पटना : वेदध्वनि और मंत्रोच्चारण के बीच विराट हवन यज्ञ के साथ पशुपति बाबा की 109वी जयंती पर आयोजित सहस्त्रचंडी यज्ञ का आज समापन हो गया। इस दौरान पशुपति बाबा के जन्मोत्सव पर तीन संकल्पों को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। सबसे पहले तो पूरे देश में गौहत्या बंद करने, दूसरा—भारतीय संस्कृति की रक्षा करने तथा तीसरा और सबसे अहम—हर हाल में अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण कराए जाने की बात कही गयी।
यज्ञोत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए। यज्ञ समिति के ऋषिकेश पाठक ने बताया कि आज बाबा का जन्मदिवस भी है और इस मौके पर बाबा के चरण पादुका की पूजा की जाती है।तदुपरांत ब्राह्मणों और कन्याओं को भोजन करवाया जाता है। फिर प्रसाद का वितरण किया जाता है।वहीं हर साल यज्ञ में आने वाले अयोध्या पांडेय ने बताया कि आज पूर्णाहुति के दिन समय निकालकर सभी को यज्ञ में आना चाहिये और प्रसाद ग्रहण करना चाहिए। उन्होंने बताया कि जब तक वेद ध्वनि होती रही तब तक घी की धारा लगातार गिरती रही। दिन में दो बजे के बाद प्रसाद के वितरण का कार्यक्रम रखा गया। इस मौके पर पशुपतिनाथ सर्वमंगला संस्थान और यज्ञ समिति ने बाबा के संकल्प को पूरा करने की शपथ ली। यज्ञ समिति के कौशलमणी त्रिपाठी ने बताया कि पशुपति बाबा जैसी विभूति धरती पर कभी—कभी ही अवतरित होती है।
मानस दुबे
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