पटना : अभी कल तक एनडीए के साथ मजबूती से खड़ा रहने का दावा करने वाले रालोसपा नेता उपेन्द्र कुशवाहा ने भाजपा अध्यक्ष अमित सिंह का उनसे मिलने का न्योता ठुकरा दिया है। एनडीए में सीट बंटवारे का फार्मूला तय करने के बाद अमित शाह ने रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा को बात करने के लिए बुलाया। वे शनिवार की रात या रविवार को उनसे मिलना चाहते थे। लेकिन कुशवाहा ने इसे टालते हुए कह दिया कि वह सोमवार के पहले दिल्ली में उपलब्ध नहीं हैं। इससे सियासी हलकों में यह खबर तैरने लगी है कि एनडीए में सबकुछ ठीकठाक नहीं है।
रालोसपा कोषाध्यक्ष राजेश यादव का खुलासा
रालोसपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश यादव से जानकारी मिली कि शाह ने शनिवार की सुबह साढ़े आठ के आसपास कुशवाहा को फोन कर मिलने की इच्छा जताई। लेकिन कुशवाहा ने 28 अक्टूबर तक पार्टी कार्य में व्यस्तता बता मामला टाल दिया। वह 29 अक्टूबर को ही दिल्ली पहुंचेंगे। अब राजनीतिक विश्लेषक यह अनुमान लगा रहे हैं कि शायद दोनों नेताओं के बीच मुलाकात अब होगी भी या नहीं। अगर होगी भी तो कब होगी, यह साफ नहीं क्योंकि 29 अक्टूबर के बाद का कोई समय श्री शाह ने उन्हें नहीं दिया।
कुशवाहा के इस स्टैंड से पता चलता है कि शायद महागठबंधन में जाने को लेकर उनकी बात अंतिम चरण में पहुंच गई है। क्योंकि एनडीए का फार्मूला तय होते ही उन्होंने अरवल में राजद नेता तेजस्वी यादव से बैठक की थी। बताया जाता है कि तेजस्वी ने उन्हें कम से कम 5 सीटें देने का वादा कर दिया है। हालांकि उधर भी कुशवाहा 7 सीट चाह रहे हैं। मोलभाव में जुटे कुशवाहा को अभी भी दोनों तरफ से कुछ और सीटों का फायदा होने का अनुमान है।