20 जून : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

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कोरोना संकट : फिर से शुरू होगी परिवार नियोजन की सेवाएं


• परिवार नियोजन के तहत बंध्याकरण सेवा की होगी शुरुआत
• कंटेंटमेंट जोन एवं बफर जोन में नहीं होगी बंध्याकरण
• ऑपरेशन थिएटर को सेनीटाइज करने के दिए निर्देश
• सभी प्रखंड के बीसीएम हुआ प्रशिक्षण

मधुबनी : कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान परिवार नियोजन की सेवाएं बाधित हुयी थी. लॉकडाउन के दौरान अवांछित गर्भधारण के बचाव के लिए इच्छानुसार परिवार नियोजन की नियमित सेवाओं की उपलब्धता जरूरी है. कोविड-19 महामारी में सेवा प्रभावित होने पर सदर अस्पताल के एएनएम सभागार में सभी प्रखंड के बीसीएम को प्रशिक्षित करने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में सभी अनुमंडल अस्पताल एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पुनः परिवार नियोजन के तहत सभी सेवाओं को पुनः शुरू करने के निर्देश दिए गए। साथ ही हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर चर्चा हुई जिसमें आशा एवं एएनएम के द्वारा फैमिली फोल्डर भरने को लेकर चर्चा की गई।

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फिर से होगी अस्पतालों में महिला नसबंदी की शुरुआत

विदित हो कि कोविड-19 महामारी में स्वास्थ सेवा प्रणाली पर अतिरिक्त ध्यान देते हुए आरएमएमसीएच +ए सेवाएं दी जाती है लॉकडाउन के कारण परिवार नियोजन की सेवा बाधित हो गई थी, जिसे राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर जिले पुनः बहाल करने की पहल की जा रही है. इसको लेकर ही सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने सभी प्रखंड के बीसीएम के साथ कार्यशाला का आयोजन किया. इस दौरान सिविल सर्जन ने सभी अनुमंडलीय अस्पताल एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पुनः महिला नसबंदी तथा परिवार नियोजन के अन्य सेवाओं को बहाल करने निर्देश दिया. साथ ही ऑपरेशन थिएटर को सेनीटाइज करने की भी बात बतायी गयी है.

पहले से पंजीकृत महिलाओं की ही होगी नसबंदी:

प्रजनन स्वास्थ्य सेवा के तहत फिक्स्ड डे सेवा, प्रसव या गर्भपात उपरांत बंध्याकरण, कॉपर-टी एवं प्रसव उपरांत कॉपर-टी सुविधा पहले की तरह प्रदान की जाएगी. महिला नसबंदी उन्हीं महिलाओं का होगा जो पहले से प्री- रजिस्टर्ड होंगी।लेकिन कांटेन्मेंट एवं बफर जोन में सेवाएं प्रदान नहीं की जाएगी. फिक्स्ड डे सेवा के तहत बंध्याकरण की सुविधा अस्पताल में दी जाएगी प्रति दिन 10 लाभार्थियों को ही सेवा मिल सकेगी. एवं कॉपर टी एवं प्रसव उपरांत कॉपर टी की सुविधा की मांग करने पर यह सेवा अस्पताल में उपलब्ध होगी.

इन परिवार नियोजन साधनों का उठायें लाभ :

पीपीआईयूसीडी

एसीएमओ डॉ सुनील कुमार ने बताया बच्चों में अंतराल रखने तथा अनचाहे गर्भ से निजात के लिए प्रसव के 48 घंटे के अंदर पीपीआईयूसीडी(प्रसव उपरांत कॉपर टी संस्थापन) लगाया जाता है. गर्भनिरोधक का यह एक सुरक्षित साधन है। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. यह एक सामान्य प्रक्रिया है जिससे लंबे समय तक गर्भधारण की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है. इसमें ऑपरेशन की भी आवश्यकता नहीं होती है. पीपीआईयूसीडी दो तरह की होती है. एक 5 साल के लिए तथा दूसरा 10 साल के लिए के लिए होता है। सभी सरकारी यह अस्पतालों में मुफ्त लगाई जाती है।

एमपीए (अंतरा)

अंतरा अस्थायी गर्भनिरोधक साधनों में एक बहुत असरदार विधि है. एक इंजेक्शन से 3 महीने तक गर्भधारण की संभावना नहीं होती है. दूध पिलाती मां भी ले सकती है जिससे दूध की मात्रा और गुणवत्ता पर कोई असर नहीं पड़ता. ना ही शिशु पर कोई हानिकारक प्रभाव पड़ता है.यदि महिला ठीक 3 महीने बाद इंजेक्शन लगवाने नहीं आती तो निर्धारित तिथि से 14 दिन पहले 28 दिन बाद तक भी इंजेक्शन लगा सकती है. अंतरा महिलाओं के लिए एक सरल व सुरक्षित असरदार साधन है जिसे प्रत्येक 3 महीने के अंतराल पर महिला को एक इंजेक्शन लेना होता है. गर्भधारण रोकने में यह 99.7% प्रभावी होता है. तिमाही लगने वाली इंजेक्शन इसका पूरा नाम मेड्रोक्सी प्रोजेस्ट्रोन एसीटेट है. अंतरा का प्रयोग बंद करने के कुछ माह बाद महिलाओं को पहले की तरह माहवारी होने लगती है और वह पुनः गर्भधारण कर सकती है

लाभार्थी एवं प्रेरक दोनों को प्रोत्साहन राशि :

बच्चों में अंतराल एवं अनचाहे गर्भ से बचाव के लिए नवीन गर्भ निरोधक- ‘अंतरा’ की शुरुआत की गयी है. ‘अंतरा’ एक गर्भ निरोधक इंजेक्शन है, जिसे एक या दो बच्चों के बाद गर्भ में अंतर रखने के लिए दिया जाता है. इस तरह साल में चार इंजेक्शन दिया जाता है. साथ ही सरकार द्वारा अंतरा इंजेक्शन लगवाने पर प्रति डोज या सूई लाभार्थी को 100 रूपये एवं उत्प्रेरक को भी 100 रूपये दिए जाने का प्रावधान है.

इस अवसर पर कार्यशाला में गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ एस पी सिंह, सीडीओ डॉक्टर आरके सिंह, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी दयाशंकर निधि, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक नवीन दास, जपाईगो जिला समन्वयक राजीव कुमार गुप्ता, प्रभात कुमार, सुभाष कुमार तथा सभी प्रखंड के बीसीएम आदि उपस्थित थे।

आम आदमी पार्टी ने गलवान घाटी में शहीद हुए 20 सैनिकों को दी श्रद्धांजलि

मधुबनी : आम आदमी पार्टी के जयनगर इकाई के तत्वावधान में गत सोमवार की रात भारत चीन सीमा पर हुए हिंसक झड़प में भारतीय सेना के शहीद हुए 20 जवान को याद कर दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि दी। वहीं, चाइना के शी जिनपिंग का पुतला फूंका।

इस मौके पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश संगठन सचिव पंकज सिंह प्रियदर्शी एवं आम आदमी पार्टी जयनगर इकाई के प्रखंड सचिव अमित कुमार महतो की अध्यक्षता में जयनगर शहर के शहिद चौक पर इकट्ठा होकर भारत माता के उन सभी शहीद वीर सपूतों को श्रधांजली अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया, साथ ही चाइना के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला दहन कर चाइनीज सामानों के बहिष्कार की बात कही गया।

इस मौके पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश संगठन सचिव पंकज सिंह प्रियदर्शी, जयनगर प्रखंड अध्यक्ष अमित कुमार महतो, मनोज राय, रंजन कुमार यादव, लक्ष्मण, राम राय, सुजीत राय, सोनू राय, मनोज राय, शंकर राय, अमरजीत राय, सुनील राय, अनिल राय, नीरज राय, सुशील राय, मुकेश राय, मौजूद रहे।

पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष को दी गयी श्रद्धांजलि, दो मिनट का रखा मौन

मधुबनी : जिला कांग्रेस कार्यालय मधुबनी में जिला कॉन्ग्रेस कमेटी मधुबनी के द्वारा जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष स्व० चंद्रकांत झा के और सामाजिक निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता प्रोफेसर शीतलामबर झा ने की।

इस अवसर पर कार्यकर्ताओं के द्वारा उनके निधन पर शौक व्यक्त किया, तथा उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित किये। इस मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रो० शितलाम्बर झा ने कहा कि स्वर्गीय चंद्रकांत झा सदैव से सामाजिक एवं राजनीतिक गतिविधि में सक्रिय रहे वह हमेशा जन सरोकार के कार्य के लिए निष्ठावान कांग्रेसी की तरह संघर्ष करते रहे। स्व० झा जिला कांग्रेस के महासचिव एवं जिला कांग्रेस के अध्यक्ष पद से नवाजे तथा प्रदेश कांग्रेस के दिल्ली गेट रहे जिससे बिल्कुल स्पष्ट है, कि उनकी दिल इच्छा शक्ति एवं संघर्ष के कारण वह जिला महासचिव के रूप में 7 साल एवं अध्यक्ष के रूप में 6 साल तक सक्रिय भूमिका का निवारण निर्वाहन किए। उनके और सामाजिक निधन से जिला के सभी कार्यकर्ता शोकाकल एवं मर्माहत हैं। उनके निधन से कांग्रेस पार्टी को अपूर्ण क्षति हुई है।

अंत में सभी कांग्रेसजन ने श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखा। इस कार्यक्रम में ऋषिदेव सिंह, विजय कुमार रावत, नरेंद्र झा, संजय कुमार मिश्रा, मनोज कुमार मिश्र, वशिष्ठ नारायण झा, मीना देवी कुशवाहा, अंजुम, ललन झा, वीरेंद्र कुमार, सुनील कुमार झा, मुकेश कुमार झा, पप्पू, आलोक जा, धनेश्वर ठाकुर, विनय कुमार, सुरेंद्र महतो, मो० चांद, फूलचंद एवं जिला किसान कांग्रेस अध्यक्ष अशोक कुमार समेत दर्जनों अन्य कार्यकर्त उपस्थित थे।

सैनिकों के सम्मान में मैदान में उत्तरी कांग्रेस

मधुबनी : जिला कांग्रेस कमेटी मधुबनी के द्वारा भारत के 20 जवान सैनिकों की शहादत पर मधुबनी जिला अध्यक्ष प्रोफेसर शितलाम्बर झा के नेतृत्व में प्रतिरोध मार्च एवं पुतला दहन का कार्यक्रम किया गया।

भारत-चीन बॉर्डर के पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर देश के लिए लड़ते हुए जवान सैनिको की बराबर हत्या भारत को आत्मा को झकझोर दिया है। आज देश विषम परिस्थिति से गुजर रही है। देश की एकता और अखंडता पर खतरा उत्पन्न हो गया है। जिला अध्यक्ष श्री झा ने जोर देकर कहा की समय आ गया है, कि चीन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। जिस प्रकार से सन 1962 के दौर को स्व० इंदिरा गांधी ने 1967 में चीन को पराजित कर बदला लिया, एवं 1986 में स्व० राजीव गांधी ने चीन को घुटने पर खड़ा कर दिया। जिसके बाद से चीन ने भारत को कभी धमकी नहीं दिया।

आज प्रधानमंत्री को साहस का परिचय देकर चाइना को मुंह तोड़ जवाब देना चाहिए। यह देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है, की चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में अतिक्रमण कर बलवान घाटी में सैनिकों को बंधक बना लिया एवं 20 सैनिकों को अच्छादित कर दिया कर दिया। इस अवसर पर जिला कार्यालय ललित भवन से जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में प्रतिरोध मार्च निकाला गया, जो शहर के विभिन्न मार्ग से गुजर कर थाना चौक पर जमा हुआ।

इस मौके पर सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला दहन किया गया। इस मौके पर उपस्थित लोगों में विजय रावत, परमेश्वर यादव, संजय मिश्रा, अधिवक्ता मनोज कुमार झा, वशिष्ठ नारायण झा, मीना देवी कुशवाहा, इतिहास अहमद, विजय कुमार झा, भोला, जय कुमार, आलोक कुमार झा, मुकेश कुमार पप्पू, विनायक कुमार झा, धनेश्वर ठाकुर, पवन यादव, कृष्णकांत झा, जिला किसान कांग्रेस अध्यक्ष अशोक कुमार एवं सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

6.57 करोड़ की लागत से बनने वाली पाँच सड़कों का विधायक ने किया शिलान्यास

मधुबनी : राष्ट्रीय जनता दल के मधुबनी विधायक सह प्रवक्ता समीर कुमार महासेठ ने आजादी के समय से ही उपेक्षित कायाकल्प की बाट जोह रहे सड़को का आज 6.57 करोड़ की लागत से बनने वाली पाँच सड़कों का शिलान्यास कर विधानसभा क्षेत्र की जनता को तोहफा दिया है।

मधुबनी विधानसभा क्षेत्र के पन्डौल प्रखंड के भवानीपुर में शंकर ठाकुर के घर से हरिजन टोल तक, भौर में मिडिल स्कूल से साउथ टोल तक, श्रीपुरहाटी में मंडल टोल से बढ़ई टोल तक, नवहथ में लखन पासवान के घर से दुर्गापुर टोला तक एवं नवादा में नवादा से मिनहैत मुसहरी टोल तक शिलान्यास करने का काम किया है।

इस अवसर पर विधायक समीर कुमार महासेठ ने कहा अपने विधानसभा क्षेत्र के हर एक गाँव मे सड़क निर्माण के लिये वे कटिबद्ध है। किसी भी गाँव को सड़क से वंचित नहीं रहने दिया जायेगा। हमने जो जनता से वादा किया था उसे निभा रहा हूँ। मेरा लक्ष्य है की मधुबनी विधानसभा के हर गाँव को विकास की मुख्य धारा में जल्द से जल्द जोड़ने की।

गौरतलब है कि ये पांचों सड़क आजादी के समय से हीं उपेक्षित है। स्थानीय जनता के द्वारा बहुत दिनों से इस सड़क की कायाकल्प करने की मांग की जा रही थी। चुकी सड़क की हालत काफी खराब थी, लोगो को चलना दुश्वार था। आज अपने विधायक समीर कुमार महासेठ के हाथो सड़क का शिलान्यास होते देखकर लोगो की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इस मौके पर कई जनप्रतिनिधि सहित ग्रामीणों की उपस्थिति रही।

गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों को दी श्रद्धांजलि

20 जून : मधुबनी की मुख्य ख़बरेंमधुबनी : गलवान घाटी में शहीद हुए 20 भारतीय शहीद सैनिकों के सम्मान में शुक्रवार को जयनगर चैम्बर ऑफ कामर्स के तत्वावधान में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता महासचिव अनील बैरोलिया ने किया।

इस दौरान उपस्थित लोगों ने शहीद सैनिकों के आत्मा के शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा एवं चीन के राष्ट्रीय ध्वज को जलाया। इस मौके पर चैम्बर के महासचिव अनिल बैरोलिया ने कहा भारत 1962 का भारत नहीं बल्कि 2020 का भारत बन गया है। आज का भारत हर तरह से सक्षम है जवाब देने के लिए। किसी भी देश से कभी भी अपनी सीमा के सुरक्षा के लिए तैयार है।

वहीं, चैम्बर के सचिव पवन यादव ने कहा कि हम सभी भारतीय को चीन निर्मित सामानों का उपयोग और खरीदारी पर पूरी तरह रोक लगाने की आवश्यकता है। चीनी सामान का उपयोग नहीं करना हमारा विरोध होगा। वक्ताओं ने कहा कि चीन ने चालाकी से हमारे वीर सैनिकों पर हमला किया हैं। लेकिन हमारे वीर सैनिक इस का मुँहतोड़ जबाब देने के लिए हर संभव तैयार है। भारत के लोगों से आग्रह करना चाहता हूं कि नफरत करने वाले देशों के सामानों का विरोध करे। जो देश हमारे सैनिकों का सम्मान नहीं करती वैसे देश का सामना का उपयोग हम नहीं करेंगे।

इस आयोजित सभा मे चैम्बर के कार्यकारी अध्यक्ष रामचंद्र मंडल, पवन यादव, अरुण जैन, रंजीत पासवान, सत्येंद्र प्रसाद, ध्रुव गुप्ता, श्याम किशोर, गिरधारी सर्राफ, गुड्डा मंडल, संतोष बैरोलिया, जगदीश सर्राफ, उमेश जायसवाल, श्याम गुप्ता, गोविंद सर्राफ समेत अन्य कई व्यवसायी एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे।

सलमान खान व करण जौहर का पुतला फूंका

20 जून : मधुबनी की मुख्य ख़बरेंमधुबनी : जिले के युवाओं ने शुक्रवार को सुशांत सिंह की मौत से आहत इसमें निष्पक्ष सीबीआई जाँच की मांग की इस मौके पर मौजूद सभी छात्रों ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत को साजिश बताते हुए कहा कि फिल्मी इंडस्ट्रीज के अंदर बिहारियों को उखाड़ने के लिए कुछ लोग उसे तंग करते हैं, ताकि वह खुदकुशी कर ले इसलिए सारे युवाओं ने मिलकर करण जौहर का पुतला दहन किया।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मिथिला स्टूडेंट यूनियन के वरिष्ठ छात्र नेता शशि सिंह उर्फ राजा ने की। इस मौके पर नरार के निखिल सिंह राजपूत, एमएसयू जयनगर प्रखंड अध्यक्ष पुष्कर सिंह राठौर, शशि सिंह, शिवम सिंह, सुधाकर सिंह, अंकित सिंह भारद्वाज, रोहित सिंह राणा, नितीश सिंह, पिंटू सिंह, अमन झा, आदित्य सिंह, अमन सिंह, गणेश सिंह, गोपाल सिंह, गणेश गुप्ता, आकाश सिंह, अभिजीत सिंह, सोनू सिंह और बहुत सारे नरार के युवा मौजूद थे।

शहर के समग्र विकास के लिए विधायक ने पत्र लिख दिया सुझाव

20 जून : मधुबनी की मुख्य ख़बरेंमधुबनी : शहर की आधारभूत संरचना एवं समग्र विकास हेतु नगर राजद विधायक समीर कुमार महासेठ ने जिला पदाधिकारी डॉ० नीलेश रामचंद्र देवरे को पत्र के माध्यम से सुझाव दिया है। डीएम ने इसी आलोक में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र लिखा है।

जिलापदाधिकारी, मधुबनी ने पत्र में विधायक समीर कुमार महासेठ के पत्र सँख्या-423, 18 जून का जिक्र करते हुये कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद को लिखा है, की आपको सूचित करना है की प्रासंगिक पत्र जो पत्र के साथ छाया-प्रति संलग्न है। उसके माध्यम से नगर विधायक द्वारा मधुबनी शहरी क्षेत्र में आधारभूत संरचना एवं समग्र विकास हेतु विभिन्न योजनाओं के कार्यांन्वयन हेतु अधोहस्ताक्षरी का ध्यान आकृष्ट किया गया है।

उल्लेखनीय है की मधुबनी नगर परिषद एक आँटोंनोमस बडी है एवं शहरी क्षेत्र के समग्र विकास हेतु नगरपालिका बोर्ड में शक्ति निहित है। अतः मधुबनी विधायक के सुझाव के आलोक मे मधुबनी शहरी क्षेत्र के समग्र विकास हेतु विभागीय निर्देशानुसार योजनाओं के चयन/कार्यांन्वयन हेतु समुचित कारवाई करने का कष्ट करें, एवं कृत कारवाई से अधोहस्ताक्षरी को भी अवगत कराये।

मुख्य सचिव ने नल-जल योजना को शीघ्र पूरा करने का दिया निदेश

20 जून : मधुबनी की मुख्य ख़बरेंमधुबनी : मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को विडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नल-जल योजना के क्रियान्वयन को लेकर समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया।

इस बैठक में जिलाधिकारी, डाॅ० निलेश रामचन्द्र देवरे, भा०प्र०से०, सहायक समाहत्र्ता, सुश्री प्रिति, उप-विकास आयुक्त, मधुबनी, श्री अजय कुमार सिंह, जिला पंचायती राज पदाधिकारी समेत अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

इस समीक्षा के क्रम में बताया गया गया कि मधुबनी जिला में वित्तीय वर्ष-2019-20 में निर्धारित लक्ष्य 4721 के विरूद्ध 3136 योजना पूर्ण हो चुका है, जबकि 1585 प्रगति पर है, जो अगले 15 दिनों में पूर्ण करा लिया जायेगा।

तत्पश्चात जिलाधिकारी द्वारा जिला पंचायती राज पदाधिकारी, मधुबनी को कार्यो में तेजी लाने का निदेश दिया साथ ही दिनांक 20.06.2020 को 01बजे अपराह्न में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं मुखिया तथा कार्यपालक अभियंता, पंचायत सचिव के साथ विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक का आयोजन करने हेतु निदेश दिया गया।

बाबा कपिलेश्वरनाथ की पूजा करने प्रतिदिन आते थे राजा जनक

20 जून : मधुबनी की मुख्य ख़बरेंमधुबनी : बाबा कपिलेश्वर शिवधाम मिथिला का प्रमुख सिद्धतीर्थ है। लोग इन्हें ‘मिथिला के बैद्यनाथ’ भी कहते हैं। यहां कपिल मुनि ने घोर तपस्या से शिव को प्रसन्न कर सिद्धि प्राप्त की तत्पश्चात सांख्य शास्त्र के जटिल सूत्रों की रचना कर मानव सृष्टि की रचना में पुरूष और प्रकृति की सत्ता प्रमाणित की थी।

इस स्थान का महत्व केवल कपिल मुनि द्वारा स्थापित शिवालय के कारण ही नहीं है, बल्कि पुराणों के अनुसार कपिलेश्वर स्थान का महत्व राजा जनक की राजधानी या सुखवास के मुख्य दक्षिणी सीमा पर स्थित रहने के कारण भी है।

इस स्थान का अपना अलग ही पौराणिक महत्व है। महर्षि कर्दम व देवहुति के आत्मज कपिल मुनि जो विष्णु के अवतार कहे जाते हैं, ने मिथिलापुरी को दक्षपुत्री सती के शरीरांश गिरने व गिरिराज किशोरी पार्वती का जन्मभूमि होने के कारण परम पवित्र जानकर यहां के घनघोर जंगल एवं महाश्मसान के बीच पवित्र कमला नदी के किनारे आश्रम बनाया।

जहां ज्ञान प्राप्ति के लिए कपिल ने शिवलिंग की स्थापना की, जो कपिलेश्वर नाम से विख्यात हुआ। इस शिवलिंग पूजन की परंपरा सहस्त्राब्दियों से है। महाभारत में इसका उल्लेख उन्हीं के वचनो में -कपिलेश्वर तत: प्राह सांख्यर्षिदेव सम्मत:, मया जग्मान्यनेकानि भक्त्या चाराधिता भव:, प्रीतश्च भगवान ज्ञानं ददौ भवान्तकम् । कपिल व कपिलेश्वर लिंग का वर्णन वृहद विष्णपुराण, श्वेताश्वतर उपनिषद, यामलसारोद्धार तंत्र सहित अनेक प्राचीन ग्रंथों में पाया जाता है। एक स्थान पर उल्लेख मिलता है कि सीताराम विवाह में शिव जनकपुर पधारे थे। जिससे इस शिवलिंग की प्राचीनता सिद्ध होती है।

विद्धानों की राय में कपिलेश्वर : महापंडित राहुल सांस्कृत्यायन कपिल को बुद्ध पश्चात मानते हैं किंतु गार्वे कपिल को बुद्ध पूर्व का ऐतिहासिक व्यक्ति बताते हैं। डॉ. राधाकृष्णन समेत अनेक विद्वानों के मत में कपिल बुद्ध पूर्व के सांख्यकार हैं। गीता एवं रामायण के अनुसार भी कपिलेश्वर शिव के प्रतिष्ठापक काफी प्राचीन ऋषि हैं। कपिल की बहन अनसूया ने अपने आश्रम में सीता को उपदेश दिया था। ऐतिहासिक प्रमाणों व जनश्रुतियों के आधार पर मुनिवर कपिल मधुबनी के समीन ककरौल गांव के वासी थे। वहीं उनका प्रसिद्ध आश्रम था। महाकवि विद्यापति कहते हैं-कत युग सहस वयस वहि गेला। कहा जाता है कि महाकवि विद्यापति का जन्म आशुतोष कपिलेश्वर की कृपाप्रसादात स्वरूप हुआ।

काम मोक्ष प्रदाता हैं कपिलेश्वर : जनमानस में बाबा कपिलेश्वर नाथ काम मोक्ष प्रदाता हैं। कपिलेश्वर बाबा जगत के स्वामी, जगत किसान, त्रिभुवन दाता, संतान दाता, धान्य दाता, पशुपति, रोग शोक नाशक बैद्यनाथ, अधम उद्धारक आदि के रूप मे प्रसिद्ध हैं। सावन में आते लाखों कांवरिए : सावन के सोमवारी को जिले के जयनगर कमला नदी से कांवर में जल लेकर लाखों की संख्या में कांवरिए कमला जल से जलाभिषेक करते हैं। जो यहां से 30 किलोमीटर दूर है। दरभंगा महाराज के स्वामित्व में है मंदिर : यह मंदिर दरभगा महाराज के धार्मिक ट्रस्ट के अधीन है। महाराज दरभंगा ने धार्मिक न्यास के तहत 75 एकड़ जमीन दान देकर 25 एकड़ का विशाल सरोवर का निर्माण कराया।

चढ़ावा की राशि व दान से होता विकास : कपिलेश्वर शिवालय परिसर का विकास मनौती पूरा होने पर दिए गए दान की राशि व चढ़ावा से प्राप्त राशि से होती है। मंदिर की पूजा-अर्चना, देखरेख आदि पंडों के जिम्मे है। दरभंगा राज द्वारा गुजारा के लिए शिवोत्तर भूमि मिली हुई है। लेकिन पांच शताब्दियां गुजर जाने पर परिवारों की संख्या में वृद्धि व जमींदारी उन्मूलन के बाद रैयती कानून में परिवर्तन को कारण शिवोत्तर भूमि अब नगण्य सी रह गई है। शिवालय के आसपास उचित देख रेख के अभाव में शिवोत्तर भूमि अतिक्रमित है। मंदिर के चहुंओर विभिन्न प्रकार की दुकाने बन जाने से सावन व शिवरात्रि में शिव भक्तों को मंदिर जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। धर्मशाला नहीं रहने से रात में विश्राम करना मुमकिन नहीं है।

यहाँ कपिलेश्वर शिवधाम पहुंचने के लिए मधुबनी जिला मुख्यालय से आठ किलोमीटर पश्चिम यह शिवधाम तीन पक्की सड़कों, मधुबनी बरास्ते रहिका, मधुबनी-ककरौल चौक-कपिलेश्वर स्थान, एवं मधुबनी-सीमा-कपिलेश्वर स्थान से जुड़ा है। राजधानी पटना से जयनगर वरास्ते रहिका जाने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर बस व अन्य वाहनों से चलकर आप पहुंच सकते है। यह धाम सड़क के किनारे स्थित है।

एबीवीपी ने चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के लिए निकाला आक्रोश मार्च

मधुबनी : चीनी सैनिक जिस प्रकार लद्दाख बॉर्डर पर कायरता पूर्ण हमारे भारतीय सैनिक के ऊपर हमला किया, और जिसमें हमारे कई भारतीय सैनिक शहीद हो गए। उसी के विरोध में आज चीनी सरकार और चीनी सैनिक के खिलाफ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राजनगर के कार्यकर्ताओं ने आक्रोश मार्च निकाला, ओर चीनी सामान का बहिष्कार करने के लिए लोगो से आग्रह किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर मंत्री मनीष पासवान ने किया।

वहाँ पर मौजूद अभाविप के कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए मधुबनी, दरभंगा के विभाग संयोजक राकेश साहू ने कहा चीन जो समझ रहा की भारत 1962 वाला ही भारत है, ये समझना ही चीन की सबसे बड़ी भूल है। आज का भारत 2020 का भारत है, जिसका नेतृत्व मोदी जैसे प्रधानमंत्री कर रहे है। वही हमारे भारतीय सैनिक बॉडर पर दुश्मनों से लोहा ले रहे है। हमारा भी कर्तव्य बनता है, देश के सैनिक साथ कंधा से कंधा मिलाइये ओर चीनि सामानों का बहिष्कार करें। इस कार्यक्रम में नगर सहमंत्री अजय कुमार, मीडिया प्रभारी अजित पासवान, आलोक सिंह, हिमांशु चौधरी, अभय प्रकाश, अमन कुमार, संतोष पासवान, विक्रम कुमार, राजन कुमार, साकेत कुमार, अभिनाश पासवान, सचिन साहू, जिला सह-मीडिया प्रभारी संतोष राय साथ ही कई कर्तकर्ता मजूद थे।

ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्पलाईज यूनियन 19-26 जून तक मनाएगा विरोध-सप्ताह

20 जून : मधुबनी की मुख्य ख़बरेंमधुबनी : इंडियन रेलवे इम्प्लॉइज फेडरेशन के द्वारा घोषित विरोध-सप्ताह (19जून से 26 जून -2020) के समर्थन में ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे इम्पलाईज यूनियन , समस्तीपुर मण्डल के द्वारा आज 20 जून को रेल कर्मचारियों के बीच जागरूकता करते हुए विभिन्न मांगों के समर्थन में अभियान चलाया गया।

समस्तीपुर डिवीजन के डिविजनल सेक्रेट्री श्री रत्नेश वर्मा के द्वारा जागरूकता अभियांन में कर्मचारियो को सरकार द्वारा लाए गए नए श्रम कानून, निजीकरण/निगमीकरण, NPS के विरूद्घ ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन द्वारा चलाये जा रहे आंदोलन की जानकारी एवम इंडियन रेलवे इम्प्लॉइज फेडरेशन द्वारा घोषित 19 जून से 26 जून-2020 तक विरोध दिवस में उठाए गए मांगो के बारे में बताया गया।

श्रम कानून में किये गए संशोधन की समाप्ति , महंगाई भत्ता की वापसी, 50 लाख का बीमा कवरेज देने की मांग हेतु चलाये जा रहे IREF/ECREU के अभियान का हिस्सा बनने की अपील भी की गई। समस्तीपुर डिवीजन के सभी स्टेशन के रेलवे के सिग्नल एवम टेलीकॉम विभाग, यातायात, इंजिनीयरिंग , कैरेज, बिजली, टी०आर०डी०, मेडिकल, लोको आदि विभाग के कर्मचारी लगातार अपना प्रतिदिन के आदेशित कार्य को कर रहे है, ताकि मालगाड़ियों, श्रमिक स्पेशल तथा अन्य विशेष ट्रेनों को सुरक्षित चलाया जा सके। ऐसे कर्मचारी जो लॉक-डाउन-1 से अभी तक लगातार अपने कार्य पर डटे हुए है, उन सबका कोरोना जांच करवाना अति आवश्यक है। एक तरफ देश के अस्पताल लोंगों की बीमारी को ठीक करने में दिन रात जूटे है, वही रेलवे के परिचालन बिभाग, सिग्नल विभाग, टेलीकॉम बिभाग, कैरेज बिभाग, इंजिनीयरिंग बिभाग, इलेक्ट्रिकल बिभाग, टी०आर०डी०, मेडिकल, लोको, आर.पी.एफ.थाना के स्टाफ लगातार कार्य मे जुटे रहकर कोरोना महामारी के खिलाफ युद्ध मे अपना योगदान कर रहे है।

ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्पलाईज यूनियन के समस्तीपुर डिवीजन के डिविजनल सेक्रेटरी रत्नेश वर्मा ने सरकार से मांग की है, की अस्पताल कर्मियों की भांति लॉकडाउन में कार्यरत सभी रेलवे कर्मचारियों को भी 50 (पचास) लाख का बीमा-कवरेज दिया जाए।

पूर्व में इस संबंध में माननीय रेलमंत्री के पास यूनियन के द्वारा पत्र भी भेजा गया है। र्केंद्र सरकार द्वारा सभी केंद्रीय कर्मियों के डी०ए० पर जुलाई-2021 तक रोक लगाने संबंधी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए उन्होंने कहा कि देश भर के कर्मचारी सरकार के इस फैसले से काफी उत्तेजित हैं इसलिए इसे जल्द वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि श्रम कानूनों में किये गए बदलाव श्रमिकों के हित मे नहीं है, इससे श्रमिक रोष में है। रेलवे में भी इस बदलाव का असर पड़ेगा।
सरकार मल्टी-स्कीलिंग के नाम पर रेल कर्मचारियों में फूट डालकर छंटनी, ठेकेदारी-प्रथा, आउट सोर्सिंग को बढ़ावा देना चाहती है, जो स्थायी सेवकों के हित में नहीं है। रेलवे के उत्पादन इकाइयों सहित देश के सम्पति को बेचने, विनिवेशीकरण की सरकारी नीति का हम सब रेलकर्मी मिलकर विरोध करेंगे।

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में अपनी जान की परवाह नहीं करके लगातार कार्य कर रहे रेलवे कर्मचारियों को प्रोत्साहित करना चाहिए न कि हतोत्साहित करना चाहिए।

यूनियन निम्नलिखित मानगो को ले विरोध सप्ताह मना रहे है :

1). कोविड-19 महामारी में लगातार ड्यूटी कर रहे सभी रेल कर्मचारियों को मेडिकल सेवा कर्मियों की भांति हीं पचास लाख का बीमा कवरेज दिया जाए।

2). रेलकर्मियों को कोविड-19 महामारी में महंगाई-भत्ता एवं अन्य भत्तो से वंचित नहीं किया जाए।

3). श्रम कानूनों में किये गए संशोधन को तुरन्त वापस लिया जाए।

4). लॉक-डाउन-1 से अभी तक लगातार कार्य कर रहे रेलवे कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराया जाए।

5). अंग्रेजो की भांति रेल-कर्मचारियों में फूट डालने की नीति , छंटनी करना बन्द करे सरकार एवं सभी रेलकर्मियों को उचित सुरक्षा प्रदान किया जाए।

6). रेलवे के निजीकरण / निगमीकरण नीति , ठेका-प्रथा, आउटसोर्सिंग बन्द करे सरकार।

7). रेलवे के उत्पादन इकाइयों एवं अन्य सम्पति को बेचने, विनिवेशीकरण की नीति बन्द हो।

सुमित राउत

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