पटना : अभी दो दिन पहले ही रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने बड़े तामझाम के साथ पटना जंक्शन पर दो एस्क्लेटरों का उदघाटन किया था। आज ये दोनों एस्कलेटर ठप पड़ गए। एक एस्कलेटर जंक्शन के एक नंबर प्लेटफार्म पर जबकि दूसरा 9 नंबर प्लेटफार्म पर लगाया गया था। एस्कलेटर को इस मकसद से लगाया गया था कि लोगों को सुविधा हो सके और पटना रेलवे जंक्शन की शोभा बढ़े। लेकिन इस नयी सुविधा का लाभ पटना के यात्री दो दिन ही उठा सके। एस्क्लेटर इसलिए लगाया गया ताकि यात्रियों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म तक जाने में कोई दिक्कत न हो और वो आसानी से आ—जा सकें।
लेकिन अब एस्कलेटर खराब होने के बाद लोग फिर से उन्हीं सीढ़ी का सहारा ले रहे हैं जिससे चलकर वो आते-जाते थे। लोगों की समझ में भी नहीं आ रहा कि नया एस्क्लेटर दो दिन में ही कैसे बिगड़ गया। इस मामले पर पटना जंक्शन के अधिकारी कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक एक एस्क्लेटर को लगाने में रेलवे को करीब एक करोड़ रूपए खर्च करने पड़ते हैं जिस पर एक साथ कई लोग स्वचालित सीढियों के माध्यम से आवाजाही कर सकते हैं।