लालू-राबड़ी काल की गलतियों के लिए तेजस्वी ने मांगी माफी, सवर्णों पर डाला डोरा
पटना : राजद के युवराज तेजस्वी यादव ने बीते दिन पार्टी के एक मिलन समारोह में बड़ा बयान देते हुए खुद को अपने मां—बाप के कर्मों से अलग करने की बात कही है। इतना ही नहीं, उन्होंने राज्य की जनता से अपने पिता लालू यादव और मां राबड़ी देवी के शासन के दौरान हुई गलतियों के लिए क्षमा भी मांगा है। इसके अलावा उन्होंने जनता से कहा कि एक बार हमें मौका देकर देखें। ‘जंगलराज’ के कलंक को मिटा दूंगा।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि 15 साल के लालू—राबड़ी शासन के दौरान जो भी हुआ, वह उस वक्त हुआ जिस वक्त हम छोटे थे। उस वक्त सरकार में क्या हो रहा था, ये सब कुछ हम नहीं जानते थे। इसलिए हम माफी मांगते हैं और आपसे अपने लिए एक मौका चाहते हैं। विपक्ष हमेश लालू-राबड़ी के 15 सालों के कार्यकाल को जंगलराज के तौर पर पेश कर निशाना साधता है। मैं इस कलंक को हटा दूंगा।
तेजस्वी का संबोधन खासकर सवर्णों के लिए ज्यादा था। उन्होंने साफ कहा कि आप एक कदम चलेंगे तो मैं चार कदम चलकर आपकी आशा और विश्वास को पूरा करूंगा। सभी नौजवानों को रोजगार दूंगा। राज्य में विकास की गंगा बहा कर हर घर मे खुशहाली लाने की कोशिश करूंगा। हमारी पार्टी सभी की पार्टी है और हम सबको सम्मान देंगे। जात-पात से ऊपर उठकर सब को साथ लेकर चलेंगे। सभी जाति और धर्म को विधानसभा मे प्रतिनिधित्व देंगे।
दरअसल, बिहार में विधानसभा चुनाव सिर पर आता जा रहा है। एनडीए एकबार फिर लालू—राबड़ी काल को सामने रख हमलावर हो चुका है। ऐसे में लालू यादव के सियासी विरासत संभाल रहे तेजस्वी यादव ने अपने माता-पिता लालू-राबड़ी के शासनकाल में हुई गलतियों के लिए माफी मांग कर विपक्ष के राजनीतिक चक्रव्यूह को तोड़ने की कोशिश की है। लेकिन सवाल उठता है कि क्या तेजस्वी यादव माफी मांगकर अपनी और पार्टी की छवि को बदल पाएंगे।