अब पुलिस की गिरफ़्त से नहीं बचेंगे शातिर अपराधी, बक्सर के लाल ने बनाया सॉफ्टवेयर
बक्सर : अपराध व आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए पुलिस विभाग व सरकार लगातार प्रयास कर रही है, आपरधिक घटनाओं के बाद अपराधियों की गिरफ्तार के लिए पुलिस कई तकनीकों की सहायता लेती है। पुलिस की मदद के लिए बक्सर के लाल ने एक सॉफ्टवेयर बनाया है, जो घटना को अंजाम दे कर छुपनेवाले अपराधियों की गिरफ़्तारी में पुलिस की मददगार साबित होगी।
दरअसल 1-3 अगस्त तक स्मार्ट इण्डिया हैकथान का आयोजन किया गया जिसमें 10 हजार से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसी हैकथान में बक्सर के शिवम् ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित एक सॉफ्टवेयर बनाया है, जो अपराधियों के लोकेशन बदलने के बावजूद भी उसके लोकेशन को ट्रेस कर लेती है।
शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायी कन्हैया लाल के पौत्र शिवम कुमार बुंदेलखंड इंस्टिट्यूट ऑफ इंजिनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी (बीआईईटी) में पढ़ाई करते है। 2020 के स्मार्ट इण्डिया हैकथान में शिवम की टीम ने गृह विभाग की ब्यूरो फॉर पुलिस रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का साफ्टवेयर तैयार किया। इनकी टीम को अपराध के बाद अपराधी के लोकेशन बदल लेने के केस में उनकी गिरफ़्तारी के लिए नयी तकनीक विकसित करने का काम मिला था। साफ्टवेयर को काफी सराहना मिली साथ ही इसे प्रथम स्थान मिला। व्यवसायी देवेन्द्रनाथ उर्फ मुन्ना और उनकी पत्नी नीलम देवी ने अपने पुत्र की सफलता पर काफ़ी खुश है।
कैसे काम करता है सॉफ्टवेयर
शिवम कुमार ने सॉफ्टवेयर के बारे में बताते हुए कहा कि यह तकनीक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित है, जो फरार अपराधियों के लोकेशन को ट्रेस करने में काफी मदद करती है। बार-बार लोकेशन बदलने वाले अपराधियों को ट्रेस कर पाना फ़िलहाल बड़ा ही मुश्किल काम है पर इस नयी तकनीक से लोकेशन बदलने वाले अपराधियों को भी आसानी से ट्रेस किया जा सकता है। यह तकनीक अपराधियों की गिरफ़्तारी में काफी मददगार साबित होगी।
क्या है स्मार्ट इण्डिया हैकथान
2020 में आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकथॉन का चौथा संस्करण था, इसका आयोजन युवाओं में नवाचार व समस्या के समाधान को बढ़ावा देने के लिए एक प्लेटफार्म मुहैया करता है। यह अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित कराया जाता है। हैकथॉन 2020 (सॉफ्टवेयर) चौथा संस्करण है, इससे पहले 2017, 2018, और 2019 में हैकथॉन आयोजित किये जा चुके हैं।
चंद्रकेतु पांडेय
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