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एक और भाजपा विधायक कोरोना पॉजिटिव, अस्पताल में भर्ती

रांची: पूरे देश में कोरोना काफी विकराल रूप धारण कर चुकी है। इसके जद में अब सभी लोग आने लगे हैं। इसी क्रम में भाजपा के एक और वरिष्ठ नेता व विधायक इसके चपेट में आ गए हैं। रांची से भाजपा विधायक सीपी सिंह कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

इस बारे में उन्होंने खुद ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है। ट्वीट कर उन्होंने लिखा कि मैं कोरोना पॉजिटिव पाया गया हूं। मुझसे जो हाल के दिनों में संपर्क में आए हैं आप भी अपना कोविड-19 टेस्ट कराएं। मैं भी प्रशासन को आज सूची बनाकर उपलब्ध करा दूंगा। आप सभी स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें, घर पर रहें।

बता दें कि इससे पहले राज्य के मंत्री, विधायक और पूर्व विधायक भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से पेयजल मंत्री स्वस्थ हो चुके हैं जबकि टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो और पूर्व विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता का कोविड अस्पताल में इलाज जारी है।

राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोनावायरस के एक दिन में रिकार्ड 422 नए मरीज मिले हैं जबकि पांच मरीजों की मौत हुई है। नए मरीजों के मिलने के बाद राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 6243 हो गया है। इनमें से 2942 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं जबकि 77 मरीजों की मौत हो चुकी है। राज्य में कोरोना के 3224 केस एक्टिव हैं।

कोरोना संक्रमित विधायक सीपी सिंह ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे निजी सहायक ने रविवार शाम को सिविल सर्जन व उपायुक्त को मेरे कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने की सूचना दी थी। अभी तक न तो उक्त व्यक्ति के घर कोई अधिकारी रिपोर्ट बनाने गया/ना उसके आवास को सील किया गया और ना ही उसके/मेरे आवास को सेनिटाइज किया गया। ना ही किसी अधिकारी ने मुझसे संपर्क किया ना दूसरों को कोई दिशा निर्देश दिया गया जो कोरोना संक्रमित के संपर्क में आए थे और ना ही यह बताया गया कि संक्रमित को अस्पताल में भर्ती करना है या होम क्वारांटाइन।

अधिकारियों को यहां तक कंफ्यूजन की यह मामला किस ‘इंसिडेंट कमांडर’ की जिम्मेदारी है। सिविल सर्जन को कई बार मेरे पीए ने कल कॉल किया, एक बार फोन उठाकर बात करने की बात कहकर फिर दुबारा कॉल करने या कॉल उठाना उन्होनें मुनासिब नहीं समझा। डीसी से कल बात हुई, उन्होनें टेस्ट कराने की बात कही, पर न तो कोई टीम आई और न ही किसी ने कोई जानकारी दी। जरा इस तरह से सोचिए, जब राजधानी राँची के विधायक के साथ इस तरह का बर्ताव करने को अधिकारियों को खुली छूट इस सरकार ने दे रखी है तो राँची सहित बाकि शहरों में आम जनता के साथ क्या हो रहा होगा।