मुंबई: बॉलीवुड में बिहार के उदयमान सितारे सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में जांच की दिशा को लेकर बिहार और मुंबई पुलिस के आमने-सामने आने के बाद यह हाईप्रोफाइल केस काफी पेचीदा हो गया है। मामले को लेकर एक्टर के घरवाले, दोस्त और फैंस लगातार सोशल मीडिया पर सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। लेकिन, मामला बिहार और महाराष्ट्र की पुलिस के बीच ही अटका हुआ है।
लेकिन, बीती रात सुशांत मामले की जांच करने पहुंची बिहार पुलिस की टीम को लीड करने आईपीएस विनय तिवारी को महाराष्ट्र सरकार के द्वारा जबरन तरीके से होम क़वारंटीन कर दिया गया है। उन्हें 14 दिनों के लिए होम क़वारंटीन किया गया है। इस दौरान वे घर से बाहर नहीं निकल सकते हैं।
सिटी एसपी (पटना) विनय तिवारी को होम क़वारंटीन की जानकारी देते हुए बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने ट्वीट कर कहा कि IPS अधिकारी विनय तिवारी आज वहां पुलिस टीम का नेतृत्व करने के लिए आधिकारिक ड्यूटी पर पटना से मुंबई पहुँचे, लेकिन उन्हें आज रात 11 बजे BMC अधिकारियों ने जबरन क़वारंटीन कर दिया। उन्हें अनुरोध के बावजूद IPSMess में आवास उपलब्ध नहीं कराया गया और गोरेगांव के एक गेस्ट हाउस में ठहराया गया है। अन्य ट्वीट में डीजीपी ने कहा कि बिहार कैडर के IPS अधिकारी विनय तिवारी जिनको मुंबई में आज रात में 11 बजे ज़बरदस्ती क्वारंटीन कर दिया गया। SSR केस में जाँच करनेवाली टीम का नेतृत्व करने गए थे। अब ये यहाँ से कहीं निकल नहीं सकते!
जानकारी के मुताबिक जांच के दौरान बिहार पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे थे। अब इस जांच को एक निष्कर्ष पर पहुंचाने के लिए बिहार सरकार ने अपने तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी को मुंबई भेजा था। लेकिन, जांच से घबराकर महाराष्ट्र सरकार ने एक तरह से आईपीएस अधिकारी को होम क़वारंटीन के नाम पर एक कमरे में बंद कर दिया।
मालूम हो कि इससे पहले भी मुंबई पुलिस के द्वारा बिहार पुलिस को जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लग चुकी है। फिर भी जांच के दौरान सहयोग व संसाधन के अभाव में बिहार पुलिस कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।