ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के समाजशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित वेबीनार सीरीज का चौथा व्याख्यान रविवार को डॉ. राहुल हर्षवर्धन (भूगोलवेत्ता, सेंसस ऑफ इंडिया) द्वारा “सामाजिक जनांकिकी एवं जनसंख्या आंकड़ा” विषय पर दिया गया।
इसके अंतर्गत उन्होंने कहा कि समाज के विकास हेतु किसी भी प्रकार की योजना बनाने में आंकड़ों का विशेष महत्व होता है एवं किसी समाज को जानने, समझने में सामाजिक जनांकिकी को समझना आवश्यक होता है। सामाजिक जनांकिकी के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से बताते हुए सामाजिक जनांकिकी के वर्तमान रुझानों पर चर्चा की डॉ हर्षवर्धन ने अलग-अलग क्षेत्रों के डाटा के विभिन्न विश्वसनीय स्रोतों की जानकारी दी, साथ ही आंकड़ों के वर्गीकरण, अवधारणा विकास, मॉडल टेस्टिंग तथा संदर्भित विश्लेषण पर प्रकाश डाला। डॉ हर्षवर्धन ने समाजशास्त्र के क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के आंकड़ों के महत्व तथा उपयोगिता को बताया।
इस वेबीनार सीरीज का आयोजन प्रो. बिनोद कुमार चौधरी के निर्देशानुसार सहायक प्राध्यापिका डॉ सारिका पांडेय तथा लक्ष्मी कुमारी द्वारा किया जा रहा है। इस अवसर पर प्रो. बिनोद कुमार चौधरी ने कहा कि सरकारी संस्थानों के द्वारा जारी आंकड़े अधिक विश्वसनीय और तथ्यपरक होते हैं, साथ ही उन्होंने कहा कि सामाजिक विज्ञान के अध्येताओं को इन्हीं आंकड़ों को महत्व देना चाहिए। व्याख्यान का संचालन डॉ. शंकर कुमार लाल द्वारा किया गया। इस वेबिनार में समाजशास्त्र विषय के स्नातोकोत्तर के छात्र—छात्राओं तथा शोध छात्रों ने भाग लिया।