4 अगस्त : आरा की मुख्य ख़बरें

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आरा की मुख्य ख़बरें

मेयर के वार्ड में कार्ड वितरण के नाम पर की जा रही वसूली

आरा : मेयर रूबी कुमारी के वार्ड में इन दिनों जन वितरण प्रणाली के अंतर्गत कई प्रकार की गड़बड़ी हो रही है। इसकी शिकायत आम जनता के द्वारा डीएम व एसडीओ समेत कई वरीय अफसरों व मंत्रियों से की गई है।

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मेयर रूबी तिवारी के वार्ड नंबर 16 में राशन कार्ड वितरण के नाम पर विकास मित्र प्रीतम प्रकाश पर 200 से 300 रुपए लेकर राशन कार्ड वितरण करने का आरोप लगाया गया है। दिए आवेदन में लाभुक रीमा देवी, उषा सिंह, सविता कुमारी एवं रिंकू देवी समेत कई ने कहा है कि 200 से लेकर 300 रुपए तक अवैध रूप से लेकर राशन कार्ड का वितरण किया गया है।

वहीं वार्ड नंबर 16 में पति- पत्नी आनंद शंकर और प्रभाती देवी के नाम पर दुकान का लाइसेंस है। दोनों के द्वारा वर्षों से अनाज वितरण में बड़े स्तर पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए जांच कर इनका लाइसेंस रद्द करने की मांग की गई है। दिए आवेदन में आरोप लगाया गया है कि इन दोनों डीलरों के द्वारा वर्षों से अवैध रूप से अनाज का उठाव किया जा रहा था। वर्ष 2020 के मई माह में इनके द्वारा 100% अनाज का वितरण दिखाया गया है।

सोन नद में रंजिश के बाद कोईलवर के युवक की हत्या व अज्ञात शव का रहस्य गहराया

  • फायरिंग के बाद से लापता हैं तीन युवक

आरा : शुक्रवार की रात कोईलवर में सोन नदी में फायरिंग के बाद भोजपुर और पटना जिला के दो युवकों के लापता होने के खूनी कांड का सस्पेंस बढ़ता जा रहा है। इस घटनाक्रम में लगातार नए रहस्यमय तथ्य सामने आ रहे हैं। इससे इस कांड की पेचिदगी बढ़ती जा रही हैं। रविवार को इनमें भोजपुर जिला के कोईलवर निवासी युवक राकेश राय की लहूलुहान लाश मिली थी। घटना की जांच कर रही पुलिस ने उसी दिन बिंदगांवां और पटना जिले के मनेर के सोन इलाके में एक अज्ञात लाश भी बरामद की थी। मृत राकेश के दोस्त और पटना निवासी युवक शुभम कुमार का अब तक पता नहीं लग सका है।

इसकी गुत्थी अभी पुलिस सुलझा भी नहीं पाई थी कि शुभम के साथ राकेश के यहां कोईलवर में बर्थडे पार्टी मनाने आए पटना के अन्य दो युवकों के भी लापता होने की सूचना मिल रही है। इधर, सोमवार तक शुभम के नहीं मिलने से उसके परिजन अनहोनी की आशंका जता रहे हैं। उन्हें डर सता रहा कि जैसा राकेश के साथ हुआ, वैसा शुभम के साथ नहीं हो। शुभम के नहीं मिलने पर पटना जक्कनपुर थाना के करबिगहिया निवासी मनोज कुमार ने कोईलवर थाना में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया है।

शुभम की तलाश में लगी पुलिस को रविवार को बिंदगांवा और पटना जिला के मनेर इलाका के सोन क्षेत्र में एक अधजली अज्ञात लाश भी मिली थी। बरामदगी स्थल कोईलवर पुल से करीब 10 किमी दूर नदी क्षेत्र में बताया जा रहा है। सोमवार की शाम तक उस लाश का कोई पहचानकर्ता या दावेदार पुलिस के समक्ष हाजिर नहीं हो सका। इससे यह स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी है।

मृतक राकेश के पिता कृष्णा राय ने कोईलवर थाना में सकड्डी निवासी प्रेम कुमार, कुल्हड़िया के सरोज कुमार, धन्डीहा के चंदू सिंह , कोईलवर के आदित्य व मोहित पर नामजद प्राथमिकी की है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। सभी फरार हैं। मृतक के परिजनों ने बताया कि पूर्व में राकेश के साथ मारपीट की घटना हुई थी।

पटना के जक्कनपुर थाना अंतर्गत करबिगहिया निवासी लापता शुभम के पिता के द्वारा कोईलवर थाना में दर्ज केस में बताया गया है कि उनके पुत्र के साथ दो दोस्त भी 31 जुलाई को बाइक से कोईलवर आये थे। जिनमें पटना के रामकृष्ण नगर के रवि उर्फ कारू व परसा थाना निवासी मंटू श्रीवास्तव का पुत्र आकाश भी था। इधर, शुभम के परिजन जानकारी लेने के लिए दोनों के घर पर खोजने गये पर कोई विशेष जानकारी नही मिल पायी|

बाइक की टक्कर में एक महिला समेत छह जख्मी

आरा : भोजपुर जिले के संदेश थाना क्षेत्र के अखगांव बाजार के समीप सोमवार की शाम दो बाइक की सीधी भिड़ंत हो गई। हादसे में एक महिला समेत आधा दर्जन लोग जख्मी हो गए। घायलों में दो मासूम बच्चे भी शामिल हैं। सभी को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया।

जानकारी के अनुसार जख्मियों में एक बाइक पर सवार कोईलवर थाना क्षेत्र के राजापुर गांव निवासी सुमित कुमार, संदेश थाना क्षेत्र के कुसरे निवासी राकेश कुमार, चांदी थाना क्षेत्र के नरही गांव निवासी अंजू देवी, सोनाली कुमारी, पुसी कुमारी है। वही दूसरी बाइक पर सवार चांदी थाना क्षेत्र के लोदीपुर निवासी लाल प्रसाद हैं।

बताया जाता है कि एक बाइक पर सवार सभी पांच लोग राखी को लेकर संदेश थाना क्षेत्र के कुसरे गांव गये हुए थे। राखी बंधवाने के बाद सुमित कुमार व राकेश कुमार अपनी ममेरी बहन अंजू देवी और दो भांजी को छोडने के लिए चांदी थाना क्षेत्र के नरही गांव स्थित ससुराल पहुंचाने के लिए जा रहे थे। इसी बीच अखगांव बाजार के समीप विपरीत दिशा से आ रही बाइक से सीधी भिड़ंत हो गई।

जिले में कोरोना संक्रमण के 49 नए मामले मिले

आरा : भोजपुर जिले में कोरोना का ग्राफ लगातार बढ़ते ही जा रहा है। प्रतिदिन नए-नए लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। सोमवार को भोजपुर में कोरोना से संक्रमित 49 मरीज मिले। रैपिड एंटीजन जांच के दौरान सभी का रिपोर्ट पॉजिटिव आई है जबकि एक कपड़ा व्यवसाई की मौत कोरोना से हो गयी।

कोरोना पॉजिटिव लोगों को होम आइसोलेशन तथा आइसोलेशन सह केयर सेंटर में भेजा जा रहा है। बता दें कि रविवार को भी रैपिड एंटीजन टेस्ट में जिले में 50 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गये थे।

उपभोक्ताओं का सिरदर्द बना कमजोर मोबाइल नेटवर्क

आरा : भोजपुर जिले में ट्राई के प्रयासों के बावजूद मोबाइल ऑपरेटरों के नेटवर्क और कॉल क्वालिटी संबंधी तमाम दावे विफल साबित हो रही हैं। इलाके में कमजोर मोबाइल सिग्नल की समस्या उपभोक्ताओं का सिरदर्द बन गई है। जिले के करीब सभी इलाकों में मोबाइल सिग्नल वीक होने से लोगों को नम्बर मिलाने में घंटों परेशान होना पड़ता है। नेटवर्क व डाटा स्पिड नही मिलने से आईडिया, एयरटेल, जियो और बीएसएनएल के उपभोक्ता लगभग तीन चार माह से परेशान है।

आईडिया, एयरटेल व जीयो जैसे बडे ऑपरेटरों के उपभोक्ता इन दिनों मोबाइल कॉल के नंबर मिलते ही कॉल कट जाने से खासे परेशान हैं। कस्टमर केयर मे शिकायत करने के बाद भी उपभोक्ताओ की समस्या जस की तस बनी हुई हैं। उपभोक्ता एक तरफ कोरोना वैश्विक महमारी व लाँकडाउन होने से परेशान है। लाँकडाउन के चलते प्राईवेट स्कूल के बच्चो की पढ़ाई आँन लाईन हो रही है। सभी कम्पनियां अपने कस्टमर को ठगी का शिकार बना रही है। उपभोक्ता कस्टमर केयर में काँल कर कर के थक जाते है।

कस्टमर केयर में बात करने के बाद भी समस्याएं जस की तस बनी रहती हैं। कॉल और डाटा स्पीड नही मिलने की वजह से उपभोक्ता को परेशान होना पड़ता है। डाटा स्पीड और नेटवर्क नही मिलने से बच्चो की पढ़ाई भी बाधित हो रही है। उपभोक्ताओं को एक ही कॉल के लिए कई-कई बार फोन करना पड़ता है। इलाके में प्रतिदिन नेटवर्क व डेटा फेल ही रहता है। जियो कम्पनी के सबसे ज्यादा उपभोक्ता है। कंपनी का दावा है कि प्रतिदिन दो जीबी डाटा हम दे रहे है। पूरे 84 दिनों के लिए लेकिन डाटा स्पीड व नेटवर्क नही मिलने के चलते उपभोक्ताओ का पैसा कट जाता है। उपभोक्ता अपने पैसे का सही उपयोग नही कर पा रहे है। सभी बड़े कंपनियों के उपभोक्ता फोन न मिलने, मोबाइल पर स्लो डाउनलोडिंग व कॉल कटने की समस्या से परेशान हैं।

उपभोक्ता अभय कुमार सिंह उर्फ गोरख सिंह ने कहा कि हम जियो व आईडिया के उपभोक्ता हैं। कॉल में दिक्कत तो पिछले चार-पांच महिनो से है। इधर एक माह से समस्या और बढ़ गई हैं। केंद्र सरकार को आदेश देना चाहिए कि टेलीकॉम कंपनियां अपने नेटवर्क सुधारें। इसी प्रकार से कई अन्य उपभोक्ता का कहना है कि टेलीकॉम कंपनियों का मोबाइल नेटवर्क पहले से ही खराब है। अब स्थिति और बिगड़ गई है। कॉल ड्रॉप भी बढ़ गई है। उपभोक्ताओं का कहना है कि दिन भर में कई बार ऐसा होता है, कि कॉल भी लग जाती है। और उठ भी जाती है, इसके बावजूद बातचीत नहीं हो पाती है। कॉल को काट कर दोबारा फिर से मिलाना पड़ता है।

कोरोना काल में स्कूली बच्चे आए नशे की गिरफ्त में

आरा : कोरोना काल में ग्रामीण परिवेश में पढ़ने वाले बच्चे नशे एवं मोबाइल गेम खेलने की लत में जबरदस्त तरीके से गिरफ्त में हैं। जिसका उदाहरण सन्नाटे गलियो,पुराने मकानों एवं बंद पड़े स्कूलों की छतों पर आसानी से देखे जा सकते है। बीती शाम अपने पौधों में पानी डालने गये एक बालक ने देखा कि वहां चार पांच बच्चे नशा एवं जुआ खेल रहे हैं। जब बच्चे ने नशा कर रहे अन्य बच्चों को मना किया तो बच्चों ने मिलकर पौधों में पानी देने आए बालक को बुरी तरह पीटा तथा हाथ पैर तोड़ दिया। हाथ पैर टूटे बालक के परिजनों ने बच्चे का इलाज कराया तथा इसकी लिखित शिकायत थाने में दी। दूसरी ओर सहार में शराब के नशे में आए दिन गिरफ्तारियां होती हैं।

परंतु प्रशासन की कमजोर नजर की वजह से भोजपुर के विभिन्न क्षेत्रो में शराब का कारोबार फल फूल रहा है। वही कोरोना संक्रमण को लेकर बंद पड़े स्कूलों के बच्चों ने फ्री फायर और पब्जी जैसे गेम खेलकर अपने बचपन को बर्बाद कर रहे हैं। सुलेशन एवं कोरेक्स सूंघ कर नशा करना भी बच्चों का मुख्य नशा बन चुका है। बस स्टैंड, स्टेशन, पार्क, मैदान, मंदिरों एवं सरकारी कार्यालयों के आसपास गांजे का सेवन करने वाले भी हर दिन अपनी महफिल सजाते हैं। ऐसे में शिक्षा के केंद्र जैसे क्षेत्र में कोरोना काल में बढा नशे का लत क्षेत्र के बच्चों को कैसे और कितनी जल्दी पटरी पर लौटाएगा यह क्षेत्र में शिक्षा का मंदिर के खुलने के बाद ही आकलन किया जा सकता है।

जिला पदाधिकारी ने संभावित बाढ को ले तटबंध का किया निरीक्षण

आरा : जिला पदाधिकारी भोजपुर ने संभावित बाढ़ के मद्देनजर बड़हरा प्रखंड के नेकनाम टोला व केशोपुर गंगा घाट का निरीक्षण किया। इस दौरान केशापुर घाट में 70 मीटर का गैप छोड़ा गया है। जिस पर शूलिस गेट का निर्माण किया जाना है। संभावित बाढ़ के मद्देनजर कार्यपालक अभियंता एवं सहायक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, भोजपुर को निदेश दिया गया कि 70 मीटर का गैप न बढ़े, इसके लिए घाट का निरीक्षण करते रहेंगे। केशोपुर घाट पर पानी के लेवल मापने हेतु गेज की जांच की गयी। पानी के लेवल को मापने हेतु जो गेज लगाया गया है उसमें कई जगहों पर भिन्नता पायी गयी। कार्यपालक अभियंता के द्वारा बताया गया कि उक्त गेज जल विज्ञान विभाग, बिहार पटना के द्वारा लगाया गया है।

कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, भोजपुर को निदेश दिया गया कि जल विज्ञान विभाग के पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए वाटर लेवल गेज का सत्यापन कराना सुनिश्चित करेंगे। कार्यपालक अभियंता एवं सहायक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, भोजपुर को निदेश दिया गया कि संभावित बाढ़ को ध्यान में रखते हुए बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का लगातार भ्रमण करते रहेंगे। बाढ़ के संबंध में किसी भी प्रकार की सूचना प्राप्त होती है तो अविलंब अधोहस्ताक्षरी को अवगत करायेंगे ताकि ससमय राहत एवं बचाव का कार्य किया जा सके। कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, आरा को निदेश दिया गया कि खतरनाक घाट को चिन्ह्ति करेंगे। बाढ़ से बचाव हेतु बांधों का निर्माण किया गया है। उन बांध में कटाव न हो, इसके लिए स्थानीय लोगों से संपर्क करेंगे एवं कहीं से भी कटाव की सूचना प्राप्त होती है तो अविलंब कार्रवाई करने का निदेश कार्यपालक अभियंता को दिया गया। बांध की सुरक्षा में प्रतिनियुक्त होमगार्ड के प्रतिदिन की उपस्थिति की जांच करने का निदेश दिया गया। संभावित बाढ़ के मद्देनजर बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता एवं कनीय अभियंताओं का अवकाश रद्द किया जाता है। विशेष परिस्थिति में अधोहस्ताक्षरी से अनुमति प्राप्त करने के उपरांत ही मुख्यालय छोड़ेंगे।

30 लाख की आबादी में सिर्फ 4 वेंटिलेटर

आरा : बिहार में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. इनदिनों रोजाना करीब 2500 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने में बिहार सबसे फिसड्डी राज्य साबित हो रहा है. यहां स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत खराब है. बिहार के आरा में स्थिति सबसे बदतर दिख रही है. 30 लाख की आबादी वाले इस जिले में सिर्फ 4 वेंटिलेटर की ही सुविधा है। जबकि इस जिले में अब तक 15 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है।

कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर पूरे बिहार में लॉकडाउन की घोषणा की गई है. इसके बावजूद राज्य में काफी तेजी से संक्रमण फैल रहा है. कोरोना से लड़ने के लिए किये गए तमाम वादे जमीनी स्तर पर फेल साबित हो रहे हैं. लगभग 30 लाख आबादी वाले इस जिले में अब तक कोरोना के 1500 मामले सामने आ चुके हैं. 15 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है. ऐसे में जिले के अंदर सिर्फ 4 वेंटिलेटर की उपलब्धता स्वास्थ्य व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर रही है.
बता दें कि आरा में फिलहाल 500 से अधिक एक्टिव केस हैं. इनमें अगर 1% मरीज को भी वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी तो यहां उनका इलाज संभव नहीं है. क्रिटिकल कोरोना मरीजों की जान आरा में नहीं बचाई जा सकती है. भोजपुर जिले में 14 पीएचसी, 3 अनुमंडल अस्पताल और 2 रेफरल अस्पताल हैं. लेकिन वेंटिलेटर की व्यवस्था कहीं नहीं है. आरा सदर अस्पताल में सिर्फ 4 वेंटिलेटर लगाए गए हैं।

बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर नेताओं की खूब बयानबाजी होती रहती है. लेकिन हकीकत कुछ और ही है. आरा सदर अस्पताल के अधीक्षक डॉ.सतीश कुमार सिन्हा बताते हैं कि “जहां आईसीयू है, वहीं वेंटिलेटर लगाया जा सकता है. यानी सिर्फ और सिर्फ जिले के एक ही अस्पताल में वेंटिलेटर की व्यवस्था हो सकती है.” कोरोना काल में वेंटिलेटर मरीजों के लिए रामबाण से कम नहीं है. जिंदगी की सांसे थम न जाए, इसलिए वेंटिलेटर मशीन फेफड़ों में ऑक्सीजन भेजती है और मरीज के शरीर से कार्बन डाइऑक्साइड निकालती है. मरीजों को आसानी से सांस लेने में मदद करती है।

आरा सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ.ललितेश्वर प्रसाद झा ने बताया कि सदर अस्पताल के मेडिकल वार्ड में 40 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. लेकिन यहां सिर्फ 4 वेंटिलेटर की ही सुविधा है. ये वेंटिलेटर आईसीयू में हैं. उम्मीद है कि सोमवार तक इंजीनियर आकर कर उसे इंस्टॉल कर देंगे. उन्होंने बताया कि जिले में कहीं भी सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर नहीं है. यह वेंटिलेटर सरकारी संस्थान बिहार मेडिकल इन्फास्ट्रक्चर काे-ऑपरेशन लिमिटेड (BMICL) कंपनी के तरफ से आया है. सिविल सर्जन के बयान के बावजूद आज तक वेंटीलेटर का इंस्टालेशन नही हो पाया है।

अब 10 अगस्त तक पूर्णतः बंद रहेगा आरा सिविल कोर्ट

आरा : कारोना (कोविड-19) महामारी के संक्रमण को लेकर उच्च न्यायालय बिहार पटना के निर्देश पर प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश भोजपुर के आदेश पर आरा सिविल कोर्ट को बंद करने का निर्णय लिया गया है। अगामी 10 अगस्त तक आरा सिविल कोर्ट में न्यायिक कार्य पूर्णतः बंद रहेगा। इसकी जानकारी देते हुए आरा सिविल कोर्ट जिला बार एशोसिएशन के सचिव विद्या निवास सिंह उर्फ दीपक ने बताया कि 11 अगस्त को श्री कृष्ण जन्माष्टमी है। उस दिन पूर्व से ही बंदी है।

युवक को गोली मार जख्मी करने के मामले में प्राथमिकी

आरा : भोजपुरी जिले के अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के कटरिया गांव में शनिवार की रात टीपू सिंह नामक युवक को गोली मारने के मामले में अगिआंव बाजार थाना में प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है। जख्मी युवक के बहनोई कटरिया निवासी मुकेश सिंह के बयान पर मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है|

प्राथमिकी में कोसियरवा टोला निवासी विनय कुमार सिंह समेत दो नामजद और दो अज्ञात लोगों को आरोपित बनाया गया है। आरोपित विनय कुमार सिंह पूर्व में भी आर्म्स एक्ट के मामले में जेल जा चुका है। हालाकि समाचार लिखे जाने तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नही हो पायी है।

बता दें कि बिहिया थाना क्षेत्र के कौड़िया निवासी टीपू सिंह गत शनिवार को कटरिया अपने बहन के घर राखी बंधवाने के लिए आया था। शनिवार की रात गांव में ही आरोपियों के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसी क्रम में आरोपियों ने टीपू सिंह को गोली मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था।

राजीव एन अग्रवाल

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