नवादा : नवादा के अकबरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ईलाज कराने आये एसएसबी के जवान उस समय भङक उठे जब उन्हें अस्पताल के बजाय बाहर से खून जांच कराने को कहा गया। इस क्रम में चिकित्सक व जवानों के बीच जमकर नोंकझोंक हुई। सूचना के आलोक में पहुंचे बीडीओ नौशाद आलम सिद्दिकी व थानाध्यक्ष संजीव मौआर ने मामले की जांच की तथा सूचना वरीय अधिकारियों को दी।
बताया जाता है कि एसएसबी फतेहपुर के मंटू कुमार अपने कुछ जवानों के बुखार से पीड़ित होने पर अकबरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ईलाज कराने आये थे। ओपीडी के चिकित्सक डा संजीत कुमार ने अस्पताल की बजाय बाहर के पांती गांव राजधानी जांच घर में खून जांच कराने को कहा। जब उनसे पूछा गया कि अस्पताल में जांच सुविधा उपलब्ध नहीं है तो उन्होंने ना में जबाव दिया।
मंटू के अनुसार जब वहां पहुंचा तो खून जांच की एवज में पैसे की मांग की गयी। खून लेने के बाद उसकी जांच के बजाय कूङे में डाल फर्जी प्रतिवेदन बना दिया गया। अंदर देखने पर वहां जांच का कोई सामान न देख जवान भड़क उठे। तबतक सभी कर्मी जांच घर छोङ फरार हो गये।
अस्पताल पहुंच उन्होंने फर्जी क्लीनिक में भेजने के संबंध में चिकित्सक से बात की तो वे कुछ सुनने के बजाय अपने आप को फंसता देख वहां से चलते बने। सूचना बीडीओ व थानाध्यक्ष को दी गयी जिन्होंने मामले की जांच कर वरीय अधिकारियों को सूचना दी।
बता दें इस क्रम में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा बद्री प्रसाद का कहीं अता पता नहीं चल सका। यह हाल तब है जब अस्पताल में जांच की सुविधा उपलब्ध है। बावजूद चिकित्सक अस्पताल में जांच कराने के बजाय फर्जी जांच घर में मरीजों को स्थानांतरित कर रहे हैं।
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