मधुबनी : राज्य व जिले संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है इसी बीच कोरोना जांच में बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है। कोरोना संक्रमण की जाँच के लिए जिले से 400 से ज्यादा सैंपल लिया गया था,जो रखे-रखे ख़राब हो गया पर उसकी जाँच नहीं हो पायी।
मधुबनी में एक सप्ताह पहले कोरोना की जांच के लिए लगभग चार सौ सैंपल लिया गया जिसे जाँच के लिए पटना भेजा जाना था, पर कर्मियों की लापरवाही के कारण सारा सैंपल रखे-रखे ख़राब हो गया पर उनका सही समय पर जाँच नहीं हो पाया। इस संबंध में सिविल सर्जन ने बताया कि सैंपल ज्यादा दिनों तक पड़े रहने के कारण सैंपल के खराब हो जाने की संभावना है।
एक सप्ताह तक पड़ा रहा सैंपल
कोरोना संक्रमण की जाँच के लिए जिले में 400 से अधिक सैंपल लिया गया था जिसे जाँच के लिए पटना भेजा जाना था पर लापरवाही कारण सैंपल मधुबनी सदर अस्पताल में ही पिछले एक सप्ताह से पड़ा हुआ है।
सात दिन से यूं ही पडे सैंपल के खराब हो जाने की आशंका है। दरअसल जिले में पिछले 10 और 11 जुलाई को कोरोना वायरस संक्रमण जांच के लिए 400 से ज्यादा सैंपल लिया गया था, उसे जांच के लिए पटना के पीएमसीएच भेजा जाना था। लेकिन सैंपल को पटना भेजा ही नहीं गया।
मधुबनी सदर अस्पताल में तैनात एक चिकित्सक ने बताया कि पीएमसीएच के माइक्रो बॉयोलॉजी विभाग में कोरोना के संक्रमण और दूसरी वजहों से जांच बंद कर दिया गया था। उसी दौरान पटना से खबर आयी कि अभी सैंपल को पीएमसीएच नहीं भेजना है। लिहाजा कोरोना की जांच के लिए पिछले एक सप्ताह से मधुबनी सदर अस्पताल से जांच के लिए कोई भी सैंपल पीएमसीएच नहीं भेजा जा रहा है और न ही पीएचसीएच से जांच रिपोर्ट आ रही है।
मधुबनी सदर अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया कि जिले से सैंपल जांच के लिए पीएमसीएच ही भेजा जाता है। 10-11 जुलाई से तकरीबन एक हजार सैंपल पीएमसीएच भेजे गये थे, लेकिन उनकी रिपोर्ट भी अब तक नहीं आयी है। ऐसे में एक हजार से भी ज्यादा सैंपल का जांच रिपोर्ट पेंडिग पड़ा है।
मधुबनी जिले में अब तक 697 लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट आ चुकी है। हालांकि, इनमें से 572 लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं। वहीं कोरोना संक्रमण के कारण दो लोगों की मौत भी हो चुकी है। अभी भी जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित 123 केस एक्टिव है। अभी एक हजार से भी अधिक सैंपल की जांच रिपोर्ट पेंडिग बताया है, जिससे कोरोना मरीजों की संख्या और बढ़ने की आशंका है।
मधुबनी के सिविल सर्जन डॉ० सुनील कुमार झा ने बताया कि करीब एक सप्ताह से कोरोना जांच के लिए सैंपल पीएमसीएच नहीं भेजा जा रहा है। सिविल सर्जन ने स्वीकार किया कि ज्यादा समय होने के कारण सैंपल के खराब होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
सुमित राउत