केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी नई दिल्ली से और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पटना से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कार्यक्रम में होंगे शामिल
पटना: बिहार के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने कहा है कि पटना में गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन पर 31 जुलाई को दोपहर बाद से वाहनों का परिचालन प्रारम्भ हो जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवम राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी नईदिल्ली से और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना से विडिओ कांफ्रेसिंग के जरिये कार्यक्रम में शामिल होंगे।
यादव ने बताया कि उत्तर और दक्षिण बिहार की लाइफ लाइन माने जाने वाले गांधी सेतु के पुनरुद्धार का कार्य अब से तीन वर्ष पूर्व जुलाई 2017 शुरू हुआ था। पश्चिमी दो लेन का जीर्णोद्धार का काम पूरा हो चुका है और बरसात के मौसम के बाद पूर्वी दो लेन के जीर्णोद्धार का कार्य प्रारम्भ किया जाएगा। चारो लेन के पुनरुद्धार की प्राक्कलित राशि 1742.01 करोड़ है। आवागमन के लिए खोले जा रहे पश्चिमी दो लेन के अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी भी उपस्थित रहेंगे। इस पुल की डिजाइन लाइफ एक सौ वर्ष है।
यादव ने बताया कि सेतु के चारो लेन के पुनरुद्धार में कुल 66,360 मीट्रिक टन स्टील का उपयोग किया जाना है। पूर्वी दो लेन के जीर्णोद्धार लिए आवश्यक स्टील में से आधी मात्रा की खरीद की जा चुकी है। पूर्वी लेन का जीर्णोद्धार कार्य 18 माह में पूरा कर लिया जाएगा। आने वाले दिनों में पुल के चारो लेन पर गाड़ियां फर्राटे भरने लगेंगी और नागरिकों को बड़ी सुविधा होगी।
शुरुआती दौर में विभिन्न प्रकार की आपत्ति प्राप्त करने में समय लगा और यातायात प्रबंधन एक समस्या थी। सरकार ने उचित ट्रैफिक प्रबंध कर मात्र दो लेन से ही आवागमन का प्रबंध किया और दो लेन का पुनरुद्धार कार्य जारी रखा। सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह रही कि जीर्णोद्धार कार्य में इस बात का पूरा ध्यान रखा गया कि पुराने पुल के मलबे के कोई कण गंगा नदी में न गिरे। पुराने पुल के सुपर स्ट्रक्चर के सारे मलवे को क्रश कर वैकल्पिक उपयोग किया गया।