पटना : सब तरफ दुर्गा पूजा की धूम है। पूजा के अवसर पर कुछ खास चीजों की मांग बढ़ जाती है। इसमें फूलों की मांग सबसे अधिक होती है। नवरात्र में देवी के दस रूपों की पूजा सुबह—शाम होती है। इस कारण दोनों समय फूलों की मांग रहती है। मांग की अपेक्षा पटना में पूजा के दौरान आपूर्ति में मामूली वृद्धि ही हो पाती है। नतीजतन नवरात्र के दौरान फूलों की चोरी भी बढ़ जाती है। लोग रात दो बजे से ही दूसरे के घरों में लगे पौधों से फूलों को तोड़ लेते हैं।
जो लोग अपने घर के लॉन में गार्डेन लगाये हुए हैं, उनके गार्डन से पूजा करने वाले रात में दीवाल फांदकर फूल तोड़ ले जाते हैं। अभी बीते दिन की रात की ही बात है। शहर के एक वरिष्ठ पत्रकार के लॉन में लगे फूलों को किसी ने बड़ी बेदर्दी से तोड़ लिया। इतना ही नहीं, सुबह जब वे अपने गार्डेन में पहुंचे तो देखा कि पौधों को भी भारी नुकसान पहुंचा था। हालांकि अगले दिन फिर भोर में फूल चोर उनके गार्डेन में पहुंचे। लेकिन इस बार वे सजग थे। जब उन्होंने आवाज लगाई तो फूल चोर भाग खड़े हुए।
नवरात्र में फूलों का आर्थिक प्रभाव
हिंदू धर्म में सब लोग अपने इष्ट की पूजा करते हैं। पूजा में अपने इष्ट को फूल चढ़ाते हैं। नवरात्र के नौ दिनों में ही उतना फूल चढ़ाया जाता है, जितना पूरे वर्ष भर में चढ़ाया जाता है। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि फूलों की मांग किस कदर उच्च स्तर का होता है। ऐसे में पटना में फूल चोरी की घटनाओं का होना आश्चर्य नहीं, लेकिन लोगों को भी इसके लिए जागरूक होना होगा कि चोरी से लाए फूल के द्वारा पूजा करके वे कौन सा पुण्य कमा लेंगे?
राजीव राजू