प्लेटिनम जुबली में नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से इप्टा ने बयां की उपलब्धियां
पटना : इप्टा के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में राजधानी में विभिन्न स्थानों पर नुक्कड़ नाटक, लोकसंगीत और लोकनृत्य का आयोजन किया गया। गांधी मैदान में नुक्कड़ नाटक तथा लोक प्रस्तुति के माध्यम से इप्टा से जुड़े कई राष्ट्रीय और क्षेत्रीय कलाकारों ने लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया। कार्यक्रम में असमी लोकसंगीत और नृत्य ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। ज्ञात हो कि इंडियन पीपल्स थिएटर एसोसिएशन की स्थापना 1943 में स्वयं सहायता समूह के तौर पर भारतीय लोक नाटक, नृत्य, संगीत के माध्यम से भारतीय परंपरा को जीवंत रखने के लिए की गई थी। तब से लेकर अबतक इप्टा ने कई कलाकार देश को दिए हैं। इस दौरान लोगों को इप्टा की संस्कृति और उपलब्धियों से भी लोगों को रू—ब—रू करवाया गया। इन प्रस्तुतियों में तमिलनाडु, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और बिहार के छपरा, बेगूसराय, सीतामढ़ी, मधुबनी से आए इप्टा के कलाकारों—सदस्यों ने प्रस्तुतियां दी।
सत्यम दुबे