्शन करेगा।
राजन दत्त द्विवेदी
बापू के जाने के बाद चंपारण में आंदोलन काफ़ी तेज हुआ : किशोर पांडेय
चंपारण : मोतिहारी, अगस्त क्रांति के अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठन ने नारा दिया उत्तराधिकारीयों को पेंशन दो ,पेंशन हमारा अधिकार है भीख नहीं। अगस्त क्रांति के अवसर पर सुगौली कांग्रेस कमेटी कार्यालय में स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठन,सुगौली प्रखंड कांग्रेस कमिटी एवं युवा कांग्रेस कमेटी की ओर से आयोजित अगस्त क्रांति दिवस समारोह को संबोधित करते हुए स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के अध्यक्ष किशोर पांडेय ने कहा कि आज़ादी के 73 वर्षों के बाद आज देश में जो लोग सत्ता का सुख भोग रहे हैं इसके पीछे स्वतंत्रता सेनानियों का ही मूल रूप से योगदान रहा है । उनकी कुर्बानी, बलिदान आदि के बल पर ही देश आजाद हुआ। 1917 में जब महात्मा गांधी ने चंपारण सत्याग्रह आंदोलन चलाया था, जो एक सफल चंपारण सत्याग्रह हुआ ।उस आन्दोलन का प्रभाव पूरे देश के अन्दोलन पर पडा,और देश आजाद हुआ।
बापू के जाने के बाद चंपारण में आंदोलन काफी तेज हुआ। गांधी जी के प्रेरणा से काफी लोग आंदोलन में शामिल होने लगे और चंपारण राष्ट्रीय स्तर पर जाना जाने लगा। यहां लगातार आंदोलन होता रहा। यहां के सेनानी से अन्ग्रेज पनाह माँगते थे। दमन भी वे काफी किये। आजादी की लड़ाई जब काफी आगे बढ़ी और बापू ने सत्य अहिंसा का प्रयोग करके जब देख लिया तो अंत में 9 अगस्त 1942 को गांधीजी ने नारा दिया कि “अंग्रेजो भारत छोड़ो” साथ साथ ” करो या मरो” के लिए छूट दे दी। इसका असर पूरे चंपारण पर पडा। आजादी की लड़ाई में 1942 का अगस्त क्रांति निर्णायक साबित हुआ।
अन्ततः अंग्रेजों को भारत देश छोड़कर वापस जाना पड़ा। उत्तराधिकारी संगठन के अध्यक्ष श्री पांडेय ने कहा कि आज देश के लगभग सभी स्वतंत्रता सेनानी अब दिवंगत हो चुके हैं,लेकिन उनके उत्तराधिकारी आज देश में है और उन्हें हर तरह से सुविधा देना सरकार का फर्ज बनता है ।स्वतन्त्रा सेनानी उत्तराधिकारी संगठन ने राष्ट्रीय स्तर पर मांग की है कि स्वतंत्र सेनानी के उत्तराधिकारीयो को पेंशन दिया जाए।
अब तक केंद्र की सरकार ने इस दिशा में कोई भी कार्रवाई नहीं की जो स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है और हम आज इस महत्वपूर्ण तिथि को यह मांग करते हैं कि स्वतंत्रता सेनानी के अधिकारियों को सरकार अविलंब पेशन देना आरंभ करें। उन्होंने नारा दिया कि स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी पेंशन अधिकार है भीख नहीं ।संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन एस एच अंसारी उर्फ छोटू ने किया तथा अध्यक्षता किशोर पांडेय ने की। कार्यक्रम को संबोधित करने वालों में राहुल गांधी विचार मंच के जिला अध्यक्ष अमरेश्वर मिश्रा ,वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राम इकबाल सिंह ,मुकेश प्रताप, श्याम किशोर, रामाज्ञा राम ,लक्ष्मण राम ,आदित्य आदि थे।
पृथ्वी प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकता पूरी करने के लिए है पर्याप्त : राधामोहन सिंह
चंपारण : मोतिहारी सांसद, रेलवे स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन सह पूर्व केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने जीवधारा एनएच के समीप आज पृथ्वी दिवस के अवसर पर बापू पौध शाला का उद्घाटन किया । जहां सांसद ने एक पारिजात वृक्ष (कल्प वृक्ष) का वृक्षारोपण भी किया। सांसद श्री सिंह ने कहा कि पृथ्वी दिवस की शुरूआत इस तरह से हुई कि वर्ष 1970 के जनवरी माह में (22 जनवरी 1970) समुद्र में तीन मिलियन गैलन तेल का रिसाव हुआ था। जिसमें 10000 सी-बर्ड, डल्फिन, सील और सी-लायंस मारे गये थे। इसके बाद अमेरिकी सीनेटर गेलार्ड नेल्सन के आह्वान पर 22 अप्रैल 1970 को पहला विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया था। वहीं बिहार सरकार द्वारा अगस्त क्रान्ति को ध्यान में रखकर पर्यावरण की रक्षा के लिए 9 अगस्त के दिन दिन को बिहार पृथ्वी दिवस के रूप में मनाने का निर्णय प्रथम बार वर्ष 2011 में लिया गया।
श्री सिंह ने कहा कि हमारी परंपराओँ ने प्रकृति के साथ सौहार्द बनाकर रहने के महत्व पर बल दिया है। यह प्रकृति के प्रति हमारे आदर व्यवहार में झलकता है। यह हमारे त्यौहारों और हमारी प्राचीन कृतियों में भी दिखता है। आज इस अवसर पर हम सार्वभौमिक भाईचारे के प्राचीन मूल्यों को याद करते हैं। यह संस्कृत में वसुधैव कुटुम्बकम् के रूप में व्यक्त किया गया है। जिसका अर्थ है विश्व एक परिवार है। महात्मा गांधी के ट्रस्टीशिप के सिद्धांत में भी यह मूल्य दिखता है। उन्होंने कहा था कि पृथ्वी प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकता पूरी करने के लिए पर्याप्त है। कहा कि आज से 78 वर्ष पहले नौ अगस्त को गांधी जी ने अंग्रेजो भारत छोड़ो का नारा दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गंदगी भारत छोड़ो का नारा दिया है। गांधी जी ने यह भी कहा था कि पृथ्वी, वायु, जल और जमीन हमें विरासत में नहीं, बल्कि कर्ज के रूप में मिला है, जिसे हमें वापस करना है। पृथ्वी को हमने मां के रूप में स्वीकार किया है। पौधा लगाना और एक मां की तरह उसकी रक्षा करना हमसब का दायित्व है। जल संरक्षण भी आज की जरूरत है। सभी को चाहिए कि अधिक-से-अधिक पौधे लगाएं और धरती की रक्षा करें। मौके पर बिहार सरकार के मंत्री प्रमोद कुमार,जिला वन पदाधिकारी प्रभाकर झा, विधायक द्वय सचिंद्र प्रसाद सिंह एवं श्याम बाबू यादव ,पीडी आत्मा रणवीर सिंह, अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज पासवान एवं जिला महामंत्री डॉ. लाल बाबू प्रसाद, गुलरेज शहजाद के अतिरिक्त अन्य लोग उपस्थित थे।
राजन दत्त द्विवेदी
मानवता की रक्षा के लिए पौधा रोपण सर्वोत्तम है कार्य : डीएम
चंपारण : बेतिया, पश्चिम चम्पारण जिला में बिहार पृथ्वी दिवस पर पृथ्वी, पर्यावरण व वन संरक्षण पर सभी केंद्रित रहे। जिला मुख्यालय बेतिया में जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार, अपर समाहर्ता नन्दकिशोर साह, उप विकास आयुक्त रवीन्द्र नाथ प्र. सिंह व अन्यपदाधिकारियों ने समाहरणालय परिसर में पौधा रोपण किया। इस क्रम में जिला पदाधिकारी के हवाले से हमारे सूत्रों ने बताया कि मानवता की रक्षा को पौधा रोपण सर्वोत्तम कार्य है।
रेडक्रॉस परिसर में पौधा रोपण किया गया। उसी क्रम में टी.पी.वर्मा काँलेज नरकटियागंज में एन.एस.एस. के कोआर्डिनेटर प्रो. दीपक कुमार की अध्यक्षता में बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर परपौधा रोपण किया गया। नॉडल पदाधिकारी डॉ दुर्बादल भट्टाचार्य, प्रो. दीपक कुमार ने कहा कि संत कबीर ने इनके वृक्ष के महत्व को अभिव्यक्त करते हुए “वृक्ष कबहुं नहीं फल भखे, नदी न संचे नीर, परमारथ के कारने, साधुन धरा शरीर”। वृक्ष हमारे जीवन दाता होते हैं जो हमारे वातावरण को संतुलित रखने का कार्य करते है, वृक्ष हमारे पुत्र के समान होते हैं । इसीलिए इनकी देखभाल और रख रखाव भी हमारी जिम्मेदारी बनती है। नोडल पदाधिकारी डॉ. दुर्बादल भट्टाचार्य ने बताया कि हमारे देश भारत की संस्कृति एवं सभ्यता वनों में ही पल्लवित तथा विकसित हुई है यह एक तरह से मानव का जीवन सहचर है। पौधा रोपण हमारे जीवन में राहत और सुखचैन प्रदान करता है। प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम एक पेड लगाकर उसकी देखभाल का प्रण लेना चाहिए। इस अवसर पर पर डॉ. दुर्बादल भट्टाचार्य, प्रो. दीपक कुमार, डॉ. चंद्र भूषण बैठा, प्रो. दशरथ राम व अन्य उपस्थित रहे। रेडक्रॉस सोसायटी बेतिया में पौधरोपण कर पृथ्वी संरक्षण का प्रण लिया
अवधेश कुमार शर्मा
डीएम की सख्ती पर वाहनों की गति हुई धीमी, शहर में दिखा सन्नाटा
चंपापण : मोतिहारी डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने आज जिले के विभिन्न गतिविधियों एवं कार्यक्रमों में शामिल होकर कई महत्वपूर्ण योजनाओं का शुभाररंभ कराया। इस क्रम में सबसे पहले कोविद19 को लेकर लाॅकडाउन के सख्ती से अनुपालन का निर्देश सभी एसडीओ एवं डीएसपी को दिया। जिसके फलस्वरूप जिला मुख्यालय में वाहनों में खासकर चारपहिया व दो पहिया वाहनों का परिचालन काफी कम रहा। जरूरी व अनुमति प्राप्त दुकान छोड़ शेष दुकानें पूरे दिन बंद रही। वहीं जिलाधिकारी ने आज पहाड़पुर प्रखंड के पूर्वी सरैंया पंचायत में 62 वन पोषक को एक सादे समारोह में नियुक्ति पत्र भी सौंपा। इस दौरान जिलाधिकारी ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान योजना से बने पशु शेड का भी उद्घाटन किया। वहीं अच्छे कार्य करने वाले जनप्रतिनिधि एवं कर्मी को बारिश के बीच प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। डीएम ने इनरवाभार व विशनपुर मटियरवा पंचायत में सामुदायिक शौचालय का लोकार्पण भी किया। जबकि बंजरिया प्रखंड के सिजुआ नाला के किनारों पर पृथ्वी दिवस के अवसर पर फलदार पेड़ लगा कर पर्यावरण संतुलन करने के लिए ग्रामीणों को संदेश दिया। डीएम ने कोविड हेल्थ केयर सेंटर की गतिविधियों की जानकारी लेते हुए सैंपलिंग व बचाव कार्य तेज करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया।
राजन दत्त द्विवेदी
कर्मचारी संगठनों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ किया धरना व प्रदर्शन
मोतिहारी : अगस्त क्रांति दिवस पर ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर सरकार की कर्मचारी विरोधी नीति के विरोध में अराजपत्रित राज्य कर्मचारी महासंघ, एक्टू और महासंघ गोपगुट से सम्बद्ध सभी संगठनों के कर्मचारियों ने आज बेलीसराय स्थित संघ कार्यालय पर धरना व प्रदर्शन किया। अराजपत्रित राज्य कर्मचारी महासंघ के जिला संयोजक हरिनारायण सिंह ने कहा कि सरकार जबरन कर्मियों को हटाने के लिए साजिश के तहत योजना बनाई है। गोप गुट के नेता भाग्य नारायण चौधरी ने बताया कि कर्मचारियों ने मुख्य रूप से 44 श्रम अधिकारों को 4लेबर कोड में समेटने, 50वर्षों के बाद सरकारी कर्मचारियों की जबरिया सेवानिवृत्त करने, काम के आठ घण्टे को 12 घंटे करने, महंगाई भत्ता सीज करने, शिक्षित बेरोजगारों को रिक्त पदों पर नियुक्त नहीं करने, सेवानिवृत्त पदाधिकारियों कर्मचारियों को अवधि विस्तार, संविदा पर नियोजित करने, अनुबंध संविदा, नियोजित, मानदेय, प्रोत्साहन राशि ,ठेका पर कार्यरत कर्मचारियों की सेवा नियमित करने/नगर परिषद, नगर निगम, जिला परिषद, विद्यालय में नियोजित शिक्षकों आदि की सेवा नियमित स्थायी करने, कोरोना संक्रमण में सफाई कर्मचारियों का 50लाख बीमा करने, पुरानी पेंशन योजना लागू करने, निर्माण मजदूरो, कृषि मजदूरों, प्रवासी मजदूरों आदि की मांगों पर विस्तार से चर्चा की गई।
सरकार को चेतावनी दी कि यदि सरकार हमारे मांगो को नही मानती है तो हम भी बैठने वाले नहीं है। आज 09अगस्त1942 को देश ने नारा दिया था कि”अंग्रेजों भारत छोड़ो”अंग्रेजों को भगाया था तो आज फिर हम नारा देते हैं कि मोदी सरकार गद्दी छोड़ो, तानाशाही बन्द करो अन्यथा हम भी बैठने वाले नही है। सत्याग्रह धरना सभा की अध्यक्षता विष्णु देव यादव, भैरव दयाल सिंह, जितेंद्र शर्मा, अच्छयुतानन्द पटेल, राघव साह, भूपेंद्र कुमार लाल, भाग्य नारायण चौधरी, नासिर हुसैन खां, भरत राम, राजेश कुमार, विशेश्वर कुशवाहा,मजिस्टर मांझी, संजय कुमार, अशोक कुशवाहा, आनंद कुमार, कृष्ण कांत गिरी, सविता कुमारी आदि ने सम्बोधित किया। धरना में सभी विभागों के स्थायी कर्मचारियों, रसोइया, आशा, आवास सहायक, निर्माण मजदूर, के एएनएम, नगर परिषद के कर्मचारियों की बड़ी संख्या में भागीदारी रही। धरना में निजीकरण, ठेका, कटनी छंटनी बन्द करने और सभी सेवा स्थायी करने तथा केंद्र राज्य सरकार के रिक्त पदों पर बहाल करने की मांग की गईऔर रेल और संसाधनों को बेचने की निंदा की गई।
राजन दत्त द्विवेदी
अमर स्वाधीनता सेनानी व बलिदानी पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता राष्ट्र प्रेम की प्रगाढ़ता प्रदर्शित करता है : सभापति
चंपारण : बेतिया, वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की भयानक साया के बीच नगर परिषद क्षेत्र बेतिया में स्वाधीनता दिवस मनाने से सम्बंधित तैयारी नगर परिषद प्रशासन ने तेज़ कर दिया है। नगर प्रशासन ने इसके लिये टीम का गठन कर विभिन्न वार्डों के चौक चौराहों पर स्थापित देश के महापुरुषों व महान विभूतियों की प्रतिमाओं की साफ सफाई का अभियान छेड़ा है। नप सभापति व भाजपा नगर निकाय प्रकोष्ठ की प्रदेश सह प्रभारी गरिमा देवी सिकरिया ने बताया कि आगामी 15 अगस्त 2020 स्वतंत्रता दिवस के लिये विभिन्न स्तरों पर तैयारियों के काम तेजी से किये जा रहे हैं। इसमें नगर परिषद क्षेत्र के सार्वजनिक चौक चौराहों साफ सफाई के सख्त निर्देश दिए गए हैं। बिहार प्रदेश भाजपा नगर निकाय की प्रदेश सह प्रभारी श्रीमती सिकारिया ने इसकी जानकारी दी और कहा कि देश की राजनीतिक, सामाजिक विकास व सामाजिक कुरीतियों से लेकर देश की आज़ादी की लड़ाई में सर्वस्व बलिदान करने वाले सेनानी व बलिदानी महापुरुषों के प्रति सम्मान जताने को सदा कृतज्ञ रहना चाहिये। जिससे हमारे समाज में सदियों से स्थापित राष्ट्रहित में त्याग व बलिदान के दर्जनों उदाहरण देश की वर्तमान पीढियों को प्रेरित करते रहें।
महादलित बस्तियों में झंडोतोलन कराने के लिये टीम का गठन
नगर सभापति गरिमा देवी सिकारिया ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या 05, 10,16, 25, 27 व 31, 32 आदि की दलित व महादलित बस्तियों में व्यवस्थित झंडोतोलन को समारोह पूर्वक सम्पन्न करने के लिये दर्जनभर से भी अधिक नप कर्मियों की तैनाती व्यवस्थापक व पर्यवेक्षक के रूप में की गयी है। ताकि इसको शानदार तरीके से सम्पन्न किया जा सके।
अवधेश कुमार शर्मा