14 जुलाई : सिवान की मुख्य ख़बरें

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30 सितंबर : सिवान की मुख्य ख़बरें

प्रधान न्यायाधीश को जिला जज ने दी विदाई

  • प्रधान न्यायाधीश बने बेतिया के जिला जज

सिवान : व्यवहार न्यायालय सिवान के परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश मनोज कुमार सिंह के सम्मान में जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज शंकर ने विदाई समारोह का आयोजन किया। कल देर शाम न्याय विहार कॉलोनी में आयोजित इस समारोह में परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश मनोज कुमार सिंह को जिला जज मनोज शंकर ने बुक्के एवम उपहार देकर सम्मानित किया।

श्री सिंह 24 वीं बैच के न्यायिक पदाधिकारी हैं। उन्होंने 6 मार्च 2019 को सिवान न्यायमण्डल में प्रधान न्यायाधीश के पद पर योगदान दिया था। और एक वर्ष लगभग 4 माह से अधिक समय तक यहाँ अपने कर्तव्यों का निष्ठा पुर्बक निर्वहन करने के पश्चात जिला जज के पद पर प्रोन्नति के बाद कल 13 जुलाई 20 को पदमुक्त हो गए। अब वे बेतिया न्यायमण्डल के जिला एवम सत्र न्यायाधीश बनाये गए हैं। श्री सिंह जब तक प्रधान न्यायाधीश रहे एक कड़क मिजाज जज के रूप में जाने जाते रहे। अपने काम के प्रति काफी संवेदनशील एवं निष्ठावान रहे। सीवान न्यायमण्डल में उनके न्यायालय का निष्पादन बार और बेंच दोनों में सुर्खियां बटोरता रहा।

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इस अवसर पर एडीजे 3 एस के झा, एडीजे 4 रामायण राम एडीजे 5 एस के सिंहा, एडीजे 9 ए के श्रीवास्तव, एडीजे 10 ए के रॉय एडीजे एसके श्रीवास्तव, एडीजे 6 जीवनलाल एडीजे 7 पन्नालाल सीजेएम सीके सिंह एसीजेएम पंकज चौहान सहित सभी न्यायिक पदाधिकारी नाजिर जय किशोर शर्मा एवम न्यायालय कर्मी उपस्थित थे।

मुख्य न्यायाधीश ने जजों के नवनिर्मित आवास का किया लोकार्पण

सिवान : सिवान न्यायमण्डल के न्यायिक पदाधिकारियों के लिए 13 करोड़ 54 लाख 89 हजार रूपये की लागत से निर्मित आवास का सोमवार को अपराह्न में पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश संजय कोरोल एवं निरीक्षी न्यायाधीश मोहित कुमार साह ने संयुक्त रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा लोकार्पण किया।

व्यवहार न्यायालय परिसर के समीप स्थित न्याय विहार कॉलोनी में कुल 24 न्यायिक पदाधिकारियों के आवासन हेतु इसे 2 ब्लॉक में बनाया गया है। विदित हो कि सीवान न्यायमण्डल में न्यायिक पदाधिकारियों के लिए आवास की बड़ी समस्या थी।जिसके कारण न्यायिक पदाधिकारियों को श्रीनगर स्थित ऑफिसर्स कॉलोनी एवम प्राइवेट सेक्टरों में आवास की व्यवस्था करना पड़ता था।

लोकार्पण समारोह में जिला एवम सत्र न्यायाधीश मनोज शंकर ,जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय ,पुलिस अधीक्षक अभिनव कुमार ,हाल ही में जिला जज में प्रोन्नति प्राप्त न्यायाधीश मनोज कुमार सिंह, सीजेएम चंद्रवीर सिंह ,एडीजे ए के झा ,एडीजे पन्नालाल, एडीजे जीवनलाल सहित सभी न्यायिक पदाधिकारी गण, नाजिर जेआई किशोर शर्मा ,अमरेश कुमार सिंह, सर्वर प्रभारी अकील अहमद ,टेक्निकल सपोर्ट एक्सक्यूटिव रितेश कुमार ,सिस्टम असिस्टेंट नितेश कुमार ,सिस्टम मैनेजर मनीष कुमार सहित मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को ले सचिव ने किया जेल का निरीक्षण

  • संक्रमण से बचाव के लिए दिए निर्देश

सिवान : कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को ले न्यायपालिका अत्यंत गम्भीर है। इसी संदर्भ में बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर डीएलएसए के सचिव एनके प्रियदर्शी ने सिवान मंडल कारा का निरीक्षण किया। सचिव ने मंडल कारा स्थित अस्पताल,आईसोलशन वार्ड महिला वार्ड,पाक शाला की साफ सफाई की जांच की।

श्री प्रियदर्शी ने जेल अधीक्षक मंडल संजीव कुमार को निर्देश दिया कि कारा का नित्य सैनिटाइजेशन कराया जाय।बंदियों को साबुन के नियमित प्रयोग,मास्क का प्रयोग तथा सामाजिक दूरी बनाए रखने के संबंध में जागरूकता पर बल दिया ।उन्होंने जेल स्थित लीगल एड क्लीनिक का भी निरीक्षण किया।

मंडल कारा के मुख्य द्वार एवं कारा के मुख्य प्रवेश पर सैनिटाईजेशन तथा कारा प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों पर संतोष पर जताया। सचिव महोदय के साथ मंडल कारा निरीक्षण में नव पदस्थापित काराधीक्षक संजीव कुमार,कारा पाल संतोष पांडेय, मंडल कारा स्थित लीगल क्लिनिक के पैनल अदिवक्ता डॉ विजय कुमार पांडेय समेत प्रधिकार कर्मी रंजीत कुमार उपस्थित थे।

फीजिकल कोर्ट बन्द होने के बावजूद वकीलों ने आदेश की उड़ाई धज्जियां

  • बढ़ते कोरोना के मामले को ले न्यायालय में फिजिकल उपस्थिति बन्द करने का लिया था निर्णय

सिवान : जिले में कोरोना के तेजी से हो रहे संक्रमण को लेकर जिला विधिज्ञ संघ ने गत शुक्रवार को आम सभा में फिजिकल कोर्ट नहीं चलाने का निर्णय लिया।इसकी सूचना जिला जज को देकर केवल वर्चुअल मॉड में 13जुलाई 20 से कोर्ट चलाने की मांग की थी। जिसके आलोक में आज से वर्चुअल मॉड में काम होना था। परंतु जिला जज के आदेश के वावजूद अधिकांश अधिवक्ता गण एवं अधिवक्ता लिपिक न्यायालय में परिसर में फिजिकली उपस्थित होकर अपने ही निर्णय एवम जिला जज के आदेश की धज्जियां उड़ाई।

बिना किसी सोशल डिस्टेंसिङ्ग ,का पालन किये अपने सीटों पर कोरोना महामारी का मजाक उड़ाते दिखे। जबकि उक्त आदेश के आलोक में एसडीओ कोर्ट में होने वाली सुनवाई अगले आदेश तक के लिए बंद कर दी गयी है।

ज्ञातव्य हो कि जिले में बिगत 2 दिनों से कोरोना के मामले में काफी तेजी से इजाफा हुआ है तथा अन्य जिलों में न्यायालय परिसर भी इससे संक्रमित हुआ है। ऐसे में विधिज्ञ संघ ने सर्बसम्मति से अधिवक्ता समाज ,लिपिक एवम न्यायालय परिसर को कोरोना संक्रमण से बचाने हेतु फिजिकल उपस्थिति बन्द कर वर्चुअल मॉड में कोर्ट का काम काज करने का निर्णय लिया था।

डॉ विजय कुमार पांडेय

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