इजरायली लोगों की तरह सोचें बिहारी, तभी होगा कायापलट : राम माधव
नयी दिल्ली : भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने बिहारी युवाओं को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने यंग थिंकर्स फोरम के वर्चुअल कांन्फ्रेंस के समापन के मौके पर कहा कि बिहार के युवाओं को इजरायल के लोगों की तरह सोचना होगा। विकास के लिए उनमें इजरायली लोगों की तरह जुनूनी बनना होगा। इजरायली कहीं भी रहते हैं, उनके मेंटल मैप के केंद्र में इजरायल ही होता है। इसी तरह बिहार के युवाओं को भी उसी जुनून को लेकर आगे बढ़ना चाहिए। चाहे वो बिहार के भीतर रहें या देश-विदेश में कहीं भी। उनकी सोच के केंद्र में बिहार होना चाहिए। तभी राज्य का विकास संभव है।
नेतृत्व और मानव संसाधन भरपूर, फिर भी विकास से दूर
राम माधव ने कहा कि बिहार विद्वान और क्रांतिकारी लोगों की भूमि है। किसी भी राज्य में चले जाओ तो प्रशासनिक अधिकारी बिहार से वहां जरूर मिलेगा। यहां से बड़े-बड़े क्रांतिकारी लोग आए। उन्होंने भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद और बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की सादगी का जिक्र किया। साथ ही जयप्रकाश नारायण का नाम लेकर बिहार के नेतृत्व कौशल का भी उदाहरण दिया। लेकिन, बिहार विकास की राह पर बहुत कुछ हासिल करने में आज भी पीछे रहा। खास तौर पर जीडीपी और पर कैपिटा इनकम में भी बिहार दूसरे राज्यों से काफी पीछे है।
जीडीपी और पर कैपिटा इनकम को ही बना लें जाति और धर्म
भाजपा महासचिव ने बिहार के युवाओं से अपील करते हुए कहा कि जिस राज्य के इतना प्रचुर अंदर मानव संसाधन है, अगर उस राज्य के युवा यह सोचें कि हमारी न कोई जाति है, न धर्म है, हमें बस जीडीपी बढ़ाना है, पर कैपिटा इनकम बढ़ानी है, तभी हम परिवर्तन ला सकेंगे। उन्होंने बिहार के विकास में बाधक के तौर पर वहां मौजूद आर्थिक विषमता, भ्रष्टाचार, सामाजिक संघर्ष और हिंसा को जिम्मेदार ठहाराया और युवाओं से इन सबसे उपर उठकर आगे बढ़कर नई शुरुआत करने का आह्वान किया।
युवाओं से आगे आने की अपील, अगड़ा रज्य बन जाएगा बिहार
उन्होंने कहा कि केवल सरकारों को कोसते रहने से कोई फायदा नहीं होने वाला। अब यूथ को आगे आना पड़ेगा और सोशल स्ट्रक्चर को बदलना पड़ेगा। महिलाओं को आगे लाना होगा। जब सभी विरादरी के लोगों को आगे लाकर एग्रीकल्चर और इंडस्ट्री दोनों को केंद्र बनाकर आर्थिक विकास होगा, तभी सारी समस्याओं का निदान होगा। माधव ने कहा कि इससे अच्छा माहौल अब नहीं मिलेगा जहां पटना और दिल्ली में ऐसी सरकारें बैठी हैं जो चाहती हैं कि देश के लोग आगे आएं।