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इंटरनेट ऑफ साउंड लाखों उपकरण को स्मार्ट बना सकता है: मृगेश पराशर

ए एन कॉलेज में ‘ध्वनियों का इंटरनेट’ विषय पर व्याख्यान

पटना: ए एन कॉलेज आइक्यूएसी के तत्वाधान में आयोजित वेबीनार श्रृंखला के अंतर्गत छठवें व्याख्यानमाला का आयोजन आज सोमवार को किया गया। व्याख्यानमाला के मुख्य वक्ता ट्रिलबिट के फाउंडर, डायरेक्टर और चीफ प्रोडक्ट अधिकारी तथा आईआईटी खड़गपुर के एलुमनाई मृगेश पराशर ने “ध्वनियों का इंटरनेट- ध्वनि तरंगों का उपयोग करके आई. ओ. टी. उद्योगों का रूपांतरण” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।

क्या है इंटरनेट ऑफ थिंग्स

मृगेश पराशर ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स को समझाते हुए कहा कि यह एक ऐसी धारणा है जिसमें सभी उपकरण, जो हम दैनिक जीवन में इस्तेमाल करते हैं उसे इंटरनेट से जोड़ा जा सके। वर्तमान समय में हर आदमी औसतन 7 संसक्त उपकरण प्रयोग करता है। मृगेश पराशर ने बताया कि ट्रिलबिट किसी भी मौजूदा स्पीकर को डाटा ट्रांसमीटर और माइक्रोफोन वाले किसी भी डिवाइस को डाटा रिसीवर में बदल सकता है। यह सॉफ्टवेयर एक ऐसा समाधान है जिसे किसी भी ऐप वेबसाइट या डिवाइस के साथ एकीकृत किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में डाटा कनेक्टिविटी ब्लूटूथ क्यूआर कोड जीपीएस तथा एनएफसी के द्वारा किया जा रहा है, ध्वनि तरंगों का प्रयोग इन सभी उपलब्ध संसाधनों में सबसे बेहतर है। इसे प्रयोग करने में किसी अलग हार्डवेयर की आवश्यकता नहीं होती, यह बिना नेटवर्क के काम कर सकता है, बैटरी की खपत भी कम होती है और इसे डिप्लॉय करना भी काफी आसान है। इसके प्रमुख एप्लीकेशन में यूजर ऑथेंटिकेशन, मशीन से मशीन की आईओटी कनेक्टिविटी, साइबर सिक्योरिटी तथा स्मार्ट स्पेस और प्रॉक्सिमिटी मार्केटिंग प्रमुख है।

वर्तमान कोविड-19 समस्या के समय में इस तकनीक का प्रयोग काफी अहम है क्योंकि इसके प्रयोग से कांटेक्टलेस बस टिकेट, टचलेस नकद निकासी तथा कांटेक्ट ट्रेसिंग आसानी से करना संभव है। इंटरनेट ऑफ साउंड लाखों उपकरण को स्मार्ट बना सकता है इसके प्रयोग किसी भी प्लेटफार्म पर किया जा सकता है।

आने वाले समय में विभिन्न प्रासंगिक विषयों पर वेबीनार का आयोजन किया जाएगा

इसके पहले वेबीनार का उद्घाटन करते हुए महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रोफेसर एसपी शाही ने कहा कि ए एन कॉलेज के द्वारा वर्तमान में वेबिनार के साथ-साथ कई ऑनलाइन कोर्स चलाए जा रहे हैं। ये कोर्स जहां छात्र-छात्राओं को लाभान्वित कर रहे हैं वही महाविद्यालय के द्वारा फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम भी आयोजित किया जा रहा है जिससे देशभर के कई शिक्षक अपने ज्ञान को अद्यतन एवं उन्नयन कर रहे हैं।आने वाले समय में भी महाविद्यालय के द्वारा विभिन्न प्रासंगिक एवं महत्वपूर्ण बिंदुओं पर वेबीनार का आयोजन किया जाएगा।

कार्यक्रम का संचालन आइक्यूएसी की ज्वाइंट कोऑर्डिनेटर डॉ रत्ना अमृत ने किया धन्यवाद ज्ञापन इलेक्ट्रॉनिक्स की विभागाध्यक्ष डॉ सीमा शर्मा के द्वारा किया गया किया। इस अवसर पर आइक्यूएसी के समन्वयक डॉ अरुण कुमार, महाविद्यालय के बरसर प्रोफेसर अजय कुमार , प्रो. तृप्ति गंगवार , प्रो. प्रीति सिन्हा , डॉ नूपुर बोस समेत महाविद्यालय के कई शिक्षक तथा देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के शिक्षक तथा छात्र उपस्थित रहे।