पटना : भाजपा एमएलसी संजय पासवान ने एनडीए में खटपट मचा रहे लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान को दोटूक संदेश दिया है। श्री पासवान ने कहा कि बिहार विधासनभा चुनाव में भाजपा—जदयू गठबंधन को किसी और के साथ की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि लोजपा के नेता सत्ता में बने रहने के लिए नाटक पसार रहे हैं। उनका यह रवैया सही नहीं है। उन्हें याद रखना चाहिए कि वर्ष 2010 में जदयू व भाजपा साथ मिलकर दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बना चुकी है।
हालांकि संजय पासवान के इस बयान से लोजप को तीखी मिर्ची लगी है। पार्टी ने बयान जारी कर उनके कथन को खारिज कर दिया है। लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और विधायक नेता राजू तिवारी ने कहा कि इस तरह के नेता के बयान का कोई मतलब नहीं। इधर बिहार भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने की आजादी है। चाहे लोजपा हो या कोई और, एनडीए अटूट है और आगामी चुनाव में सभी दल मिलकर मैदान में उतरेंगे।
इसबीच लोजपा के रवैये को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता और डिप्टी सीएम सुशील मोदी भी खासे नाराज हैं। हालांकि उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर नहीं की है लेकिन पिछले दिनों लोजपा पर एक ट्वीट में तंज कसने और फिर उसे डिलिट करने के बाद उनकी नाराजगी की चर्चा चल पड़ी है। अब संजय पासवान के ताजा बयान ने एनडीए की सियासत में नई हलचल पैदा कर दी है। संजय पासवान ने साफ कहा कि बिहार में सरकार बनाने के लिए बीजेपी-जेडीयू को किसी और की जरूरत नहीं है। बिहार चुनाव स्थगित करने को लेकर चिराग पासवान के बयान से नाराज पासवान ने कहा कि उनका बयान बेहद आपत्तिजनक है। सवाल पूछा कि क्या चिराग पासवान या जो भी नेता चुनाव टालने की मांग कर रहे हैं, क्या उन्हें लोकतंत्र और चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं रह गया है।