डीएलएसए के सचिव ने जेल का किया निरीक्षक
- न्यायमण्डल की ओर से गरीबों में बांटा गया अन्न
सिवान : कोरोना संक्रमण को देखते हुए डीएलएसए के सचिव एनके प्रियदर्शी ने मंडल कारा का आज बुधवार को निरीक्षण किया। इस अवसर पर श्री प्रियदर्शी ने मंडल कारा के महिला वार्ड , अस्पताल एवं पाकशाला आदि का निरीक्षण किया तथा बंदियों को यथासंभव एक दूसरे से दूरी बनाकर रहने का निर्देश दिया। उन्होंने मुंह पर मास्क लगाने तथा साबुन से बार-बार हाथ को अच्छी तरह से धोने के बारे में भी बताया। उन्होंने बंदियों के बीच करोना संक्रमण के लक्षण एवं उससे बचाव से संबंधित हैंडव्हील का वितरण किया। उन्होंने कारा परिसर की सफाई, सैनिटाइजेशन एवं फागिंग आदि का निरीक्षण किया।
वही एक दूसरे कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जन्म भूमि जीरादेई में कोरोना संक्रमण एवं लोक डाउन के कारण भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके लगभग 50 परिवारों के अत्यंत गरीब मजदूरों के बीच कच्चा अन्न , दाल सब्जी नामक हल्दी मसाला तेल साबुन एवं मास्क आदि का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम मे उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए एसीजीएम पुष्पेंद्र पांडे ने कहा कि करो ना बीमारी का अभी कोई इलाज नहीं है इसलिए एहतियात एवं बचाव ही विकल्प है। हमें इस बीमारी से लड़ने के लिए एक दूसरे से दूरी बनाकर रहना होगा तथा साबुन से बार-बार हाथ को अच्छी तरह से धोना होगा। सचिव एनके प्रियदर्शी ने लोगों से अपील की कि हम सभी को स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना होगा तभी जाकर हम सब इस बीमारी से जीत सकेंगे।
इस अवसर पर कारा अधीक्षक राकेश कुमार, जेलर संतोष पाठक, डीएलएसए के लीगल क्लीनिक प्रभारी पैनल एडवोकेट डॉ विजय कुमार पांडे एवम रेड क्रॉस सोसायटी के प्रभारी सचिव राजीव रंजन राजू उपस्थित थे।
रिलीफ कैंप के बेसहारों को प्रशासन ने दिया कपड़ा व बर्तन
सिवान : वैश्विक महामारी कोरो ना के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है जिससे असहाय व लाचार लोगों को दो जून की रोटी के लिए मोहताज होना पड़ रहा है। ऐसे लोगों के लिए जिला प्रशासन की ओर से अलग-अलग क्षेत्रों में सामुदायिक किचन एवं आवासन की व्यवस्था की गई है। जहां रह रहे मजबूर लाचार लोगों को खाने-पीने एवं रहने का निशुल्क प्रबंध किया गया है ।
जिला प्रशासन की ओर से स्थानीय बीएम उच्च विद्यालय के प्रांगण में रहने वाले कुल 37 जरूरतमंद लोगों को कपड़ा एवं जरूरी बर्तन उपलब्ध कराया गया है। इसमें पुरुषों के साथ महिलाएं एवम बच्चे भी शामिल हैं। यह सभी लोग इस आवासन केंद्र में लक डाउन के बाद से ही रह रहे हैं।
डॉ विजय कुमार पांडेय