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बिहार अपडेट मधुबनी

14 जुलाई : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

जिले के सभी पीएचसी में आधे घंटे में होगी कोरोना की जांच

मधुबनी : कोरोना मरीज की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है इसे देखते हुए सदर अस्पताल में मंगलवार को चौथा ट्रूनेट जांच मशीन स्थापित की गयी। साथ ही कंटेंटमेंट जोन एवं हॉटस्पॉट में कोरोना की जांच नहीं हो पा रही थी ऐसी स्थिति में बीएमएसआईसीएल द्वारा राज्य के सभी जिलों के पीएचसी को रैपिड एंटीजन किट उपलब्ध कटाई गयी है। अब कंटेंटमेंट जोन तथा हॉटस्पॉट वाले जगहों पर कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच इसी किट के माध्यम से की जा सकेगी।

पोर्टल पर रीयल टाइम बेसिस पर होगी एंट्री:

प्रत्येक जांच के संबंध में विवरण की इंट्री रियल टाइम बेसिस पर राज्य स्वास्थ समिति द्वारा विकसित आईसीएमआर पोर्टल पर अनिवार्य रूप से की जाएगी। इस पोर्टल पर एंट्री रियल टाइम बेसिस पर किए जाने की जिम्मेदारी जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी की होगी एवं पूरी व्यवस्था का अनुश्रवण जिला अपर चिकित्सा मुख्य पदाधिकारी द्वारा किया जाएगा। रैपिड एंटीजन किट को 2 डिग्री से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान में रखा जाएगा।

सिविल सर्जन ने सभी अनुमंडल अस्पताल अधीक्षक एवं सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी को दिया निर्देश:

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बीएमएसआईसीएल से प्राप्त रैपिड एंटीजन किट से कोविड-19 करने को लेकर सभी अनुमंडलीय अस्पताल उपाधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, को पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि कंटेंटमेंट जोन एवं हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों में कोविड 19 से संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों का रैपिड एंटीजन किट से कोविड 19 की जांच की जाए।

जिला में स्थापित की गयी चौथी ट्रूनेट जांच मशीन:

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया सदर अस्पताल में मंगलवार को चौथी ट्रूनेट जांच मशीन स्थापित की गयी। विदित हो कि जिला अस्पताल में पूर्व से 3 ट्रूनेट जांच मशीन स्थापित है। मंगलवार को एक और मशीन इंस्टॉल होने से जिले में जांच मशीन की संख्या 4 हो गई है। उनहोंने बताया जिले में प्रतिदिन आरटी पीआरसी से 200 मरीजों की जांच होगी तथा एंटीजन किट से 175 मरीजों की जांच होगी। जिससे जिले में कोरोना संक्रमित की जांच की संख्या में बढ़ोतरी होगी। जिले में अब प्रतिदिन 375 मरीजों की जांच हो सकेगी।

जिले में कोरोना मरीज की संख्या 637

जिले में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है जो बढ़कर 637 हो गई है इसी क्रम में आज 24 नए मरीज मिले हैं जिसमें 12 मंडल कारा से , 2 पण्डौल, 2 राजनगर, 1बेनीपट्टी, 1रहीका एवं 6सदर मधुबनी मे- 2वार्ड न .- 06से , 1सदर अस्पताल, 1 भौवाड़ा , 1मीना बाजार , 1 जे. पी. कालोनी से मिले हैं।

विधान पार्षद ने जेएमडीपीएल महिला महाविद्यालय का किया निरीक्षण

मधुबनी : विधान पार्षद श्री महासेठ ने अपने विकास कोष से महाविद्यालय में पुस्तकालय भवन के निर्माण का आदेश दिया। इस दिशा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् मधुबनी विगत कई माह से प्रयासरत रहा है।

वहीं मधुबनी जिला के पूर्व जिला संयोजक एवं अभाविप के प्रदेश कार्य समिति सदस्य अशोक कुशवाहा ने सुमन महासेठ से निवेदन किया कि महिला महाविद्यालय जिला का एक मात्र महिला महाविद्यालय है, तथा इसके विकास के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए तथा महाविद्यालय के प्रति विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

इस बाबत सुमन महासेठ ने घोषणा की कि महाविद्यालय के विकास के लिए सभी प्रयास करेंगे। उन्होंने पुस्तकालय भवन के निर्माण के लिए प्रारूप तैयार करने का आदेश अपने अभियंता को दिया।

इस अवसर पर महाविद्यालय में सुमन महासेठ का हार्दिक स्वागत प्रधानाचार्य डॉ० उदय नारायण तिवारी ने किया।महाविद्यालय में सुमन महासेठ का माल्यार्पण डॉ० उदय नारायण तिवारी, डॉ० अरिन्दम कुमार, डॉ० सूर्य नारायण सिंह, डॉ० ब्रज किशोर भंडारी, अशोक कुशवाहा नें किया।

इस अवसर पर सुबोध कुमार, पिंटू रौनियार, बिनोद साह, मिथुन गुप्ता, कुणाल किशोर, जनक कुमार कामत, बद्री रॉय, राम चन्द्र सिन्हा, देवी लाल साह, अरुण कर्ण, पंकज कुमार, श्याम महासेठ, दिलीप सिंह, शोभा गारा, चंद्रमणि, राजेन्द्र यादव, सुबोध चौधरी सहित कई महाविद्यालयकर्मी उपस्थित थे।

थुम्हानी नदी के बाढ़ में डूबने से युवक की मौत

मधुबनी : बेनीपट्टी थाना और अंचल क्षेत्र के उच्चैठ वार्ड एक में थुम्हानी नदी में आए बाढ़ के पानी में डूबने से उच्चैठ गांव के ही रामजतन चौपाल के 29 वर्षीय पुत्र मनोहर चौपाल की मौत हो गई।

मिली जानकारी के अनुसार थुम्हानी नदी बाढ़ के पानी से लबालब भरा हुआ है, उसमें युवक स्नान करने गया था। जहां अधिक पानी में चले जाने के कारण डूब गया, और उसकी मृत्यु हो गई।

स्थानीय लोगों द्वारा एक घंटे तक डूबकी मार मारकर खोजने के बाद युवक का शव नदी से बरामद हुआ। जहां परिजन सहित अन्य लोग युवक को लेकर पीएचसी बेनीपट्टी पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

पूर्व मंत्री व वरिष्ठ नेता राजकुमार महासेठ की मनाई गई पुण्यतिथी

मधुबनी : बिहार के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता राजकुमार महासेठ का आज उनके गीलेशन स्थित आवास पर पुष्पांजलि अर्पित कर पुण्यतिथि मनाया गया।  वे एक प्रख्यात राजनेता और प्रसिद्ध समाजसेवी थे, साथ ही मिथिलांचल के विकास के लिए वह सतत् प्रयत्नशील रहे।

बता दें कि राजकुमार महासेठ बिहार में वैश्य समाज के बड़े नेता के तौर पर जाने जाते रहे हैं। वे मधुबनी से कई बार विधायक रहे हैं। हालांकि अधिकांश उन्होंने निर्दलीय ही चुनाव लड़ा, लेकिन फिर भी लालू प्रसाद के काफी करीबी रहे।

बताया जाता है कि लालू प्रसाद जब मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने पशुपालन मंत्रालय की जिम्मेवारी राजकुमार महासेठ को दी थी। इसके पीछे बड़ी वजह उनका साफ़-सुथरा व्यक्तित्व था।उल्लेखनीय है कि महासेठ बिहार विधानसभा के तीन बार और बिहार विधान परिषद् के भी तीन बार सदस्य रह चुके हैं। वह कई समाजसेवी और शैक्षणिक संगठनों से भी जुड़े रहे। उनके बड़े पुत्र समीर कुमार महासेठ वर्तमान में मधुबनी से राष्ट्रीय जनता दल के विधायक हैं।

अवैध शराब भट्ठी को पुलिस ने किया ध्वस्त, संचालक गिरफ्तार

मधुबनी : जयनगर डीएसपी सुमित कुमार के दिशानिर्देश पर एसआई सर्वेश झा के नेतृत्व में पुलिस ने दुल्लीपट्टी में एक देशी शराब बनाने वाला एक अवैध शराब भट्ठी को पकड़ा। जहां से पुलिस शराब निर्माण करने वाले संचालक को गिरफ्तार किया है।

इस बाबत जयनगर थानाध्यक्ष राजकिशोर राम ने बताया कि अवैध शराब निर्माण वाले भट्ठी को ध्वस्त कर दिया गया, तथा शराब बनाने वाला उपकरण जैसे कि चुल्हा, टोकना, पाइप व अन्य समानो के साथ 10 लीटर कच्चा शराब को भी जब्त किया गया है। हालांकि जब्त कच्चा शराब को मौके पर ही विनिष्ट कर दिया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपित दुल्लीपट्टी निवासी भीखड़ मंडल है, जिसे न्यायिक हिरासत में भेजा जाऐगा।

रेलवे कर्मचारी के असामयिक निधन पर ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन ने जताया शोक

मधुबनी : रेलवे में पॉइंट्समैन के पद पर कार्यरत कर्मचारी आशुतोष कुमार की संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट फ़ॉर मेडिकल साइंस एंड रिसर्च, लखनऊ में ईलाज के दौरान हुई मृत्यु से सभी शोकाकुल हैं।

ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन, समस्तीपुर डिवीजन के डिविजनल सेक्रेटरी रत्नेश वर्मा ने बताया कि मुज़फ़्फ़रपुर जिला निवासी आशुतोष कुमार रक्सौल जंक्शन स्टेशन पर पॉइंट्समैन के पद पर कार्यरत थे। कुछ समय से ईलाज के क्रम में लखनऊ के संजय गांधी पी०जी०आई० में भर्ती थे। ईलाज के दौरान ही दिनाँक-12/07/2020 को उनकी मृत्यु हो गयी। कुछ माह पूर्व हीं उनकी शादी हुई थी। इस आकस्मिक निधन से परिवार पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है, जिसकी भरपाई नहीं हो सकती।

ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन के तरफ से दिनांक-13/07/2020 को देर से संध्या में डिवीजन के ज्यादातर स्टेशनों पर कार्यरत कर्मचारियों के साथ मिलकर शोक-दिवस मनाया गया। मृत कर्मचारी के परिवार को सांत्वना देते हुए, परिवार को हर संभव सहायता करने के लिए ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन कृतसंकल्पित है।

परिवार नियोजन के लिए अस्थाई साधनों में अंतरा काफी प्रभावी

मधुबनी : अंतरा महिलाओं के लिए एक सरल व सुरक्षित असरदार साधन है जिसे प्रत्येक 3 महीने के अंतराल पर महिला को एक इंजेक्शन लेना होता है. इंजेक्शन से महिला अवांक्षित गर्भधारण से सुरक्षित रह सकती है। यह अस्थायी परिवार नियोजन की सूची में एक नवीन साधन है, जो काफी सुरक्षित भी है। गर्भधारण रोकने में यह 99.7% प्रभावी होता है. तिमाही लगने वाली इंजेक्शन इसका पूरा नाम मेड्रोक्सी प्रोजेस्ट्रोन एसीटेट है.

एमपीए के साइड इफेक्ट :

एसीएमओ डॉ सुनील कुमार ने बताया इंजेक्शन लगवाने के बाद शुरू में कुछ छोटी-मोटी परेशानियां हो सकती है। माहवारी में किसी भी तरह के परिवर्तन से घबराने की जरूरत नहीं है। इससे वजन में परिवर्तन , हल्का सिर दर्द, चक्कर आना, मूड में परिवर्तन जैसे कुछ लक्षण हो सकते हैं. अंतरा का प्रयोग बंद करने के कुछ माह बाद महिलाओं को पहले की तरह माहवारी होने लगती है और वह पुनः गर्भधारण कर सकती है

अंतरा है काफ़ी असरदार:

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया अंतरा बहुत असरदार विधि है. एक इंजेक्शन से 3 महीने तक गर्भधारण की संभावना नहीं होती है. दूध पिलाती मां भी ले सकती है जिससे दूध की मात्रा और गुणवत्ता पर कोई असर नहीं पड़ता. ना ही शिशु पर कोई हानिकारक प्रभाव पड़ता है. महिला के लिए यह उपाय गोपनीय है यदि महिला ठीक 3 महीने बाद इंजेक्शन लगवाने नहीं आती तो निर्धारित तिथि से 14 दिन पहले 28 दिन बाद तक भी इंजेक्शन लगा सकती है।

ये ले सकते हैं इंजेक्शन:

प्रजनन काल की सभी उम्र की महिलाएं जिन्हें भी बच्चा नहीं है या एक या अधिक है एवं जिनका गर्भपात हुआ हो वह इसका इस्तेमाल कर सकती है. जो धूम्रपान करती हो, जिन्हें खून की कमी हो, अनियमित मासिक धर्म बच्चेदानी का ट्यूमर, थायराइड रोग या टी. बी हो, शिशु को स्तनपान कराती हो अगर वह 6 हफ्ते या 43 दिन हो गए हो तो ये सभी महिलाएं भी अंतरा इंजेक्शन लगवा सकती हैं।

12 हजार से अधिक महिलाओं ने अपनाया साधन:

जिले के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर 2017 से जून 2020 तक जिले में 12500 से अधिक महिलाओं ने अंतरा जैसे नवीन गर्भनिरोधक साधन को अपनाया है। अंतरा इंजेक्शन के तहत कुल चार डोज़ एक साल में दिये जाने का प्रावधान है।

लाभार्थी एवं प्रेरक दोनों को प्रोत्साहन राशि :

बच्चों में अंतराल एवं अनचाहे गर्भ से बचाव के लिए नवीन गर्भ निरोधक- ‘अंतरा’ की शुरुआत की गयी है. ‘अंतरा’ एक गर्भ निरोधक इंजेक्शन है, जिसे एक या दो बच्चों के बाद गर्भ में अंतर रखने के लिए दिया जाता है. इस तरह साल में चार इंजेक्शन दिया जाता है. साथ ही सरकार द्वारा अंतरा इंजेक्शन लगवाने पर प्रति डोज या सूई लाभार्थी को 100 रूपये एवं उत्प्रेरक को भी 100 रूपये दिए जाने का प्रावधान है।

भारतीय जनता पार्टी एवं आर्गनाइजेशन फॉर होमियो मिशन ने मास्क एवं कोरोना प्रतिरोधक दवा का किया वितरण

मधुबनी : भारतीय जनता पार्टी बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ एवं आर्गनाइजेशन फॉर होमियो मिशन के संयुक्त तत्वाधान में मधुबनी शहर के गंगासागर चौक पर मास्क एवं कोरोना प्रतिरोधक दवा का वितरण किया गया। उक्त कार्यक्रम का उद्घाटन भाजपा प्रदेश के वरिष्ठ नेता मृत्युंजय झा ने किया।

वितरण कार्यक्रम में डॉ० मदन प्रसाद ने लोगों को दवा के बारे में बताया कि वयस्क लोगों को 4 गोली खाली पेट में तीन दिनों तक खाना है, एवं एक घंटे के बाद कि कुछ खाना पीना है जबकि 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों को 2 गोली खिलानी है। दवा से लोगो को कोरोना वायरस से लड़ने के लिये इम्यूनिटी पावर बढ़ती है, जिससे लोगो में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. लगभग 120-125 लोगों के बीच दवा एवं मास्क का वितरण किया गया।

कार्यक्रम में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के प्रदेश प्रवक्ता फूल झा टेक्टरिया, कार्यसमिति सदस्य सुनील चौधरी, किसान मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जीतेन्द्र झा बाबा, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक ध्रुवनारायण त्रिपाठी, भाजपा नेता कुन्दन प्रताप, नगर उपाध्यक्ष अशोक राम, भाजयुमो के जिला प्रवक्ता मिथुन गुप्ता, कार्यसमिति सदस्य कन्हैया कुमार, कृष्णानंद कुमार, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, अनु.जाति. मोर्चा सहित अन्य लोग मौजूद थे।

बारिश के कारण एनएच-104 पर जयनगर-देवधा सड़कमार्ग पर यातायात बाधित

मधुबनी : बारिश के पानी के दबाव के कारण जयनगर से होकर देवधा-बासोपट्टी-हरलाखी की ओर जाने वाली मुख्य सङक एन०एच०-104 जयनगर बाजार समिति, बिजली पावर ग्रिड के समीप ध्वस्त हो जाने के कारण गांव का संपर्क जयनगर मुख्यालय से टूट गया है।

इस बाबत स्थानीय निवासीयों ने बताया कि जिस स्थान पर मुख्य सङक पानी के दबाव के कारण ध्वस्त हुई है, उसी के समीप छोटा पुलिया पूर्व से बना हुआ है। जिसे कुछ स्थानीय लोगों के द्वारा अतिक्रमण कर मिट्टी से भर दिया गया है, जिस कारण बारिश अधिक होने पर पानी का दबाव होने पर उक्त जगह नया रास्ता बना कर मुख्य सङक को क्षतिग्रस्त कर देती है। पानी का अधिक दबाव होने के कारण मुख्य सङक क्षतिग्रस्त होने के कारण आवागमन पूरी तरह से प्रभावित हुआ है।

वहीं, जयनगर में बीते रात मुसलाधार बारिश के कारण जयनगर अनुमंडल मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में जल जमाव के कारण लोगों को भारी फजिहत उठानी पड़ी। बारिश का पानी कई घरों व दुकानों में प्रवेश करने से दुकानदारों को लाखों रुपये का सामना बर्बाद हो गया है।

गहरे कुआं में डूबने से बालक की मौत

मधुबनी : हरलाखी थाना क्षेत्र के कमलाबरपट्टी गांव स्थित तेलियाही डोरी में डूबने से एक दस वर्षीय बालक की मौत हो गई है। मृत बालक की पहचान जीवछ शर्मा के दस वर्षीय पुत्र गुड्डू शर्मा के रुप में किया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह गुड्डू अपनी दादी से नहाने जाने की बात कहकर घर से निकला था, लेकिन काफी देर बाद भी जब घर नही लौटा। तब बच्चे की दादी और आसपास के लोगों ने बालक की काफी खोजबीन की, लेकिन बच्चे का पता नही चल सका। इधर सोमवार की सुबह उक्त डोरी अथार्त एक बड़ी कुआं के पानी में बालक की उपलते शव को लोगों ने देखा। इसके बाद गांव का माहौल गमगीन हो गया। शव को देखने ग्रामीणों का भीड़ इकट्ठा हो गया। मृतक की दादी मौके पर पहुंची। ग्रामीणों के द्वारा शव को बाहर निकाला गया। इधर पौत्र की मृत्यु के बाद वृद्ध दादी का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है।

वहीं, पंचायत के पूर्व मुखिया मदनचंद्र झा ने कहा की मृतक का तीन बहन है। तीनो बहन और माता पिता दिल्ली में हैं। बालक घर पर दादी के साथ रहकर गांव में ही तीसरी कक्षा का पढाई कर रहे थे। घटना की सूचना मिलते ही थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मधुबनी भेज दिये।

नदी पर बनें चचरी पुल दुर्घटना को दे रहा आमंत्रित

मधुबनी : हरलाखी प्रखंड अंतर्गत एन०एच०-104 से रानीपट्टी गांव के रास्ते भाला ईटहरवा गांव को जानेवाली मुख्य मार्ग स्थित अर्धनिर्मित पुल दुर्घटना को आमंत्रित कर रही है। उक्त पुल का निर्माण करीब दस वर्ष पूर्व शुरू तो हुई, लेकिन अधूरा छोड़ संवेदक फरार हो गया।

इस समस्या को लेकर स्थानीय वार्ड सदस्य  पप्पू पासवान, हरि सहनी, जगरनाथ यादव, वैधनाथ साह संजय यादव, बाबुसाहेब झा, दिपक सहनी मो० एनुल, मो० जमशेद, मो० साबुन, विकाउ कामत, बौएलाल कामत सहित दर्जनों लोगों ने सरकार व उनके प्रतिनिधि के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया है।

दरअसल ग्रामीणों का कहना है, कि पुल का निर्माण छोड़ संवेदक के फरार होने के बाद से ना तो विभागीय पदाधिकारी सूधी लेने आए और न ही कोई प्रतिनिधि। हमलोग निजी खर्चे से पुल पर चचरी बनाकर जान की जोखिम में डाल आवागमन करने को विवश है, जबकि चुनाव के वक्त विधायक हो या सांसद सभी झूठे वादे करके चले जाते हैं।

ग्रामीणों ने कहा कि पुल के उपर से बाइक सहित अन्य वाहनों का आवागमन करने में काफी परेशानी होती है। वाहन चालक गीर कर घायल हो जाते है, बाइक व साइकिल चालक अनियंत्रित होकर नीचे नदी मे गीर जाते है। पुल के निचे नदी में गीर कर बच्चे डूबने लगते है, इस बीच बाढ आ जाने से स्थिति भयावह बनी हुई है कभी भी खतरा हो सकता है।

कहा कि करीब पांच वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत रानीपट्टी गांव से भाला इटहरवा तक सड़क बनाई गयी उस दौरान भी किसी महकमे के द्वारा इस समस्या की ओर ध्यान देने का जरुरत नहीं समझा गया। ग्रामीणों ने बताया की ईटहरवा गांव के लिए यही एक मुख्य मार्ग है, जहां से लोग गांव से बाहर आना -जाना करते हैं। बावजूद इस समस्या पर किसी प्रकार की कोई पहल नही हो रही है, और अब तो पीएमजीएसवाई से बनें सड़क भी टूटकर जर्जर हो गया है। जबकि यह मार्ग अभी रखरखाव की अवधि में है। बावजूद ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल बेनिपट्टी के उदासीनता के कारण समस्या जस का तस बनी हुई है।

क्या कहते हैं सांसद :

स्थानीय सांसद डाॅ० अशोक कुमार यादव ने कहा कि पुल को अधुरा क्यों छोड़ा गया, इस बात की पता संबंधित विभाग से लगाने के बाद उक्त पुल का निर्माण की दिशा में जल्द पहल होगी।

जमुनी व बेलौंती नदी ने ली विकराल रुप, जमुनी ने तोड़ा जटही पुल का एप्रोच

मधुबनी : हरलाखी प्रखंड में इंडो-नेपाल बोर्डर के नो मेन्स लैंड पर बहती जमुनी नदी व बेलौंती नदी ने विकराल रुप ले लिया है, जिससे सीमावर्ती ईलाके में बाढ आ गया है। किसानों का खेत डूब गया है, जिससे हर तरफ पानी ही पानी है।

वहीं जमुनी नदी की तेज धारा के कारण दो देशों को जोड़ने वाली जटही राजघाट के पुराने पुल का एप्रोच टूट गया है, जिससे आवागमन पुरी तरह ठप हो गया है। यूँ तो वर्तमान में बोर्डर सील है, लेकिन बहुत जरुरी जैसे किसी की मौत, दुर्घटना आदि परिस्तिथियों में भी भारत नेपाल के नागरिक अपने रिश्तेदारों के यहाँ इस बोर्डर से पैदल भी नहीं जा सकेंगे। चुंकी दोनों देशों के बीच बेटी रोटी का रिश्ता बना हुआ हैं।

मालूम हो कि जटही बोर्डर पर दो पुल हैं। गत वर्ष प्रलयंकारी बाढ़ में नये पुल का एप्रोच टूट गया था, जिसके बाद नेपाल सरकार की ओर से कछुए की चाल से चल रही है। पुल के एप्रोच का काम पुरा नहीं हो सका। नये पुल के टूट जाने के बाद से वर्षों पुरानी पुल के रास्ते दोनों देशों के लोग आना-जाना कर रहे थे।

सुमित राउत