जमातियों ने बजा दी बिहार की बैंड, बक्सर, मुंगेर और नालंदा में कोरोना तूफान
पटना : तबलीगी जमातियों ने बिहार की बैंड बजा दी है। शुरुआत में इन बेशर्म जमातियों पर बरती गई नरमी अब बिहार पर भारी पड़ने लगी है। रोजाना कोरोना संक्रमित मरीजों का जो आंकड़ा सूबे में बढ़ रहा है, उसमें अधिकतर की पूंछ इन जमातियों की कारगुजारी से जुड़े मिल रहे हैं। मुंगेर, बक्सर या नालंदा, सभी जगह इन जमातियों ने कोरोना की ऐसी चेन खड़ी कर दी है कि इसे काबू करने में प्रशासन को नाकों चने चबाने पड़ रहे हैं। अपने गृह जिलों के अलाव इन जमातियों ने ईलाज के लिए पटना का रुख कर बिहार की राजधानी में भी घूम—घूम कर खतरा पैदा कर दिया है।
अकेले मुंगेर से मिले 62 कोरोना संक्रमित
जमातियों की करतूत से बिहार का सबसे त्रस्त जिला मुंगेर में एक अकेले जमाती ने 62 लोगों में कोरोना बांट दिया। इससे पहले यहां दुबई से लौटे एक कोरोना संक्रमित जिसकी बाद में मौत हो गई, ने कई लोगों को कोरोना संक्रमण दे दिया। मुंगेर के सिर्फ जमालपुर में संक्रमितों की संख्या 31 है। यह सभी लोग नालंदा की जमात से लौटे व्यक्ति की चेन में शामिल हैं। स्वास्थ्य के प्रधान सचिव संजय कुमार के अनुसार जमालपुर से मिले संक्रमितों में 14 पुरुष और 17 महिलाएं हैं। मुंगेर में कुल संक्रमितों की संख्या 62 पर पहुंच गई है।
बक्सर में जमातियों ने 22 को किया संक्रमित
बक्सर में आज शनिवार तक 14 पाॅजिटिव मरीजों के मिलने के बाद से जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 22 तक पहुंच गई है। ये सभी मरीज आसनसोल में तबलीगी जमात से लौटे मरीज के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं। बक्सर जिले में संक्रमण का यह चेन सबसे पहले 67 साल के उस व्यक्ति से शुरू हुआ जो आसनसोल में आयोजित जमात से लौटा था। जांच में जमाती की बेटी और दामाद कोरोना संक्रमित मिले थे। सभी नए मरीज उसी दमाद के दोस्त के परिवार से संबंधित हैं। सैंपल जांच में तेजी लाए जाने के बाद से बक्सर जिले के डुमरांव एरिया का कोरोना कंटेक्ट कनेक्शन बढ़ता जा रहा है।
नालंदा में भी तबलीगियों का कोरोना करतूत
कोरोना से बिहार में अब तक हुए संक्रमणों में नालंदा के बिहारशरीफ में हुए जमाती जलसे का भी अहम रोल है। यहां के जमात से निकले कचरे ने पूरे बिहार के साथ ही नालंदा में भी 34 लोगों में कोरोना का संक्रमण फैला दिया। इसके अलावा नालंदा में दुबई से लौटे एक कोरोना पॉजिटिव शख्स ने न सिर्फ अपने जिले के कई लोगों को कोरोना का संक्रमण बांटा, बल्कि पटना के सुल्तानगंज स्थित ससुराल में भी उसने अपने ससुर और एक अन्य महिला को वहां जाकर संक्रमण दे डाला। कुल मिलाकर तस्वीर यही उभरती है कि पूरे देश की तरह बिहार में भी तबलीगी जमातियों ने कोरोना का तूफान खड़ा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। बिहार में इसका दुखद पहलु यह है कि यहां समय रहते समाज और सरकार ने किन्हीं अज्ञात कारणों से इनपर लगाम नहीं कसी। उसी का नतीजा अब सभी भुगत रहे हैं।