पटना : बिहार में कोरोना का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य में आम से लेकर खास लोग अब इस वायरस के चपेट में आ चुके हैं। इस वायरस के बढ़ते संक्रमण के रोकथाम को लेकर राज्य सरकार द्वारा एकबार फिर राज्य में 31 जुलाई तक लॉकडाउन किया गया है। इसी बीच राज्य सरकार ने राज्य के शिक्षकों को बच्चों के अभिभावकों के बीच खाद्यान्न वितरण की ड्यूटी लगा दिया है।
मध्यान्ह भोजन योजना के निदेशक ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और एमडीएम डीपीओ को पत्र भेज कोरोना काल में लॉकडाउन की वजह से विद्यालय बंदी के दौरान बच्चों के बीच खाद्यान्न वितरण करने को कहा है। शिक्षा विभाग ने अपने पत्र में लिखा है कि लॉकडाउन की स्थिति में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु सभी एहतियात कदम उठाएं और खाद्यान्न का वितरण करें। शिक्षा विभाग ने कहा है कि इसके लिए कक्षावार तिथि निर्धारित कर रोस्टर के अनुसार बच्चों के अभिभावक विद्यालय में बुलाएं, मास्क का प्रयोग करें, फिजिकल डिस्टेंस सुनिश्चित करें।
मालूम हो कि राज्य सरकार को भारत सरकार से निर्देश प्राप्त हुआ है कि खाद्यान्न का वितरण हो। इस आलोक में यह पत्र निर्गत किया गया है। खाद्यान्न बच्चों के अभिभावक को वितरण किया जाएगा एवं जो बच्चे खाद्यान्न प्राप्त करेंगे उनके संबंध में विद्यालय प्रभारी के द्वारा उपस्थिति दर्ज करने के बाद निदेशालय स्तर से राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की जाएगी।