पटना : पिछले वर्ष की तुलना में डेंगू और चिकनगुनिया रोगियों की संख्या में कमी आने का दावा करते हुए राज्य सरकार ने कहा है कि इन रोगों के कारण इस साल अब तक एक भी मौत नहीं हुई है। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और विभागीय प्रधान सचिव संजय कुमार की उपस्थिति में वेक्टर बोर्न रोग के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ एमपी शर्मा ने बताया कि राज्य में डेंगू और चिकनगुनिया रोग के कारण अब तक एक भी मौत नहीं हुई है।
पटना और गोपालगंज में डेंगू के कारण हाल में एक चिकित्सक सहित दो लोगों की मौत के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने बताया कि पटना के जिस निजी अस्पताल में डॉ विजय कुमार भर्ती थे, उसके द्वारा जारी प्रमाणपत्र के अनुसार उनकी मृत्यु पेट के टीबी रोग के चलते कई अंगों के काम करना बंद करने के कारण हुई। वहीं, गोपालगंज जिले में आईसीडीसी कार्यक्रम पदाधिकारी संगीता कुमारी की मृत्य के कारणों की जांच का नमूना पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पुष्टि के लिए भेजा गया है।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि रविवार को तीन मौतें हुईं हैं, लेकिन जब तक जांच रिपोर्ट प्राप्त नहीं होती, तब तक मृत्यु के कारण के बारे में प्रामाणिक रूप से हम कुछ भी नहीं कह सकते हैं। पांडेय ने प्रदेश में डेंगू और चिकनगुनिया के रोगियों की संख्या में पिछले साल की तुलना में कमी आने का दावा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता के कारण इसमें कमी आयी है। उन्होंने राज्य के लोगों को आश्वासन दिया कि इन रोगों को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है ‘प्लेटलेट’ की कोई कमी नहीं है।