30 जुलाई : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

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2 दर्जन से अधिक चिकित्सकों का हुआ पदस्थापन

मधुबनी : स्वास्थ्य विभाग पूरी जिम्मेदारी के साथ दिन-रात कार्य कर रही है इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग ने जिले में 2 दर्जन से अधिक चिकित्सकों को पदस्थापन करने का निर्णय लिया है विदित हो कि जिले सदर अस्पताल में चिकित्सा पदाधिकारी का 69 पद स्वीकृत है। जिसमें 62 पद एमबीबीएस डॉक्टर का, 06 पद आयुष चिकित्सक का, एक मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सुपरिटेंडेंट का है। पूर्व से जिले में 09 नियोजित, 02 संविदा,06 पीजी बॉर्न, कुल 17 चिकित्सक सदर अस्पताल में पदस्थापित हैं। कहीं 22 नए पदस्थापित चिकित्सकों के बाद सदर अस्पताल में कुल चिकित्सकों की संख्या 39 हो जाएगी। इसमें एक पी जी बॉर्न को वीर मित किया गया है। 3 पीजी बॉन्ड चिकित्सक को नियमित किया गया है। वहीं कई विभागों में चिकित्सकों के पदस्थापन के बाद भी पद रिक्त है जिसमें रेडियोलॉजिस्ट, माइक्रोबायोलॉजी, मनोचिकित्सक आदि विभाग में पद रिक्त है।

शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मोहम्मद वहजाज (सदर अस्पताल) मधुबनी, डॉ संजय कुमार झा सदर अस्पताल मधुबनी, डॉ शहनवाज हसनैन वारसी अनुमंडलीय अस्पताल जयनगर, डॉक्टर जफर नवाज अंसारी अनुमंडलीय अस्पताल बेनीपट्टी, डॉ विनीत सिंह अनुमंडलीय अस्पताल जयनगर,डॉक्टर विवेकानंद पॉल अनुमंडलीय अस्पताल झंझारपुर, डॉ सतीश कुमार अनुमंडलीय अस्पताल झंझारपुर, डॉ तेजेंद्र कुमार झा अनुमंडलीय अस्पताल फुलपरास, डॉ विनय कुमार यादव अनुमंडलीय अस्पताल फुलपरास,

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सामान्य फिजीशियन

डॉ गौरव कुमार सदर अस्पताल मधुबनी, डॉ संजीत कुमार अनुमंडल अस्पताल बेनीपट्टी, डॉ अमित कुमार अनुमंडलीय अस्पताल बेनीपट्टी, डॉ शैलेश कुमार अनुमंडल अस्पताल जयनगर, डॉक्टर सतीश कुमार करण अनुमंडलीय अस्पताल जयनगर

स्त्री एवं प्रसूति रोग

डॉ प्रशांता कृष्णा गुप्ता सदर अस्पताल मधुबनी, डॉक्टर रागिनी कुमारी सदर अस्पताल मधुबनी, डॉक्टर खुशबू कुमारी सदर अस्पताल मधुबनी, डॉ विद्या पॉल सदर अस्पताल मधुबनी, डॉक्टर कुमारी निशा सदर अस्पताल मधुबनी, डॉक्टर साहिबा फारुख सदर अस्पताल मधुबनी, डॉ स्वाति सिन्हा अनुमंडलीय अस्पताल बेनीपट्टी, डॉ सुप्रिया कुमारी अनुमंडल अस्पताल जयनगर

फिजीशियन

डॉक्टर मोहम्मद अब्दुल वहाब सदर अस्पताल मधुबनी, डॉ विनय कुमार सदर अस्पताल मधुबनी, डॉ सन्नी कुमार सदर अस्पताल मधुबनी, डॉक्टर संतोष कुमार सदर अस्पताल मधुबनी

हड्डी रोग

किरण मदन हरिनंदन अनुमंडलीय अस्पताल बेनीपट्टी, विमलेंदु कुमार अनुमंडल अस्पताल झंझारपुर

नेत्र रोग आकांक्षा कुमारी सदर अस्पताल मधुबनी

मुर्छक डॉक्टर शादाब कमाल सदर अस्पताल मधुबनी, पंकज कुमार सदर अस्पताल मधुबनी, प्रभात कुमार चौधरी सदर अस्पताल मधुबनी, विनय कुमार चौधरी सदर अस्पताल मधुबनी।

ई. एन. टी.

डॉ राम कुमार पाठक सदर अस्पताल मधुबनी,

चर्म रोग

डॉक्टर राजेश कुमार सदर अस्पताल मधुबनी

पैथोलॉजी

डॉक्टर कुणाल कौशल सदर अस्पताल मधुबनी.

अज्ञात बीमारी से लगभग दो दर्जन पशुओं की मौत, पशुपालकों में दहशत

मधुबनी : मधुबनी जिले के लदनियां प्रखंड के कुमरखत पूर्वी पंचायत के दोनवारी,पथलगाढा गांव में अज्ञात बीमारी से लगभग दो दर्जन पशुओं की मौत हो चुकी है, इससे पशुपालकों में दहशत व्याप्त है।

पशुपालक सुरेश चौधरी, सुरेंद्र कामत, दिनेश कुमार कामत, रामसागर कामत, चंदु कामत, शंभु कामत, रामनारायण दास, अशोक कामत समेत अन्य पशुपालकों ने बताया कि गांव में अब तक अज्ञात बीमारी के कारण एक दर्जन पशु जैसे गाय, बैल, बछडा, भैंस की मौत हो चुकी है। पहले पशुओं के शरीर में सूजन होती है, उसके बाद बुखार और तुरंत ही पशुओं के पैर फेकने लगता है, और पशु की मौत देखते ही देखते हो जाती है।

अज्ञात कारण से हो रहे पशुओं की मौत की सूचना पर पशु चिकित्सक द्वारा गुरुवार के दिन जानकीनगर गांव में विशेष कैंप का आयोजन किया। उक्त कैंप के माध्यम से पशुपालकों के बीच चिकित्सक डा० सुमन व कर्मी सुरेंद्र कुमार के द्वारा दवा का वितरण किया गया। सरकारी स्तर पर पशुओं का कोई टीका उपलब्ध नहीं रहने के कारण टीकाकरण नहीं हुआ है।

पंचायत समिति सदस्य रामकुमार यादव के साथ पशुपालकों द्वारा गांव में टीम भेजकर पशुओं की जांच की मांग किया गया था, जिस सूचना के आधार पर जिला स्तर पर जांच टीम का गठन तो कर लिया गया, लेकिन गुरुवार तक नहीं पहुंचने के स्थानीय प्रभारी प्रखंड चिकित्सक द्वारा ही कैंप का आयोजन कर दवा वितरण किया गया।

सरकार की लापरवाही से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण : राजद

मधुबनी : राजद जिला उपाध्यक्ष अवधेश कुमार तिवारी ने नीतीश सरकार पर लापरवाही, कर्तव्यपरायणता और ग़ैर-ज़िम्मेवारी का आरोप लगाया है। उन्होंने कोरोना पर सरकार के रवैये को देखते हुए कहा कि सरकार के मुखिया स्वयं कई दिनों से अनजान कारणों से निष्क्रिय और अदृश्य है।

कोरोना के चलते बिहार में त्राहिमाम है। अव्यवस्था के चलते लोगों की तड़प-तड़प कर जान जा रही रही है। प्रशासन के महत्वपूर्ण लोग संक्रमित हो चुके है। आम आदमी की कहीं कोई सुध लेने वाला नहीं है। लोग कोरोना एवं बाढ़ से बेहाल हो मर रहे है,लेकिन सूबे का जलसंसाधन मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री सहित पूरा मंत्रिमंडल वर्चुअल रैली में व्यस्त है।

नीतीश सरकार अमानवीयता, असंवेदनशीलता और क्रूरता की पराकाष्ठा पार कर चुकी है। इनके अंदर की इंसानियत मर चुकी है,इन्हें राज्यवासियों की नहीं उनके वोटों की चिंता है। राष्ट्रीय जनता दल प्रदेशवासियों से हाथ जोड़कर विनम्र विनती है कि स्वयं का और परिवार का ध्यान खुद रखे। सतर्क, सावधान और सुरक्षित रहे।

सरकार सोच रही है कि जात-पात का मिश्रण कर, कुछ महीने मुट्ठी भर चीज़ें मुफ़्त में बाँटकर, अपने किये 57 घोटालों का छुपा कर, फिर बिहार को लूटनें का ख्वाब देख रही है। लेकिन बिहार की जागरूक एवं न्यायप्रिय जनता इनकी असलियत समझ चुकी है। सुशासन का चोला पहने कुशासनी वक्रदृष्टा लोगों से बिहार को बचाना है। अब बिहारवासियों ने तेजस्वी यादव के नेतृत्व में युवाओं का सरकार बनाने का मन बना लिया है।

कोरोना संक्रमण ने पकड़ी रफ्तार, संख्या 1000 के हुई पार

मधुबनी : जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित 70 नए मामले के साथ कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या अब एक हजार के पार हो गई है। सूबे के स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार को जारी रिपोर्ट में मधुबनी जिले में 70 नए लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की बात कही गई है।

इसके साथ ही मधुबनी जिले में अब कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 1005 हो गई है। हालांकि, कोरोना वायरस से संक्रमित जिले के 702 मरीज कोरोना वायरस को हराकर पूरी तरह स्वस्थ भी हो चुके हैं। अब तक जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित दो लोगों की मौत भी हो चुकी है। फिलहाल, जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित एक्टिव केस की संख्या भी बढ़कर 303 हो गई है।

अच्छी बात यह है कि जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की रिकवरी रेट संतोषजनक है। जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की रिकवरी रेट लगभग 75 फीसद है।

गौरतलब है कि जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण से कोई भी वर्ग अछूता नहीं रहा है। वरीय प्रशासनिक अधिकारी, जेल अधिकारी, जेल सिपाही, सरकारी कर्मी, बैंक कर्मी, चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस अधिकारी, पुलिस के जवान, सांसद, विधान पार्षद, होमगार्ड के जवान, डाटा इंट्री ऑपरेटर, व्यवसायी से लेकर राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता, समाजसेवी एवं आमलोग तक कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके है। हालांकि इनमें से कई स्वस्थ भी हो चुके हैं।

शनिवार को भी जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित 54 मामले सामने आए थे। रविवार को भी कोरोना वायरस से संक्रमित 48 नए मामले सामने आए थे। सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित 57 नए मामले सामने आए थे, मंगलवार को भी कोरोना वायरस से संक्रमित 55 मामले सामने आए हैं, ओर आज 70 नए मामले रिकॉर्ड किये गए हैं।

इस प्रकार जिले में पांच दिनों में कोरोना वायरस से संक्रमित कुल 284 नए मामले सामने आ चुके हैं। अब औसतन प्रतिदिन लगभग 60 के करीब नए मामले सामने आने लगे है।

वहीं, जांच की संख्या बढ़ने के कारण नए मामले की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। कोरोना वायरस संक्रमण की तेज रफ्तार से जिलेवासी समेत जिला प्रशासन, स्वास्थ्य महकमा की चिता बढ़ी हुई है। हालांकि, जिले में रिकवरी रेट बेहतर रहने से जिलेवासी, जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य महकमा राहत की थोड़ी सांस भी ले रहे हैं।

आपकी सतर्कता समाज को रखेगा संक्रमण से दूर

मधुबनी : शहर के साथ-साथ आज गांव और कस्बों से भी कोरोना संक्रमण के नये-नये मामले सामने निकल कर आ रहे हैं। सरकार के दिशानिर्देशों का सही से पालन नहीं करना और संक्रमण को लेकर असावधानी लगातार चिंता बढ़ा रही है। नये मामलों में वहां से भी संक्रमित सामने आ रहे हैं, जहां इसकी संभावना कम थी। एक व्यक्ति से परिवार, परिवार से समाज, समाज से शहर, राज्य और राष्ट्र जुड़ा है। इसलिए अगर एक व्यक्ति भी नियमों की अनदेखी करता है तो उसका प्रभाव काफी बड़े स्तर पर हो सकता है.

आम और खास को नहीं देखता संक्रमण:

कोरोना वायरण का संक्रमण आम और खास को नहीं देखता। कोरोना से कोई भी और कभी भी संक्रमित हो सकता है, अगर उसने सावधानी नहीं बरती। अगर किसी व्यक्ति को यह लगता है कि वह बेहद स्वस्थ है, आज तक उसे कोई रोग नहीं हुआ, तो इस कोरोना काल में वह इस भ्रम में ना रहे। अभी तक किसी भी विश्वसनीय स्रोतों से इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि जो लोग बहुत ही स्वस्थ हैं उन्हें कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं होगा। हां इसका दूसरा पहलू यह जरूर है कि आप शारीरिक तौर पर स्वस्थ रहे हैं तो इस संक्रमण के प्रभाव में जल्द नहीं आएंगे। लेकिन सोचने की बात यह है कि अगर आपको हो गया तो इससे न केवल आप बल्कि आपका परिवार और समाज भी इसकी जद में आ सकता है। क्योंकि हरेक व्यक्ति के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता अलग-अलग होती है। इसलिए यह मत समझिए कि केवल आपके स्वस्थ रहने से आपका पूरा परिवार और समाज स्वस्थ रह सकता है।

इन लापरवाहियों से बचें:

  • सड़कों पर बेवजह घुमने के ख्याल से निकलना, ‘मुझे नहीं होगा’ की सोच रखना
  •  सामाजिक जगहों पर दोस्तों-परिजनों से मिलने के दौरान शारीरिक दूरी का ध्यान नहीं रखना
  • दुकान, बाजार आदि जगहों पर शारीरिक दूरी का पालन नहीं करना
  •  बाहर से लाए सामानों को सीधे उपयोग में लाना, स्वच्छता का ख्याल नहीं रखना
  • घर से बाहर निकले के दौरान मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग नहीं करना
  • मास्क पहनने के लिए दौरान नाक व मुंह अच्छी तरह नहीं ढंकना

ताजा भोजन और साफ पानी ही लें:

डब्ल्यूएचओ की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार महामारी के दौरान भोजन में ताजा और पौष्टिक सामग्री लें। खाना बनाने से पहले और बनाने के दौरान अपने हाथों को धोते रहें। साथ ही फल और सब्जियों को कच्चा खाने से पहले आवश्यक रूप से धो लें, साफ पानी ही पीएं। यहां अनदेखी न करें, सावधानी बेहद जरूरी है।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार का निर्देश
नियमों की अनदेखी से पूरे समुदाय को खतरा है। इसको लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने कई उपाय सुझाए हैं:

  • घर से बाहर निकलने से पहले मास्क जरूर पहनें
  • ज्यादा इस्तेमाल होने वाले सतहों जैसे दरवाजे का हैंडल या ऐसी अन्य जगहों की नियमित सफाई करें
  • सड़कों या सार्वजनिक जगहों पर जहां तहां नहीं थूंके
  • बिना किसी उद्देश्य या औचित्य के यात्रा करने से बचें
  • अपने आसपास एवं स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग के लिए आरोग्य सेतु एप्प का इस्तेमाल कर सकते हैं

रोग मुक्त होने पर भी रहना होगा सावधान:

आज लोगों में यह धारणा भी बनती जा रही है कि एक बार कोरोना संक्रमित होने के बाद वे दोबारा बीमार नहीं होंगे। लिहाजा लापरवाही बरतते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। देश और विदेश से कई ऐसे मामले आए हैं, जहां सक्रमित ठीक होकर कुछ दिन बाद दोबारा भी संक्रमित हुए हैं. विशेषज्ञों का भी कहना है कि कोरोना का संक्रमण दोबारा भी हो सकता है। ऐसे में पहले के मुकाबले खतरा बढ़ जाता है। इसलिए अभी वक्त है सजग और सतर्क रहने का। इससे हम अपने साथ दूसरों को भी रोग मुक्त रख सकते हैं।

जनवितरण प्रणाली के दुकानदार को ग्रामीणों ने रंगे हाथ पकड़ा, किया पुलिस के हवाले

मधुबनी : जिले में गरीबो अनाजो के लिये मुहताज है, डीलर मालामाल हो रहा है। रात के अंधेरे में पिकअप पर लोड कर जनवितरण का अनाज बेच कर अपना आशियाना तैयार कर रहे है।

ताजा घटना बिस्फी थाना के बलहा गांव का है, जहाँ डीलर गरीबो को दो महीने से अनाज न देकर कालाबाजारी करते समय ग्रामीणों पकड़ कर पुलिस के हवाले किया। मधुबनी जिले के बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के बलहा पंचायत के वार्ड संख्या पांच के जनवितरण प्रणाली दुकान के विक्रेता के द्वारा रात के अंधेरे में अनाज कालाबाजारी करने का मामला सामने आया है।

विक्रेता मो० अली के द्वारा उपभोक्ताओं को महिनो से अनाज वितरण नहीं किया जा रहा था। रात के अंधेरे में कालाबाजारी कर रहे अनाज से भरे पिकअप को ग्रामीणों के द्वारा खदेड़ कर पकड़ लिया गया। वहाँ विक्रेता ने कालाबाजारी के अनाज अंधेरे का फायदा उठाकर सफल हो गया।

कालाबाजारी के चावल लदे पिकप जगवन गाँव में किचड़ भरे सड़क पर गई। पिकअप का पिछा कर रहे ग्रामीणों ने पतौना ओपी थाना पुलिस को फोन पर जानकारी दिया। पतौना ओपी पुलिस की गस्ती के लिए आ रहे गाड़ी देख कालाबाजारी के चावल से लदे पिकप एवं विक्रेता बाइक छोड़ फरार हो गया।

एमओ ने बताया कि घटना मेंदोषी पाए जाने पर जनवितरण प्रणाली विक्रेता पर उचित कार्यवाही की जाएगी कहा कि तत्काल गोदाम को सील कर दिया गया है। प्राथमिकी दर्ज की तैयारी की जा रही हैं।

शहर में अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन चला रहा अभियान

मधुबनी : नगर परिषद प्रशासन की ओर से शहर में नाला की सफाई के दौरान गुरुवार को भी दो जगहों से अतिक्रमण खाली कराया गया। बता दें कि शहर के रेलवे स्टेशन चौक से थाना चौक जाने वाली मुख्य मार्ग में करीब दो सौ मीटर और शहर के जलधारी चौक से पंचवटी चौक तक नाला की जमीन खाली कराई गई। इस दौरान दर्जनों होर्डिंग, बोर्ड हटाए गए। अतिक्रमण हटाने में चार जेसीबी व ट्रैक्टर के साथ दर्जनों सफाई कर्मी लगे हैं। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी आशुतोष आनंद चौधरी व सिटी मैनेजर नीरज कुमार झा के देखरेख में अतिक्रमण हटाए जाने से जलनिकासी में काफी राहत मिलेगी। इधर इससे अतिक्रमणकारियों व फुटपाथी विक्रेताओं में निराश देखी जा रही है।

सिटी मैनेजर श्री झा ने बताया कि शहर में सड़क किनारे सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के दिशा में यह अभियान निरंतर जारी रखा जाएगा। इसमें जलनिकासी में सुविधा के साथ आम लोगों को अतिक्रमण से होने वाली परेशानियों से निजात मिलेगी। वहीं, सड़क जाम से छुटकारा मिलेगा।

डीएम ने जिले में बाढ़-अतिवृष्टि के कारण हुई फसल की क्षति को ले की समीक्षा बैठक

मधुबनी : जिला पदाधिकारी डाॅ० नीलेश रामचन्द्र देवरे की अध्यक्षता में खरीफ 2020 में आयी बाढ़, अतिवृष्टि से हुई फसल क्षति का सर्वेक्षण करने हेतु 29 .जुलाई को विडियो काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से जिले के सभी प्रखण्डों के अंचल अधिकारी-प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी-कृषि समन्वयक, प्रखण्ड तकनीकी प्रबंधक, प्रखण्ड उद्यान पदाधिकारी, सहायक तकनीकी प्रबंधक, किसान सलाहकार के साथ एजेण्डाबार बैठक आयोजित की गई है। उक्तबैठक में जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा निदेश दिया गया कि खरीफ 2020 में आयी बाढ़,अतिवृष्टि से हुई फसल क्षति का किसानवार, पंचायतवार सर्वे कर प्रतिवेदन तीन से चार दिनों में उपलब्ध कराया जाय ताकि विभाग को स-समय भेजा जा सके। इस संबंध में जिला पदाधिकारी के द्वारा सभी कर्मियों को निदेशित किया गया कि जो प्रखण्ड,पंचायत,किसान बाढ़,अतिवृष्टि से प्रभावित है, उसका ही सर्वे कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराया जाय। भ्रामक या गलत प्रतिवेदन की स्थिति में संबंधित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा यह भी निदेश दिया गया कि आज से ही सर्वे कार्य प्रारम्भ की जाय तथा जिस किसानों का फसल क्षति हुआ है, उन्हे जीओ टेग फोटोग्राफी कर अपने पास सूची के साथ सुरक्षित रखना सुनिचीत करेंगे।

जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा जिले में उर्वरक की आवश्यकता, उपलब्धता एवं परिचालन के समीक्षा के क्रम में प्रखण्ड स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक कुछेक प्रखण्डों को छोड़कार अधिकां प्रखण्डों में की गई थी। शेष संबंधित प्रखण्ड के प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि 03.अगस्त से पहले बैठक कर, बैठक की कार्यवाही जिला कृषि पदाधिकारी, मधुबनी को उपलब्ध कराना सुनिचीत करेंगे।

इसी क्रम में जिला पदाधिकारी के द्वारा नेपाल की सीमा से सटे प्रखण्डों के प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी को निदेश दिया गया, कि आज ही अपने-अपने प्रखण्डों में उर्वरक की प्रतिष्ठान पर छापामारी कर अनियमितता करने वाले प्रतिष्ठान के विरूद्ध उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज करना सुनिचीत करेंगे।

जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के समीक्षा के क्रम में सभी संबंधित कर्मियों/पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है, कि उक्त योजना में नये प्राप्त आवेदन एवं पुर्नविचार आवेदन को जाँचोपरांत अतिशीघ्र अग्रसारित करना सुनिचीत करेंगे।

जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा आगामी मौसम रबी 2020-21 में किसानों को विभिन्न फसलों के बीज प्राप्त करने हेतु कृषि विभाग के बेवसाईट पर आनलाईन आवेदन विभागीय निर्धारित समय सीमा (15 अगस्त 2020) तक अधिक-अधिक किसानों को कराने हेतु सभी कर्मियों/पदाधिकारियों को निदेश दिया गया। जिला पदाधिकारी के द्वारा हरियाली योजना के तहत वृक्षारोपण हेतु अधिक से अधिक आवेदन कराने के लिए सभी संबंधित को निदेशित किया गया।

जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा निदेशित किया गया कि कृषि विभाग के सभी कर्मियों अपनी उपस्थिति किसानों के बीच लगातार रखें, ताकि किसानों को कृषि संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या होने पर उसे स-समय सही सलाह दिया जा सके। इस बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, सुधीर कुमार एवं सहायक निदेशक (कृषि अभियंत्रण) उपस्थित थे।

सुमित राउत

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