पटना : देश में सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित महाराष्ट्र और मुंबई से 1892 लोगों के बिहार में चोरी—धिपे घुसने की खुफिया जानकारी मिली है। इनमें से अकेले राजधानी पटना में 126 लोग लॉकडाउन तोड़ छिपते फिर रहे हैं। इसके बाद प्रशासनिक हलके में हड़कंप मच गया। अब मोबाइल टावर लोकेशन के आधार पर इनको लोकेट करने और पकड़कर क्वारंटाइन करने का अभियान छेड़ा गया है।
मोबाइल मूवमेंट के आधार पर हो रही खोज
जानकारी मिली है कि कई नंबर, जिनका लोकेशन पूर्व में मुंबई और दिल्ली के हॉटस्पॉट इलाकों में था, अब अचानक इनकी मोबाइल लोकेशन बदल कर पटना और बिहार के अन्य भागों में बता रहा है। मोबाइल कंपनी की मदद से स्वास्थ्य विभाग पटना समेत पूरे बिहार में इस जानकारी को साझा कर इन संभावित कोरोना संवाहकों की तलाश कर रही है।
पूरे बिहार में 1892 लोगों को तलाश रही पुलिस
स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए लॉकडाउन किया गया है। लेकिन लॉकडाउन को तोड़कर देश के हॉटस्पॉट शहरों से इस तरह चोरी—छिपे बिहार आना और यहां प्रशासन को कोई जानकारी नहीं देना बहुत ही खतरनाक स्थिति है। प्रदेश में ऐसे 1892 लोगों के बारे में खुफिया जानकारी मिली है जिसमें पटना के भी 126 लोग शामिल हैं।
सरकार ने दूसरे शहर में जाने वालों की निगरानी के लिए सघन अभियान शुरू किया है।
सीडीआर निकाल तलाश जा रहा छिपने का ठिकाना
सरकार ने इन भगोड़े प्रवासियों की खोज के लिए उनके मोबाइल मूवमेंट को आधार बनाया है और सीडीआर निकालकर उनकी बिहार में छिपने के ठिकाने का पता लगाया जा रहा है। पिछले दिनों दिल्ली से पटना के न्यू पाटलिपुत्र कॉलोनी में आये और छिपकर रह रहे छात्र को भी इसी तकनीक से पकड़ा गया था। ताजा मामले में कल बुधवार को मुंबई और नोएडा से छिपकर पटना आए दो परिवारों को ट्रेस किया गया। एक परिवार महाराष्ट्र के दादर से और दूसरा नोएडा से आया था। दोनों परिवारों ने प्रशासन को कोई जानकारी नहीं दी थी।